अंता विधानसभा उपचुनाव: दूसरे राउंड की मतगणना पूरी, कांग्रेस आगे
अंता विधानसभा उपचुनाव में दूसरे राउंड के बाद कांग्रेस के प्रमोद जैनभाया 7567 वोटों के साथ आगे, निर्दलीय नरेश मीणा 6953 और भाजपा के मोरपाल सुमन 5266 वोटों के साथ पीछे।
बारां (राजस्थान), 14 नवंबर 2025 – राजस्थान के बारां जिले की अंता विधानसभा सीट पर हो रहे उपचुनाव में मतगणना का दूसरा राउंड पूरा हो चुका है। अब तक कुल लगभग 20,414 वोटों की गिनती हो चुकी है, जिसमें कांग्रेस प्रत्याशी प्रमोद जैनभाया ने स्पष्ट बढ़त बना ली है। वे 7,567 वोट हासिल कर पहले स्थान पर कायम हैं। वहीं, निर्दलीय उम्मीदवार नरेश मीणा 6,953 वोटों के साथ दूसरे नंबर पर हैं, जबकि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के प्रत्याशी मोरपाल सुमन 5,266 वोटों के साथ तीसरे स्थान पर चल रहे हैं।मतगणना की वर्तमान स्थितिकुल गिने गए वोट: करीब 20,414
कांग्रेस (प्रमोद जैनभाया): 7,567 वोट (लीड: 614 वोट)
निर्दलीय (नरेश मीणा): 6,953 वोट
भाजपा (मोरपाल सुमन): 5,266 वोट
दूसरे राउंड की समाप्ति के बाद कांग्रेस और निर्दलीय उम्मीदवार के बीच कांटे की टक्कर देखने को मिल रही है, लेकिन प्रमोद जैनभाया ने निर्दलीय प्रतिद्वंद्वी पर 614 वोटों की बढ़त बना ली है। भाजपा उम्मीदवार अभी पीछे चल रहे हैं और उन्हें करीब 1,687 वोटों का अंतर पाटना होगा अगर वे मुकाबले में बने रहना चाहते हैं।
पृष्ठभूमि: उपचुनाव क्यों हो रहा है? अंता विधानसभा सीट पर उपचुनाव की जरूरत इसलिए पड़ी क्योंकि पूर्व विधायक और कांग्रेस नेता कन्हैयालाल मीणा का निधन हो गया था। कन्हैयालाल मीणा लंबे समय से इस क्षेत्र में सक्रिय थे और उनकी लोकप्रियता के चलते यह सीट कांग्रेस का गढ़ मानी जाती रही है। उपचुनाव में कुल 12 उम्मीदवार मैदान में हैं, लेकिन मुख्य मुकाबला कांग्रेस, भाजपा और निर्दलीय नरेश मीणा के बीच ही है। नरेश मीणा स्थानीय स्तर पर मजबूत पकड़ रखते हैं और वे पूर्व विधायक के करीबी माने जाते हैं, जिससे उनकी उम्मीदवारी ने चुनाव को रोचक बना दिया है।
मतदान की जानकारी; उपचुनाव के लिए 10 नवंबर को मतदान हुआ था। कुल मतदाता संख्या लगभग 2.5 लाख है, जिसमें से करीब 65-70% मतदान होने का अनुमान है। मतदान शांतिपूर्ण रहा, हालांकि कुछ स्थानों पर ईवीएम में गड़बड़ी की शिकायतें आईं, जिन्हें चुनाव आयोग ने तुरंत संबोधित किया। मतगणना बारां जिले के एक कॉलेज परिसर में सुबह 8 बजे से शुरू हुई और सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं। अब तक दो राउंड पूरे हो चुके हैं, और कुल 18-20 राउंड होने की संभावना है, क्योंकि डाक मतपत्रों (पोस्टल बैलेट) की गिनती भी शामिल है।
उम्मीदवारों का प्रोफाइल; प्रमोद जैनभाया (कांग्रेस): जैन समाज से आने वाले प्रमोद जैनभाया कांग्रेस के वरिष्ठ नेता हैं। वे पूर्व में स्थानीय निकाय चुनावों में सक्रिय रहे हैं और पार्टी ने उन्हें कन्हैयालाल मीणा के उत्तराधिकारी के रूप में उतारा है। उनकी जीत से कांग्रेस राजस्थान में अपनी स्थिति मजबूत करने की कोशिश कर रही है।,
नरेश मीणा; मीणा समाज के प्रभावशाली नेता नरेश मीणा ने निर्दलीय लड़कर सबको चौंकाया है। वे पूर्व विधायक के रिश्तेदार हैं और स्थानीय मुद्दों जैसे सिंचाई, किसान कल्याण और बेरोजगारी पर जोर दे रहे हैं। उनकी मजबूत जमीनी पकड़ उन्हें कांग्रेस के लिए चुनौती बना रही है।
मोरपाल सुमन (भाजपा): भाजपा ने सुमन समाज से मोरपाल सुमन को मैदान में उतारा है। पार्टी केंद्र की योजनाओं और हिंदुत्व के मुद्दों पर प्रचार कर रही है, लेकिन अभी तक वोटों में पिछड़ रही है।