जयपुर के जल महल में तैरता मिला संदिग्ध शव: सुबह की सैर के दौरान खोजा गया, ब्रह्मपुरी पुलिस ने रिकवर किया
राजस्थान की राजधानी जयपुर के प्रसिद्ध पर्यटन स्थल जल महल में आज सुबह एक संदिग्ध शव मिलने से सनसनी फैल गई। मौके पर मौजूद लोगों ने तुरंत पुलिस कंट्रोल रूम को सूचना दी, जिसके बाद ब्रह्मपुरी थाना पुलिस ने शव को पानी से बाहर निकाला। शव की पहचान अभी तक नहीं हो सकी है, और पुलिस जांच में जुटी हुई है।
घटना का विवरण: वॉक के दौरान दिखा तैरता शव
सुबह के समय जल महल की पाल पर वॉक कर रहे राजू सोनी ने पानी में एक डेड बॉडी तैरती हुई देखी। उन्होंने तुरंत शोर मचाया, जिससे आसपास के अन्य लोग भी मौके पर पहुंच गए। राजू सोनी ने बताया, "वह हर दिन की तरह आज भी जल महल की पाल पर वॉक कर रहा था। इसी दौरान पानी में उन्हें एक डैड बॉडी तैरती हुई दिखाई दी। जिसके बाद उन्होंने शोर किया तो कुछ और लोग भी मौके पर पहुंचे। हम लोगों ने पुलिस कंट्रोल रूम को फोन करके जल महल में डेड बॉडी होने की जानकारी दी।" लोगों ने फौरन पुलिस को कॉल किया, और घटना की सूचना मिलते ही पुलिस टीम ने पहुंचकर कार्रवाई शुरू कर दी।
पुलिस की तत्काल कार्रवाई: मोर्चरी में भेजा शव
ब्रह्मपुरी थाना पुलिस की टीम ने मौके पर पहुंचते ही शव को पानी से बाहर निकाला और उसे जयपुर के एसएमएस अस्पताल की मोर्चरी में रखवा दिया। शव से कुछ कागजात बरामद हुए हैं, जिनकी मदद से पीड़ित की पहचान का प्रयास किया जा रहा है। पुलिस ने शव की फोटो आसपास के थानों में सर्कुलेट कर दी है ताकि जल्द से जल्द पहचान हो सके। प्रारंभिक जांच में शव के गले में कोई चोट या निशान नहीं मिला है, लेकिन पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट का इंतजार किया जा रहा है
पीड़ित की पहचान अभी तक अनजान: जांच जारी
फिलहाल शव की पहचान नहीं हो सकी है। पुलिस को संदेह है कि यह सुसाइड या कोई हादसा हो सकता है, जैसा कि जल महल में पहले भी कई बार हुआ है। आसपास के इलाकों में तलाशी अभियान चलाया जा रहा है, और यदि कोई व्यक्ति लापता होने की रिपोर्ट दर्ज कराता है, तो उसे शव से जोड़ा जा सकता है। जांच अधिकारी ने बताया कि सभी पहलुओं पर गहन जांच की जा रही है।
सुरक्षा व्यवस्था पर उठे सवाल: पहले भी हो चुके हैं ऐसे हादसे
जल महल क्षेत्र में यह पहला मामला नहीं है। पिछले वर्षों में यहां कई शव मिल चुके हैं, जिनमें अधिकांश सुसाइड या दुर्घटना के मामले पाए गए। इसके बावजूद यहां सुरक्षा गार्ड, सीसीटीवी कैमरे या बैरिकेटिंग की कोई सख्त व्यवस्था नहीं है, जिससे लोग आसानी से पानी के किनारे पहुंच जाते हैं। पर्यटकों और स्थानीय निवासियों ने प्रशासन से तत्काल सुरक्षा उपायों की मांग की है ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोका जा सके।