सेना भर्ती में दौड़ के दौरान युवक की हार्ट अटैक से मौत: फिनिशिंग लाइन से पहले गिरा....

जोधपुर में सेना भर्ती रैली के दौरान 22 वर्षीय मुन्नीराम, जो बीकानेर के श्रीडूंगरगढ़ का निवासी था, को दौड़ते समय साइलेंट हार्ट अटैक आया। फिनिशिंग लाइन के पास अचानक बेहोश होकर गिरने के बाद उसे अस्पताल ले जाया गया, लेकिन वह बच नहीं सका। पिछले तीन साल से सेना में भर्ती के लिए कोचिंग कर रहा मुन्नीराम देश सेवा का सपना देखता था। यह दुखद घटना स्वास्थ्य जागरूकता और भर्ती प्रक्रिया में सुरक्षा के महत्व को उजागर करती है।

Aug 23, 2025 - 14:43
Aug 23, 2025 - 14:45
सेना भर्ती में दौड़ के दौरान युवक की हार्ट अटैक से मौत: फिनिशिंग लाइन से पहले गिरा....

जोधपुर, राजस्थान में सेना भर्ती के दौरान एक दुखद घटना सामने आई है, जहां बीकानेर के 22 वर्षीय युवक मुन्नीराम की दौड़ के दौरान हार्ट अटैक से मृत्यु हो गई। यह हृदयविदारक घटना 21 अगस्त 2025 को जोधपुर के मंडोर स्थित सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) कैंपस में हुई, जहां मुन्नीराम सेना भर्ती की शारीरिक परीक्षा में भाग लेने पहुंचा था।

घटना का विवरण

मुन्नीराम, जो बीकानेर के श्रीडूंगरगढ़ का निवासी था, पिछले तीन साल से सरकारी नौकरी, विशेष रूप से सेना में भर्ती होने के लिए बीकानेर में कोचिंग कर रहा था। अपने सपनों को साकार करने के लिए वह जोधपुर में आयोजित सेना भर्ती रैली में शामिल हुआ। भर्ती प्रक्रिया के तहत दौड़ के दौरान वह फिनिशिंग लाइन के करीब पहुंचने वाला था, तभी अचानक उसे साइलेंट हार्ट अटैक आया। वह अचेत होकर जमीन पर गिर पड़ा। आनन-फानन में उसे नजदीकी अस्पताल ले जाया गया, लेकिन डॉक्टरों के तमाम प्रयासों के बावजूद उसे बचाया नहीं जा सका। प्रारंभिक जांच में पता चला कि मुन्नीराम की मृत्यु का कारण साइलेंट हार्ट अटैक था, जो बिना किसी स्पष्ट लक्षण के अचानक हुआ।

 मुन्नीराम का परिवेश और सपने

मुन्नीराम एक साधारण परिवार से था और उसका सपना देश की सेवा करने के लिए सेना में शामिल होने का था। पिछले तीन साल से वह इस लक्ष्य को हासिल करने के लिए कड़ी मेहनत कर रहा था। कोचिंग के दौरान वह नियमित रूप से शारीरिक प्रशिक्षण और दौड़ की प्रैक्टिस करता था। उसके परिवार और दोस्तों के अनुसार, वह स्वस्थ और ऊर्जावान था, और किसी को भी उसकी इस असामयिक मृत्यु की आशंका नहीं थी।

साइलेंट हार्ट अटैक: एक बढ़ता खतरा

हाल के वर्षों में साइलेंट हार्ट अटैक के मामले, विशेष रूप से युवाओं में, बढ़ रहे हैं। चिकित्सकों के अनुसार, साइलेंट हार्ट अटैक में रोगी को छाती में दर्द या अन्य सामान्य लक्षण नहीं दिखते, जिसके कारण इसका पता लगाना मुश्किल हो जाता है। तनाव, अनियमित जीवनशैली, और शारीरिक रूप से अत्यधिक मेहनत जैसे कारक इसके जोखिम को बढ़ा सकते हैं। सेना भर्ती जैसी प्रक्रियाओं में दौड़ और अन्य शारीरिक गतिविधियों के लिए उच्च स्तर की सहनशक्ति की आवश्यकता होती है, जो कभी-कभी अनजाने में स्वास्थ्य पर दबाव डाल सकती है।

  भर्ती प्रक्रिया और सुरक्षा व्यवस्थाजोधपुर में आयोजित इस सेना भर्ती रैली में सैकड़ों युवा भाग ले रहे थे। सेना और नागरिक प्रशासन ने भर्ती के दौरान समुचित व्यवस्थाएं की थीं, जिसमें मेडिकल सुविधाएं, रेन बसेरा, और खाने-पीने की व्यवस्था शामिल थी। इसके बावजूद, इस तरह की अप्रत्याशित घटनाएं प्रशासन और आयोजकों के लिए एक गंभीर चेतावनी हैं कि भर्ती प्रक्रिया में स्वास्थ्य जांच और आपातकालीन चिकित्सा सुविधाओं को और सुदृढ़ करने की आवश्यकता है।

परिवार और समुदाय में शोक

मुन्नीराम की मृत्यु की खबर सुनते ही उसके परिवार और श्रीडूंगरगढ़ में शोक की लहर दौड़ गई। गांव में लोग उसके घर पर एकत्र हुए और इस युवा के असामयिक निधन पर दुख व्यक्त किया। मुन्नीराम के दोस्तों और कोचिंग सेंटर के सहपाठियों ने बताया कि वह एक मेहनती और प्रेरणादायक व्यक्ति था, जो हमेशा दूसरों को प्रोत्साहित करता था।

प्रशासन और सेना का रुख

सेना भर्ती कार्यालय, जोधपुर ने इस घटना पर गहरा दुख व्यक्त किया है। प्रारंभिक जांच में हार्ट अटैक को मृत्यु का कारण बताया गया है, और इसकी विस्तृत जांच की जा रही है। प्रशासन ने मुन्नीराम के परिवार को हर संभव सहायता का आश्वासन दिया है। 

यह घटना न केवल मुन्नीराम के परिवार के लिए, बल्कि पूरे समाज के लिए एक दुखद स्मरण है कि स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता और समय पर चिकित्सा जांच कितनी महत्वपूर्ण है। सेना भर्ती जैसी प्रक्रियाओं में भाग लेने वाले युवाओं को अपनी शारीरिक क्षमता का सही आकलन करना चाहिए और प्रशासन को भी ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए और सख्त कदम उठाने चाहिए। मुन्नीराम जैसे युवाओं के सपने देश की सेवा से जुड़े होते हैं, और उनकी असामयिक मृत्यु समाज के लिए एक अपूरणीय क्षति है। हम उनके परिवार के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त करते हैं और उम्मीद करते हैं कि भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए ठोस कदम उठाए जाएंगे।