बाड़मेर में 5 करोड़ की लागत से बनेगा नमो पार्क: विधायक प्रियंका चौधरी ने की बड़ी घोषणा, पानी के लिए 34.70 करोड़ और DMFT फंड से 65 करोड़ जारी

बाड़मेर में 5 करोड़ की लागत से बनेगा नमो पार्क: विधायक ने की बड़ी घोषणा, पानी के लिए 34.70 करोड़ और DMFT फंड से 65 करोड़ जारी बाड़मेर, राजस्थान (10 अक्टूबर 2025): राजस्थान के बाड़मेर जिले में विकास की नई ऊंचाइयों को छूने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाया गया है। स्थानीय विधायक प्रियंका चौधरी ने एक सार्वजनिक सभा के दौरान घोषणा की है कि जिले में 'नमो पार्क' का निर्माण 5 करोड़ रुपये की लागत से किया जाएगा। यह पार्क प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सम्मान में नामित किया जाएगा और शहरवासियों के लिए एक प्रमुख मनोरंजन एवं हरित स्थल के रूप में विकसित होगा। विधायक ने इस अवसर पर पानी की आपूर्ति के लिए 34.70 करोड़ रुपये के स्वीकृति और जिला खनिज प्रतिष्ठान न्यास (DMFT) फंड से 65 करोड़ रुपये की राशि जारी होने की भी जानकारी दी। ये घोषणाएं बाड़मेर जैसे रेगिस्तानी क्षेत्र में विकास और बुनियादी सुविधाओं को मजबूत करने की दिशा में राज्य सरकार की प्रतिबद्धता को दर्शाती हैं। नमो पार्क का निर्माण: हरित विकास का नया आयाम बाड़मेर, जो अपनी रेतीली भूमि और खनन गतिविधियों के लिए जाना जाता है, वहां शहरी हरित क्षेत्रों की कमी लंबे समय से एक चुनौती बनी हुई है। विधायक प्रियंका चौधरी ने बताया कि नमो पार्क का निर्माण शहर के एक प्रमुख स्थान पर किया जाएगा, जहां आधुनिक सुविधाओं के साथ-साथ पार्क में हरियाली, वॉकिंग ट्रैक, बच्चों के लिए खेल क्षेत्र और जल स्रोतों का समावेश होगा। इस परियोजना की अनुमानित लागत 5 करोड़ रुपये है, जो स्थानीय स्तर पर पर्यटन को बढ़ावा देने के साथ-साथ निवासियों को स्वस्थ जीवनशैली अपनाने का अवसर प्रदान करेगी।विधायक ने कहा, "प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में केंद्र और राज्य सरकार विकास के हर क्षेत्र में बाड़मेर को नई दिशा दे रही है। नमो पार्क न केवल एक पार्क होगा, बल्कि यह जिले की सांस्कृतिक और सामाजिक एकता का प्रतीक बनेगा।" यह परियोजना अगले कुछ महीनों में शुरू होने की उम्मीद है, और इसका उद्देश्य स्थानीय युवाओं के लिए रोजगार के अवसर भी पैदा करना है। पार्क में स्थानीय कला और शिल्प को प्रदर्शित करने वाले पवेलियन भी बनाए जाएंगे, जो बाड़मेर की समृद्ध विरासत को संरक्षित रखेंगे। पानी की आपूर्ति के लिए 34.70 करोड़ की स्वीकृति: रेगिस्तान में जीवनदायिनी योजना बाड़मेर जिले में पानी की कमी एक गंभीर समस्या रही है, जहां मानसून पर निर्भर वर्षा और भूजल स्तर की कमी के कारण ग्रामीण और शहरी दोनों क्षेत्र प्रभावित होते हैं। विधायक ने खुशी जाहिर करते हुए बताया कि राज्य सरकार ने पानी की आपूर्ति एवं सिंचाई संबंधी परियोजनाओं के लिए 34.70 करोड़ रुपये की राशि स्वीकृत की है। यह फंडिंग नई पाइपलाइन बिछाने, जल संरक्षण टैंकों के निर्माण और ग्रामीण क्षेत्रों में हैंडपंप तथा वाटर ट्रीटमेंट प्लांट स्थापित करने के लिए उपयोग की जाएगी।"बाड़मेर के लोगों को पानी का संकट अब इतिहास बन जाएगा। ये 34.70 करोड़ रुपये न केवल तत्काल राहत प्रदान करेंगे, बल्कि दीर्घकालिक जल प्रबंधन को मजबूत बनाएंगे," विधायक प्रियंका चौधरी ने सभा में कहा यह रेगिस्तानी जिलों में जल संरक्षण को प्राथमिकता देती है।इससे जिले के कम से कम 50 गांवों में पानी की उपलब्धता में 30 प्रतिशत की वृद्धि हो सकती है। DMFT फंड से 65 करोड़ की राशि: खनन क्षेत्र का लाभ स्थानीय विकास में बाड़मेर खनन उद्योग का एक प्रमुख केंद्र है, जहां लिग्नाइट और अन्य खनिजों का उत्पादन होता है। जिला खनिज प्रतिष्ठान न्यास (DMFT) फंड, जो खनन रॉयल्टी से प्राप्त होता है, का उपयोग पर्यावरण संरक्षण, स्वास्थ्य, शिक्षा और बुनियादी ढांचे के लिए किया जाता है। विधायक ने घोषणा की कि DMFT फंड से 65 करोड़ रुपये की राशि जारी कर दी गई है, जो विभिन्न विकास कार्यों में लगाई जाएगी।इस फंड का एक हिस्सा नमो पार्क और पानी परियोजना में भी उपयोग किया जा सकता है, जबकि शेष राशि सड़क निर्माण, स्कूलों के उन्नयन और स्वास्थ्य केंद्रों के विकास में खर्च होगी। "DMFT फंड खनन से प्रभावित समुदायों के लिए वरदान है। ये 65 करोड़ रुपये बाड़मेर को आत्मनिर्भर बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे," विधायक ने जोर देकर कहा। पिछले वर्षों में DMFT फंड से जिले में कई परियोजनाएं पूरी हो चुकी हैं, जैसे अस्पतालों का आधुनिकीकरण और सौर ऊर्जा संयंत्र। विकास की व्यापक तस्वीर: बाड़मेर की प्रगति की कहानीये घोषणाएं बाड़मेर के समग्र विकास का हिस्सा हैं, जहां राज्य सरकार ने पिछले कुछ वर्षों में सड़क, बिजली और डिजिटल कनेक्टिविटी पर विशेष ध्यान दिया है। विधायक प्रियंका चौधरी ने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि केंद्र सरकार की योजनाओं जैसे जल जीवन मिशन और प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत बाड़मेर में हजारों परिवार लाभान्वित हो चुके हैं। नमो पार्क जैसी परियोजनाएं न केवल पर्यावरण संतुलन बनाए रखेंगी,बल्कि पर्यटन को बढ़ावा देकर आर्थिक उन्नति भी सुनिश्चित करेंगी।स्थानीय निवासियों ने इन घोषणाओं का स्वागत किया है। "पानी और पार्क जैसी सुविधाएं हमारे जीवन को बदल देंगी। विधायक जी की मेहनत सराहनीय है। इन परियोजनाओं के कार्यान्वयन में पारदर्शिता और समयबद्धता सुनिश्चित की जानी चाहिए ताकि फंड का अधिकतम लाभ हो। निष्कर्ष: आशा की नई किरणबाड़मेर में नमो पार्क का निर्माण, पानी के लिए 34.70 करोड़ और DMFT से 65 करोड़ की राशि जैसी घोषणाएं जिले के भविष्य को उज्ज्वल बनाने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम हैं। ये प्रयास रेगिस्तानी चुनौतियों के बीच विकास की नई संभावनाएं खोल रहे हैं। राज्य सरकार की यह पहल निश्चित रूप से बाड़मेरवासियों के जीवन स्तर को ऊंचा उठाएगी।

Oct 10, 2025 - 12:22
बाड़मेर में 5 करोड़ की लागत से बनेगा नमो पार्क: विधायक प्रियंका चौधरी ने की बड़ी घोषणा, पानी के लिए 34.70 करोड़ और DMFT फंड से 65 करोड़ जारी