बाड़मेर में शराब तस्करी पर बड़ी चोट: NH-68 पर 200 कार्टन जब्त, एक तस्कर गिरफ्तार
बाड़मेर में अवैध शराब तस्करी का बड़ा खुलासा: NH-68 पर नाकाबंदी के दौरान ट्रक से 200 कार्टन जब्त, एक आरोपी धर दबोचा बाड़मेर, 15 अक्टूबर 2025: राजस्थान के सीमावर्ती जिले बाड़मेर में अवैध शराब तस्करी के खिलाफ पुलिस की सतर्कता ने एक महत्वपूर्ण सफलता हासिल की है। राष्ट्रीय राजमार्ग-68 (NH-68) पर आयोजित विशेष नाकाबंदी अभियान के दौरान पुलिस ने एक ट्रक को चेक किया, जिसमें से भारी मात्रा में विदेशी शराब के कार्टन बरामद हुए। इस कार्रवाई में एक तस्कर को गिरफ्तार किया गया, जबकि घटनास्थल पर मौजूद अन्य संदिग्ध भागने में सफल रहे। जब्त शराब की अनुमानित कीमत 25 लाख रुपये बताई जा रही है, जो स्थानीय स्तर पर अवैध व्यापार की गहरी जड़ों को उजागर करती है। घटना का पूरा विवरण घटना मंगलवार रात करीब 10 बजे बाड़मेर जिले के धोरिमन्ना क्षेत्र में घटी। जिला पुलिस अधीक्षक (SP) की अगुवाई में गठित विशेष टीम ने NH-68 पर रूटिन चेकिंग के तहत वाहनों की तलाशी शुरू की थी। इस दौरान एक संदिग्ध ट्रक पर नजर पड़ी, जो तेज रफ्तार से गुजर रहा था। ट्रक को रोकने के प्रयास में चालक ने वाहन को झाड़ियों की ओर मोड़ने की कोशिश की, लेकिन पुलिस ने तुरंत घेराबंदी कर ली। तलाशी लेने पर ट्रक के पीछे के हिस्से में छिपाकर रखे गए 200 कार्टन शराब के बरामद हुए। प्रत्येक कार्टन में उच्च गुणवत्ता वाली विदेशी ब्रांड की बोतलें भरी हुई थीं, जो मुख्य रूप से पड़ोसी राज्यों या अंतरराष्ट्रीय सीमा पार से तस्करी की गई लग रही हैं।पुलिस के अनुसार, ट्रक का नंबर प्लेट राजस्थान का था, लेकिन दस्तावेजों की जांच में कई असंगतियां सामने आईं। चालक, जो स्थानीय स्तर का कुख्यात तस्कर माना जा रहा है, ने पूछताछ में कुछ सुराग दिए, लेकिन मुख्य साजिशकर्ताओं के नाम उगलने से इनकार कर दिया। आरोपी की पहचान 30 वर्षीय सवाईसिंह पुत्र रतनसिंह निवासी खारी धोरीमन्ना के रूप में हुई है, जो बाड़मेर के ग्रामीण इलाकों में शराब के अवैध नेटवर्क से जुड़ा बताया जा रहा है। अन्य सहयोगियों की तलाश में पुलिस टीमें छापेमारी कर रही हैं। पुलिस की कार्रवाई और आगे की जांच जब्त ट्रक को थाने ले जाया गया, जहां विस्तृत फॉरेंसिक जांच की जा रही है।यह कार्रवाई 'अवैध शराब तस्करी रोकथाम अभियान' का हिस्सा थी, जो हाल के महीनों में बढ़ती तस्करी की घटनाओं के मद्देनजर शुरू की गई। "हमारी नाकाबंदी ने न केवल शराब के इस जखीरे को रोका, बल्कि पूरे नेटवर्क को तोड़ने का संकेत दिया है। आगे ड्रोन सर्विलांस और इंटेलिजेंस इनपुट के आधार पर और छापे मारेंगे," उन्होंने कहा। आरोपी के खिलाफ आबकारी अधिनियम, 1950 की धाराओं सहित IPC की विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है। अदालत में पेशी के बाद रिमांड लिया जाएगा, ताकि बड़े मालिकों तक पहुंचा जा सके। पृष्ठभूमि और सामाजिक प्रभाव बाड़मेर जैसे रेगिस्तानी जिले में शराब तस्करी एक पुरानी समस्या रही है, खासकर पाकिस्तान सीमा के निकट होने के कारण। यहां से गुजरने वाले NH-68 पर ट्रक अक्सर माल के नाम पर शराब की ढुलाई करते पाए जाते हैं, जो न केवल राजस्व को नुकसान पहुंचाता है, बल्कि युवाओं के बीच नशे की लत को बढ़ावा देता है। विशेषज्ञों के अनुसार, ऐसी तस्करियां अक्सर संगठित गिरोहों द्वारा संचालित होती हैं, जो सीमा पार तस्करी के साथ जुड़ी होती हैं। इस घटना ने स्थानीय प्रशासन को सतर्क कर दिया है, और आने वाले दिनों में और सख्ती की उम्मीद की जा रही है।
