शेरगढ़ में पाकिस्तानी 'हवाई साजिश' का खुलासा! PIA गुब्बारा-विमान ने मचाया हड़कंप.

जोधपुर के शेरगढ़ में एक खेत में "पाकिस्तान इंटरनेशनल एयरलाइंस" (PIA) के लोगो वाला गुब्बारा-विमान मिलने से हड़कंप मच गया। पुलिस और खुफिया एजेंसियां हाई अलर्ट पर हैं, साजिश या मजाक की जांच जारी। सुरक्षा बल हर कोण से पड़ताल कर रहे हैं, ग्रामीणों में दहशत।

Oct 13, 2025 - 19:24
शेरगढ़ में पाकिस्तानी 'हवाई साजिश' का खुलासा! PIA गुब्बारा-विमान ने मचाया हड़कंप.

जोधपुर, 13 अक्टूबर 2025: राजस्थान के सीमावर्ती जोधपुर जिले के शेरगढ़ क्षेत्र में आज सुबह एक अजीबोगरीब घटना ने सुरक्षा एजेंसियों को हिलाकर रख दिया। पाकिस्तान से उड़ी हवा के साथ एक संदिग्ध 'गुब्बारा-विमान' जमीन पर गिरा मिला, जिस पर स्पष्ट रूप से "पाकिस्तान इंटरनेशनल एयरलाइंस" (PIA) का लोगो और विमान का डिजाइन बना हुआ था। यह खोज न केवल स्थानीय किसानों को चौंका देने वाली थी, बल्कि पूरे क्षेत्र में हाई अलर्ट का ऐलान कर दिया गया है। क्या यह पाकिस्तान की ओर से कोई छिपी साजिश है, या महज एक मजाक? पुलिस, बीएसएफ और खुफिया एजेंसियां हर कोण से गहन जांच में जुटी हैं, और मामला बेहद गंभीरता से लिया जा रहा है।

घटना का पूरा विवरण: कैसे और कहां मिला यह 'संदिग्ध उड़न-तश्तरी'?

शेरगढ़ तहसील के एक दूरस्थ खेत में आज भोर साढ़े चार बजे के आसपास स्थानीय किसान रामलाल मेघवाल खेतों की निगरानी कर रहे थे। अचानक उन्हें दूर से कुछ हवा में तैरता हुआ दिखाई दिया, जो धीरे-धीरे नीचे उतर रहा था। करीब आने पर पता चला कि यह कोई साधारण गुब्बारा नहीं, बल्कि विमान के आकार का एक बड़ा गुब्बारा है – लगभग 2 फीट लंबा और हरा-सफेद रंग का, ठीक पाकिस्तानी झंडे की तर्ज पर। गुब्बारे पर अंग्रेजी और उर्दू में "Pakistan International Airlines" लिखा हुआ था, साथ ही PIA का लोगो साफ नजर आ रहा था। किसान ने तुरंत इसकी सूचना स्थानीय पुलिस को दी, जिसके बाद शेरगढ़ थाने की टीम मौके पर पहुंची।पुलिस ने गुब्बारे को कब्जे में ले लिया और आसपास के इलाके की घेराबंदी कर दी। प्रारंभिक जांच में गुब्बारे के अंदर कोई विस्फोटक या संदिग्ध सामग्री नहीं मिली, लेकिन इसकी डिजाइन और उत्पत्ति ने सबको सतर्क कर दिया। यह गुब्बारा हवा के झोंके से भारत की सीमा में दाखिल हुआ प्रतीत होता है, क्योंकि शेरगढ़ पाकिस्तान सीमा से महज 50-60 किलोमीटर दूर है। मौसम विभाग के अनुसार, आज रात से ही तेज हवाएं चल रही थीं, जो पाकिस्तानी इलाके से ऐसी चीजें भारत की ओर धकेल सकती हैं।

सुरक्षा एजेंसियां क्यों हैं अलर्ट मोड पर? क्या है पिछला इतिहास?

यह कोई पहली घटना नहीं है। पिछले कई वर्षों से भारत की सीमाओं पर ऐसे संदिग्ध गुब्बारे मिलते रहे हैं, जो पाकिस्तानी एयरलाइंस से जुड़े हुए होते हैं। खुफिया एजेंसियों का मानना है कि ये गुब्बारे या तो मनोरंजन के लिए उड़ाए जाते हैं और हवा उन्हें सीमा पार ला देती है, या फिर असामाजिक तत्वों द्वारा जानबूझकर भेजे जाते हैं ताकि सीमा पर तैनात सुरक्षाबलों का ध्यान भटकाया जा सके। पिछली घटनाओं का जिक्र: 2023 में जैसलमेर के समीप एक ऐसा ही गुब्बारा मिला था, जिस पर PIA लिखा था।  

2024 में अनूपगढ़ (बीकानेर) के खेत में एक किसान को PIA का गुब्बारा मिला, जिसकी जांच में कोई खतरा साबित नहीं हुआ लेकिन अलर्ट बढ़ा दिया।  

जम्मू-कश्मीर में तो यह सिलसिला आम हो गया है – 2025 में ही सांबा, कठुआ और जम्मू में कई गुब्बारे बरामद हो चुके हैं, जिनमें से कुछ में पाकिस्तानी झंडा या मैसेज भी थे।  

हिमाचल प्रदेश के हमीरपुर में अप्रैल 2025 में भी "पाकिस्तान एयरलाइंस" वाला गुब्बारा मिला था।  

इन घटनाओं से सुरक्षा एजेंसियां सतर्क हैं, क्योंकि पाकिस्तान की ओर से ड्रोन और अन्य हवाई घुसपैठ की कोशिशें बढ़ी हैं। बीएसएफ और आईबी के अधिकारी मानते हैं कि ऐसे गुब्बारे कभी-कभी ड्रोन टेस्टिंग या जासूसी के लिए इस्तेमाल हो सकते हैं। जोधपुर के आईजी डॉ. राजेंद्र सिंह ने बताया, "हम हर संभावना की जांच कर रहे हैं। फॉरेंसिक टीम गुब्बारे का विश्लेषण कर रही है, जिसमें इसकी सामग्री, निर्माण स्थल और उड़ान पथ का पता लगाया जाएगा। आसपास के गांवों में सतर्कता बरती जा रही है।"

क्या है संभावित साजिश? या सिर्फ हवा का खेल?

जांच के शुरुआती नतीजे बताते हैं कि गुब्बारा खिलौना जैसा लगता है, लेकिन PIA का लोगो इसे संदिग्ध बनाता है। विशेषज्ञों का कहना है:

साजिश का एंगल: असामाजिक तत्व या पाकिस्तानी एजेंट इसे भेजकर घबराहट फैला सकते हैं, खासकर जब भारत-पाकिस्तान के बीच तनाव चरम पर है। हाल की 'ऑपरेशन सिंदूर' जैसी घटनाओं के बाद सीमा पर सतर्कता और बढ़ गई है।

मजाक का एंगल: पड़ोसी देश में PIA का प्रचार गुब्बारा हवा से बहकर आया हो सकता है। मौसम की वजह से ऐसे मामले आम हैं।

जांच का दायरा: खुफिया एजेंसियां सैटेलाइट इमेजरी, ड्रोन सर्वे और स्थानीय गवाहों से पूछताछ कर रही हैं। गुब्बारे को जयपुर लैब भेजा गया है, जहां 48 घंटों में रिपोर्ट आने की उम्मीद है।

स्थानीय प्रभाव: ग्रामीणों में डर का माहौलशेरगढ़ के ग्रामीणों में अब डर का साया मंडरा रहा है। रामलाल मेघवाल ने कहा, "रात को हवा की आवाज सुनकर लगा कोई ड्रोन आ रहा है। बच्चे डर गए।" क्षेत्र में स्कूलों को छुट्टी दी गई है, और बीएसएफ ने अतिरिक्त टुकड़ियां तैनात कर दी हैं। जोधपुर कलेक्टर हनुमंत सिंह ने लोगों से अपील की, "कोई भी संदिग्ध चीज दिखे तो तुरंत सूचना दें। हमारी सीमा सुरक्षित है।"यह घटना एक बार फिर सीमावर्ती इलाकों की सुरक्षा पर सवाल खड़े कर रही है। क्या यह महज हवा का लहराया गुब्बारा है, या किसी बड़ी साजिश की शुरुआत? जांच जारी है