अमित शाह का गहलोत पर प्रहार"हम वचन निभाते हैं, केवल वादे नहीं करते!"
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने जयपुर में 'राइजिंग राजस्थान समिट' के तहत 4 लाख करोड़ के निवेश की ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी की और अशोक गहलोत के 35 लाख करोड़ के एमओयू पर सवाल को जवाब देते हुए कहा, "भाजपा जो कहती है, वो करती है।" भजनलाल सरकार ने 7 लाख करोड़ के निवेश को जमीन पर उतारा। शाह ने तीन नए आपराधिक कानूनों की प्रदर्शनी का उद्घाटन किया और दावा किया कि 2027 तक हर एफआईआर का निपटारा तीन साल में सुप्रीम कोर्ट तक हो जाएगा। सजा का डर 42% से 60% पहुंचा, जो 90% तक जाएगा। 9,315 करोड़ की परियोजनाओं का लोकार्पण, 260 करोड़ की यूनिफॉर्म राशि और 364 करोड़ की दुग्ध सब्सिडी दी गई। शाह ने स्वदेशी अपनाने का आह्वान किया।

जयपुर: केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने राजस्थान की राजधानी जयपुर में एक बार फिर अपनी सरकार की उपलब्धियों का बखान करते हुए पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पर तीखा हमला बोला। जयपुर एग्जिबिशन एंड कन्वेंशन सेंटर (जेईसीसी) में तीन नए आपराधिक कानूनों पर आधारित राज्य स्तरीय प्रदर्शनी का उद्घाटन करने के बाद शाह ने कहा कि भाजपा सरकार वादों को हकीकत में बदलने वाली सरकार है। उन्होंने गहलोत के उस बयान का जवाब दिया, जिसमें उन्होंने 'राइजिंग राजस्थान समिट' में हुए 35 लाख करोड़ के एमओयू पर सवाल उठाए थे। शाह ने कहा, "हम कांग्रेस की तरह हवा में बातें नहीं करते। भजनलाल सरकार ने 35 लाख करोड़ के एमओयू में से 7 लाख करोड़ के निवेश को जमीन पर उतारने का काम शुरू कर दिया है।"
निवेश और विकास की नई ऊंचाइयां
शाह ने 'राइजिंग राजस्थान समिट' का जिक्र करते हुए बताया कि समिट के दौरान हुए 35 लाख करोड़ के निवेश प्रस्तावों में से 4 लाख करोड़ की परियोजनाओं की ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी आज संपन्न हुई। उन्होंने भजनलाल सरकार की तारीफ करते हुए कहा कि यह सरकार निवेश को जमीन पर उतारने में राष्ट्रीय औसत से कहीं आगे है। शाह ने विश्वास जताया कि राजस्थान निवेश के मामले में नया कीर्तिमान स्थापित करेगा।इसके अलावा, शाह ने 9,315 करोड़ रुपये की विभिन्न परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास किया। इनमें 47,000 छात्रों के लिए 260 करोड़ रुपये की यूनिफॉर्म राशि, जो सीधे अभिभावकों के खातों में जमा की गई, और 5 लाख से अधिक दुग्ध उत्पादकों के लिए 364 करोड़ रुपये की सब्सिडी शामिल है। साथ ही, 150 यूनिट मुफ्त बिजली योजना के लिए रजिस्ट्रेशन शुरू हुआ और 56 फॉरेंसिक साइंस लैब (एफएसएल) वाहनों सहित पुलिस वाहनों का लोकार्पण भी किया गया।
नए आपराधिक कानून: न्याय में क्रांति
शाह ने तीन नए आपराधिक कानूनों—भारतीय न्याय संहिता, भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता और भारतीय साक्ष्य अधिनियम—पर जोर देते हुए कहा कि ये कानून 2027 तक पूरी तरह लागू हो जाएंगे। उन्होंने दावा किया कि इन कानूनों के लागू होने के बाद, किसी भी एफआईआर का निपटारा सुप्रीम कोर्ट तक तीन साल के भीतर हो जाएगा। यह 'ईज ऑफ जस्टिस' की दिशा में एक बड़ा कदम होगा। शाह ने बताया कि राजस्थान में सजा का डर 42% से बढ़कर 60% हो गया है, और पूर्ण कार्यान्वयन के बाद यह 90% तक पहुंच जाएगा। उन्होंने कहा, "पहले 100 में से 42 लोगों को सजा होती थी, लेकिन अब यह आंकड़ा 60 तक पहुंच गया है। नए कानूनों के साथ अपराधियों में सजा का डर और बढ़ेगा।"
स्वदेशी और आर्थिक विकास का आह्वान
शाह ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तारीफ करते हुए कहा कि उनकी नीतियों ने भारत की अर्थव्यवस्था को 11वें स्थान से चौथे स्थान पर पहुंचाया है। उन्होंने जनता से स्वदेशी सामान अपनाने का आह्वान किया और कहा, "अगर 140 करोड़ भारतीय स्वदेशी का प्रण लें, तो 2047 तक भारत दुनिया की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन जाएगा।"
राजस्थान में शाह का तीसरा दौरा
पिछले तीन महीनों में अमित शाह का यह राजस्थान का तीसरा दौरा था। इससे पहले 17 जुलाई को उन्होंने जयपुर में सहकार सम्मेलन का उद्घाटन किया था, और 21 सितंबर को जोधपुर में पारसमल बोहरा स्मृति महाविद्यालय भवन का शिलान्यास किया था। इसके अलावा, 6 अप्रैल को कोटपूतली के पावटा में एक आमसभा को संबोधित किया था।
अमित शाह ने अपने दौरे में न केवल विकास कार्यों और नए कानूनों की प्रगति पर प्रकाश डाला, बल्कि कांग्रेस पर तंज कसते हुए भाजपा की 'कथनी और करनी' में एकरूपता को रेखांकित किया। राजस्थान में निवेश, न्याय प्रणाली और स्वदेशी को बढ़ावा देने की उनकी बातें विकास के प्रति सरकार के संकल्प को दर्शाती हैं।