सवाई माधोपुर में भारी बारिश के कहर पर मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा करेंगे हवाई सर्वेक्षण, प्रभावित क्षेत्रों का लेंगे जायजा.
सवाई माधोपुर में भारी बारिश से हुए नुकसान का जायजा लेने मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा आज जिले का दौरा करेंगे। सुबह 11:30 बजे चकचैनपुरा हवाई पट्टी पर पहुंचकर वे हवाई सर्वेक्षण करेंगे और जनसुनवाई में प्रभावित लोगों की समस्याएं सुनेंगे। आपदा मंत्री किरोडीलाल मीणा और विधायक जितेंद्र गोठवाल भी साथ होंगे। बाढ़ग्रस्त इलाकों में राहत कार्य तेज, जिला प्रशासन सक्रिय। मौसम विभाग का रेड

सवाई माधोपुर, 4 अगस्त 2025: राजस्थान के सवाई माधोपुर जिले में हाल ही में हुई मूसलाधार बारिश ने भारी तबाही मचाई है। जिले के कई हिस्सों में बाढ़ जैसे हालात बन गए हैं, जिससे जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हुआ है। इस आपदा की गंभीरता को देखते हुए मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा आज सवाई माधोपुर का दौरा करेंगे और प्रभावित क्षेत्रों का हवाई सर्वेक्षण करेंगे। इस दौरान वे सवाई माधोपुर और खंडार क्षेत्र में बारिश से हुए नुकसान का जायजा लेंगे।
मुख्यमंत्री का हवाई सर्वेक्षण और जनसुनवाई का कार्यक्रम
मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा सुबह 11:30 बजे चकचैनपुरा हवाई पट्टी पर पहुंचेंगे। यहां से वे हवाई सर्वेक्षण के जरिए जिले के बाढ़ग्रस्त इलाकों का निरीक्षण करेंगे। सर्वेक्षण के बाद चकचैनपुरा हवाई पट्टी पर ही जनसुनवाई का आयोजन भी प्रस्तावित है, जिसमें प्रभावित लोगों की समस्याओं को सुनकर त्वरित राहत के निर्देश दिए जा सकते हैं। इस दौरे में आपदा प्रबंधन एवं कृषि मंत्री डॉ. किरोडीलाल मीणा और खंडार क्षेत्र के विधायक जितेंद्र गोठवाल भी उनके साथ मौजूद रहेंगे।
जिला प्रशासन की तैयारियां जोरों पर
मुख्यमंत्री के दौरे को देखते हुए जिला प्रशासन पूरी तरह सक्रिय हो गया है। प्रशासन ने राहत और बचाव कार्यों को तेज कर दिया है, जिसमें सिविल डिफेंस, एसडीआरएफ, और एनडीआरएफ की टीमें दिन-रात जुटी हुई हैं। जिला कलेक्टर काना राम ने आमजन से अपील की है कि वे प्रशासन के निर्देशों का पालन करें और जलभराव वाले क्षेत्रों में सावधानी बरतें। आपात स्थिति में सहायता के लिए जिला नियंत्रण कक्ष के नंबर 07462-220602, 07462-220201 और टोल-फ्री नंबर 1077 पर संपर्क करने की सलाह दी गई है।
भारी बारिश से जिले में तबाही का मंजर
पिछले कुछ दिनों से सवाई माधोपुर में हुई भारी बारिश के कारण नदियां और नाले उफान पर हैं। जिले के 18 में से 12 बांध पूरी तरह भर चुके हैं, और सूरवाल बांध के डाउनस्ट्रीम क्षेत्रों में जलभराव की गंभीर स्थिति बनी हुई है। खंडार क्षेत्र में बोदल और उघाड़ की पुलिया क्षतिग्रस्त होने से सवाई माधोपुर का मध्यप्रदेश और खंडार तहसील से संपर्क कट गया है। कई गांव टापू बन गए हैं, और लोग अपने घर छोड़कर सुरक्षित स्थानों पर शरण लेने को मजबूर हैं। बनास और मोरेल नदियों के किनारे बसे गांवों में भी हालात गंभीर बने हुए हैं।
राहत और बचाव कार्यों में तेजी
जिला प्रशासन और आपदा प्रबंधन टीमें प्रभावित लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने और भोजन पैकेट वितरित करने में जुटी हैं। खंडार क्षेत्र में विधायक जितेंद्र गोठवाल ने स्वयं ट्रैक्टर चलाकर बाढ़ग्रस्त गांवों का दौरा किया और लोगों से नुकसान की जानकारी ली। वहीं, मंत्री किरोडीलाल मीणा ने भी प्रभावित क्षेत्रों का दौरा कर राहत कार्यों का जायजा लिया और पीड़ितों को हर संभव मदद का भरोसा दिलाया। उन्होंने पूर्ववर्ती सरकार की अव्यवस्थित निर्माण नीतियों को नुकसान का कारण ठहराया, विशेष रूप से लटिया नाले पर बिना सर्वे के बनाए गए एलिवेटेड रोड को, जिसके कारण पानी मोहल्लों में घुस गया।
मौसम विभाग का रेड अलर्ट
मौसम विभाग ने सवाई माधोपुर सहित पूर्वी राजस्थान के कई जिलों में अगले 24 से 48 घंटों के लिए अति भारी बारिश का रेड अलर्ट जारी किया है। चंबल नदी का जलस्तर भले ही खतरे के निशान 197 मीटर से घटकर 194 मीटर पर आ गया हो, लेकिन भारी बारिश की आशंका के चलते प्रशासन ने सतर्कता बरतने की अपील की है। लोगों से जलमग्न सड़कों, पुलियाओं, और अंडरपास से बचने की सलाह दी गई है।
मुआवजे का वादा, केंद्र से मदद की उम्मीद
मंत्री किरोडीलाल मीणा ने कहा कि बारिश से हुए नुकसान का त्वरित सर्वे करवाया जाएगा और प्रभावित लोगों को नियमानुसार मुआवजा प्रदान किया जाएगा। क्षतिग्रस्त पुलियाओं के पुनर्निर्माण के लिए केंद्र सरकार से फंड मंजूर करवाने और वन विभाग से एनओसी लेने की प्रक्रिया भी शुरू की जाएगी।
जिले में पहले भी हुईं ऐसी घटनाएं
यह पहली बार नहीं है जब सवाई माधोपुर में भारी बारिश ने कहर बरपाया हो। जुलाई 2025 में भी जिले में मूसलाधार बारिश के कारण एक व्यक्ति की मौत हो गई थी, और कई मकान ढह गए थे। उस समय भी प्रशासन ने राहत कार्यों में तेजी दिखाई थी, लेकिन बार-बार होने वाली ऐसी घटनाएं जिले में बुनियादी ढांचे की कमियों को उजागर करती हैं। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा का यह दौरा न केवल प्रभावित लोगों को राहत प्रदान करने के लिए महत्वपूर्ण है, बल्कि यह जिले में आपदा प्रबंधन और बुनियादी ढांचे को मजबूत करने की दिशा में भी एक बड़ा कदम साबित हो सकता है।