ताऊ के बेटे की शोक सभा में गांव लौटने पर 7 साल बाद हत्या के आरोपी को पुलिस ने दबोचा

सात साल से फरार हत्या के आरोपी को पुलिस ने शोक सभा में गिरफ्तार किया। आरोपी ने बहनोई की बहन से बातचीत के विवाद में हत्या की थी और दिल्ली में मजदूरी कर रहा था।

Sep 6, 2025 - 19:26
Sep 6, 2025 - 19:32
ताऊ के बेटे की शोक सभा में गांव लौटने पर 7 साल बाद हत्या के आरोपी को पुलिस ने दबोचा

खंडेला पुलिस ने सात साल से फरार हत्या के एक आरोपी को आखिरकार गिरफ्तार कर लिया। आरोपी महेश कुमार योगी (32) हत्या के बाद दिल्ली भाग गया था और वहां मजदूरी कर रहा था। पुलिस ने गुप्त सूचना के आधार पर उसे तब दबोचा, जब वह अपने ताऊ के बेटे की शोक सभा में शामिल होने के लिए गांव लौटा था।

बहनोई की बहन से बातचीत बनी हत्या की वजह

खंडेला थाना SHO इंद्रप्रकाश यादव ने बताया कि 12 अप्रैल 2018 को दर्ज एक मामले में महेश कुमार योगी को हत्या का आरोपी घोषित किया गया था। इस हत्या का कारण मृतक हंसराज और आरोपी के बहनोई सरदारमल की बहन के बीच बातचीत थी, जिससे सरदारमल नाराज था। इस विवाद ने हिंसक रूप ले लिया और हंसराज की हत्या कर दी गई।

वारदात का खुलासा: शराब पिलाकर गला रेता, तेजाब डाला

SHO के अनुसार, 11 अप्रैल 2018 को हंसराज को उसके बहनोई सरदारमल ने फोन कर बुलाया था। हंसराज उससे मिलने बाइक से गया, लेकिन वापस नहीं लौटा। अगले दिन सलेदीपुरा बीहड़ में उसका शव मिला। जांच में पता चला कि सरदारमल और महेश योगी ने मिलकर हंसराज को शराब पिलाई, फिर उसका गला रेतकर शव पर तेजाब डाला था। सरदारमल को पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका है, और अब महेश योगी की गिरफ्तारी के साथ मामले में एक और अहम कड़ी जुड़ गई है।

पुलिस की रणनीति: गुप्त सूचना ने दिलाई सफलता

महेश योगी पर 10 हजार रुपये का इनाम घोषित था, लेकिन वह मोबाइल का उपयोग नहीं करता था, जिसके कारण उसकी लोकेशन ट्रेस करना मुश्किल था। पुलिस ने कई बार उसकी संभावित ठिकानों पर दबिश दी, लेकिन सफलता नहीं मिली। तीन दिन पहले गुप्त सूचना मिली कि महेश अपने ताऊ के बेटे की शोक सभा में शामिल होने गांव आया है। खंडेला पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए उसे गिरफ्तार कर लिया।

दिल्ली में छिपकर करता था मजदूरी

गिरफ्तारी के बाद पता चला कि महेश हत्या के बाद दिल्ली भाग गया था और वहां मजदूरी करके अपनी पहचान छिपाए हुए था। SHO इंद्रप्रकाश यादव ने बताया कि इस गिरफ्तारी से सात साल पुराने हत्या के मामले में इंसाफ की दिशा में एक बड़ा कदम उठाया गया है।

Yashaswani Journalist at The Khatak .