जयपुर में हनी ट्रैप का शिकार बना बिजनेसमैन: कारखाने की नौकरी करने वाली युवती ने रचा षड्यंत्र, लिव-इन रिलेशनशिप के फर्जी दस्तावेज बनाकर 6 लाख की फिरौती मांगी
जयपुर में कारखाने की कर्मचारी युवती ने बिजनेसमैन को शादी का झांसा देकर हनी ट्रैप में फंसाया, फर्जी लिव-इन रिलेशनशिप दस्तावेज बनवाए और झूठे केस की धमकी देकर पहले 3 लाख रुपये ऐंठे, फिर 6 लाख की मांग की। पीड़ित ने एयरपोर्ट थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई, पुलिस जांच कर रही है।
जयपुर, 28 नवंबर 2025: राजधानी जयपुर में एक कारोबारी को हनी ट्रैप में फंसाकर फिरौती वसूलने का सनसनीखेज मामला सामने आया है। एक युवती ने अपने साथी के साथ मिलकर बिजनेसमैन को शादी का झांसा देकर करीब रिलेशनशिप में उलझाया, फिर लिव-इन रिलेशनशिप के फर्जी दस्तावेज तैयार कर झूठे केस में फंसाने की धमकी देकर भारी रकम की मांग की। इस घटना ने न केवल शहर के व्यावसायिक हलकों में हड़कंप मचा दिया है, बल्कि महिलाओं द्वारा पुरुषों को फंसाने के बढ़ते मामलों पर सवाल भी खड़े कर दिए हैं।
घटना का पूरा घटनाक्रम मामला जयपुर के एक प्रमुख औद्योगिक क्षेत्र से जुड़ा है, जहां पीड़ित बिजनेसमैन एक बड़े कारखाने के मालिक हैं। पीड़ित का नाम गोपनीय रखा गया है, लेकिन सूत्रों के अनुसार, वे स्थानीय स्तर पर एक सफल उद्यमी हैं जो परिधान या विनिर्माण क्षेत्र से जुड़े हैं। कुछ महीनों पहले, कारखाने में नौकरी करने वाली एक युवती ने बिजनेसमैन से नजदीकी बढ़ाने का प्रयास किया। शुरू में यह रिश्ता दोस्ती के रूप में प्रतीत हुआ, लेकिन जल्द ही युवती ने शादी का प्रस्ताव रख दिया।पीड़ित ने बताया कि युवती ने भावुकता का सहारा लेते हुए लिव-इन रिलेशनशिप का दबाव बनाया। इसी बीच, युवती ने एक नोटरी से फर्जी दस्तावेज तैयार करवाए, जिसमें दोनों के बीच लिव-इन रिलेशनशिप का उल्लेख था। ये दस्तावेज न केवल फर्जी थे, बल्कि इन्हें कानूनी रूप से मान्य बनाने के लिए विभिन्न तारीखें और हस्ताक्षर गढ़े गए थे। युवती का मकसद साफ था – बिजनेसमैन को भावनात्मक रूप से कमजोर करके फिरौती वसूलना।पहले चरण में, युवती ने पीड़ित से 3 लाख रुपये की मांग की। धमकी दी गई कि अगर पैसे नहीं दिए गए, तो लिव-इन रिलेशनशिप के दस्तावेजों के आधार पर शादी न करने या घरेलू हिंसा जैसे झूठे केस दर्ज कराए जाएंगे। पीड़ित ने डर के मारे 3 लाख रुपये दे दिए, लेकिन लालच न पाने पर युवती ने मांग को बढ़ाकर 6 लाख रुपये कर दिया। अब तक पीड़ित पर मानसिक और आर्थिक दबाव इतना बढ़ चुका था कि वे खुद को फंसता हुआ महसूस करने लगे।
पीड़ित की रिपोर्ट और पुलिस कार्रवाई अपनी जान-माल की हिफाजत के लिए पीड़ित ने जयपुर के एयरपोर्ट थाने में शिकायत दर्ज कराई। रिपोर्ट में युवती के अलावा उसके एक साथी का भी नाम शामिल किया गया है, जो इस षड्यंत्र का मुख्य सूत्रधार बताया जा रहा है। पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर ली है, जिसमें धोखाधड़ी, ब्लैकमेल और आईपीसी की विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है।जांच की कमान हेड कांस्टेबल गिर्राज प्रसाद को सौंपी गई है। प्रारंभिक पूछताछ में युवती और उसके साथी के फोन रिकॉर्ड, बैंक ट्रांजेक्शन और फर्जी दस्तावेजों की जांच की जा रही है। पुलिस सूत्रों के अनुसार, युवती का आपराधिक इतिहास हो सकता है, और वह पहले भी इसी तरह के हनी ट्रैप मामलों में लिप्त रही है। गिर्राज प्रसाद ने बताया, "हम सभी सबूत इकट्ठा कर रहे हैं। आरोपी को जल्द गिरफ्तार किया जाएगा, और पीड़ित को न्याय दिलाया जाएगा।"
हनी ट्रैप के बढ़ते मामले: एक चेतावनी यह घटना जयपुर सहित पूरे राजस्थान में हनी ट्रैप के बढ़ते मामलों की पोल खोलती है। विशेषज्ञों का मानना है कि सोशल मीडिया और नौकरी के बहाने ऐसी साजिशें रची जा रही हैं, जहां फर्जी दस्तावेजों का इस्तेमाल कर पुरुषों को फंसाया जाता है। पीड़ित बिजनेसमैन ने अपनी शिकायत में कहा, "मैंने कभी कल्पना भी न की थी कि नौकरी का बहाना बनाकर कोई मेरी जिंदगी बर्बाद करने की कोशिश करेगा। यह सिर्फ पैसे का खेल नहीं, बल्कि सम्मान का सवाल है।"