डॉक्टर ने नवजात का ईलाज करने से मना किया, सुबह बच्चे की हो गई मौत..
झालावाड़ के डग उप जिला अस्पताल में डॉक्टर की लापरवाही से नवजात की मौत, डॉक्टर और कंपाउंडर को एपीओ किया गया। परिजनों ने सख्त कार्रवाई की मांग की।

राजस्थान के झालावाड़ जिले के डग उप जिला अस्पताल में गुरुवार रात एक नवजात की मौत का मामला सामने आया है। परिजनों ने अस्पताल के बाल रोग विशेषज्ञ डॉक्टर मुकेश भारद्वाज और कंपाउंडर पर लापरवाही का गंभीर आरोप लगाया है। घटना के बाद स्वास्थ्य विभाग ने त्वरित कार्रवाई करते हुए डॉक्टर और कंपाउंडर को एपीओ (अवेटिंग पोस्टिंग ऑर्डर) कर दिया है।
डग थाना क्षेत्र के चौकड़ी गांव निवासी भावना कंवर (30) को गुरुवार रात करीब 9 बजे प्रसव पीड़ा के चलते डग उप जिला अस्पताल में भर्ती करवाया गया था। रात 10 बजे भावना ने सामान्य प्रसव (नॉर्मल डिलीवरी) के जरिए एक बेटे को जन्म दिया। परिजन लक्ष्मण सिंह ने बताया कि जन्म के लगभग दो घंटे बाद रात 12 बजे नवजात अचानक रोने लगा और उसकी तबीयत बिगड़ने लगी।
मौके पर मौजूद कंपाउंडर ने नवजात को तुरंत आईसीयू में भर्ती कर लिया और अटेंडर को बाल रोग विशेषज्ञ डॉ. मुकेश भारद्वाज को बुलाने के लिए उनके निजी आवास पर भेजा। लेकिन परिजनों का आरोप है कि डॉ. भारद्वाज ने रात में अस्पताल आने और इलाज करने से साफ मना कर दिया।
नवजात की हालत बिगड़ी, सुबह मृत घोषित
नवजात की हालत लगातार बिगड़ती रही, लेकिन रात भर कोई डॉक्टर उसका इलाज करने नहीं आया। सुबह 8 बजे जब डॉ. मुकेश भारद्वाज अस्पताल पहुंचे, तब तक बहुत देर हो चुकी थी। जांच के बाद नवजात को मृत घोषित कर दिया गया। परिजनों का कहना है कि अगर समय पर इलाज मिला होता, तो शायद उनके बच्चे की जान बच सकती थी।
ब्लॉक चिकित्सा अधिकारी ने माना लापरवाही
ब्लॉक चिकित्सा अधिकारी (बीसीएमओ) विकास जैन ने इस घटना को गंभीर लापरवाही का मामला बताया। उन्होंने कहा, "नवजात को सांस लेने में तकलीफ और घबराहट की शिकायत थी। उसे तुरंत आईसीयू में भर्ती किया गया था। अटेंडर डॉक्टर को बुलाने उनके घर गए, लेकिन डॉक्टर नहीं आए। यह गंभीर लापरवाही है।"
स्वास्थ्य विभाग की कार्रवाई
मामला सामने आने के बाद स्वास्थ्य विभाग ने त्वरित कार्रवाई की। डॉ. मुकेश भारद्वाज को कचनारा अस्पताल और कंपाउंडर को झालावाड़ भेज दिया गया है। दोनों को एपीओ कर दिया गया है, यानी उन्हें अगले आदेश तक कोई नई जिम्मेदारी नहीं दी जाएगी।
परिजनों में आक्रोश, कार्रवाई की मांग
नवजात की मौत के बाद परिजनों में भारी आक्रोश है। लक्ष्मण सिंह और अन्य रिश्तेदारों ने डॉक्टर की लापरवाही को बच्चे की मौत का कारण बताया। परिजनों ने मांग की है कि दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएं न हों।
जानकारी के मुताबिक, डॉ. मुकेश भारद्वाज और कंपाउंडर पिछले तीन महीने से डग उप जिला अस्पताल में तैनात थे। इससे पहले भी झालावाड़ जिले के विभिन्न अस्पतालों और स्वास्थ्य केंद्रों में लापरवाही के मामले सामने आ चुके हैं। परिजनों और स्थानीय लोगों ने मांग की है कि अस्पतालों में रात के समय पर्याप्त चिकित्सा सुविधाएं और डॉक्टरों की उपलब्धता सुनिश्चित की जाए।