मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा कल रहेंगे जोधपुर दौरे पर,पचपदरा रिफाइनरी का करेंगे निरीक्षण और समीक्षा.
राजस्थान के मुख्यमंत्री श्री भजनलाल शर्मा 24 अगस्त 2025 को जोधपुर दौरे पर! पचपदरा रिफाइनरी की प्रगति का जायजा लेंगे और समीक्षा बैठक में देंगे नई दिशा। दोपहर 12:15 बजे जोधपुर एयरपोर्ट से शुरू होगा उनका मिशन, जो पचपदरा में रिफाइनरी के निरीक्षण और विकास के संकल्प के साथ चमकेगा। यह दौरा राजस्थान के औद्योगिक भविष्य को नई ऊंचाइयों तक ले जाने का वादा करता है!

जोधपुर:राजस्थान के मुख्यमंत्री श्री भजनलाल शर्मा 24 अगस्त 2025, रविवार को जोधपुर का दौरा करेंगे। इस दौरान वे बालोतरा जिले के पचपदरा में स्थित एचपीसीएल राजस्थान रिफाइनरी का निरीक्षण करेंगे और इस महत्वाकांक्षी परियोजना की प्रगति को लेकर समीक्षा बैठक में हिस्सा लेंगे। यह रिफाइनरी न केवल पश्चिमी राजस्थान बल्कि पूरे राज्य के औद्योगिक और आर्थिक विकास में मील का पत्थर साबित होने की उम्मीद है।
मुख्यमंत्री का कार्यक्रम:
मुख्यमंत्री श्री शर्मा दोपहर 12:15 बजे जोधपुर हवाई अड्डे पर पहुंचेंगे। इसके तुरंत बाद, दोपहर 12:20 बजे वे हेलीकॉप्टर के जरिए पचपदरा, बालोतरा के लिए रवाना होंगे। दोपहर 12:55 बजे पचपदरा रिफाइनरी पहुंचकर वे दोपहर 1:00 बजे से 3:00 बजे तक रिफाइनरी का विस्तृत निरीक्षण करेंगे। इस दौरान वे परियोजना की प्रगति, तकनीकी पहलुओं और निर्माण कार्यों की स्थिति का जायजा लेंगे। साथ ही, वे अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों के साथ समीक्षा बैठक में हिस्सा लेंगे, जिसमें रिफाइनरी के शीघ्र संचालन और स्थानीय विकास से जुड़े मुद्दों पर चर्चा होगी। इसके बाद, दोपहर 3:35 बजे वे पचपदरा हेलीपैड से जोधपुर हवाई अड्डे के लिए प्रस्थान करेंगे और दोपहर 3:40 बजे जयपुर के लिए रवाना होंगे।
पचपदरा रिफाइनरी: राजस्थान के विकास का आधार
पचपदरा में निर्माणाधीन एचपीसीएल राजस्थान रिफाइनरी राजस्थान सरकार की प्राथमिकता वाली परियोजनाओं में से एक है। यह रिफाइनरी 9 मिलियन टन प्रति वर्ष (एमएमटीपीए) क्रूड ऑयल और 2.4 मिलियन टन प्रति वर्ष पेट्रोकेमिकल्स को प्रोसेस करने की क्षमता के साथ एक एकीकृत ग्रासरूट रिफाइनरी और पेट्रोकेमिकल कॉम्प्लेक्स है। इस परियोजना से न केवल पेट्रोल और डीजल का उत्पादन होगा, बल्कि 35 से अधिक पेट्रोकेमिकल उत्पाद भी तैयार होंगे, जो औद्योगिक क्रांति को बढ़ावा देंगे। इस परियोजना से राज्य को प्रतिवर्ष लगभग 6,000 करोड़ रुपये का राजस्व प्राप्त होने की उम्मीद है। साथ ही, यह परियोजना वर्तमान में 24,000 प्रत्यक्ष और 35,000 अप्रत्यक्ष रोजगार के अवसर प्रदान कर रही है, जिससे स्थानीय स्तर पर आर्थिक समृद्धि को बल मिल रहा है। मुख्यमंत्री ने पहले भी इस रिफाइनरी को समयबद्ध तरीके से पूरा करने और स्थानीय लोगों को अधिकतम रोजगार देने के निर्देश दिए हैं।
मुख्यमंत्री का विजन:
मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने पचपदरा रिफाइनरी को राजस्थान के विकास का एक महत्वपूर्ण स्तंभ बताया है। उनके नेतृत्व में सरकार ने इस परियोजना को मार्च 2025 तक पूरा करने का लक्ष्य रखा है, हालांकि कुछ सूत्रों के अनुसार, दीपावली से पहले भी इसका कार्य पूर्ण हो सकता है। शर्मा ने रिफाइनरी के आसपास पेट्रो जोन के विकास और ग्रीन बेल्ट स्थापित करने के निर्देश दिए हैं, ताकि पर्यावरण संरक्षण के साथ-साथ क्षेत्र में औद्योगिक गतिविधियों को बढ़ावा मिले। इसके अलावा, उन्होंने रिफाइनरी के उत्पादों की प्रभावी मार्केटिंग और निवेशकों को आकर्षित करने के लिए कार्ययोजना तैयार करने पर जोर दिया है।
स्थानीय विकास पर जोर
मुख्यमंत्री के दौरे का उद्देश्य न केवल रिफाइनरी की प्रगति की समीक्षा करना है, बल्कि स्थानीय स्तर पर बुनियादी सुविधाओं जैसे पानी, बिजली, सड़क, शिक्षा और स्वास्थ्य सेवाओं को मजबूत करना भी है। उन्होंने पहले भी सांभरा ग्राम में ईएससी फंड से बन रहे स्कूल और अस्पताल को शीघ्र शुरू करने के निर्देश दिए हैं, ताकि स्थानीय लोगों को इसका लाभ मिल सके। इसके अलावा, रिफाइनरी और आसपास के क्षेत्र में कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए भी प्रभावी कदम उठाने के निर्देश दिए गए हैं।
राजनीतिक संदर्भ
पचपदरा रिफाइनरी को लेकर हाल ही में कुछ राजनीतिक विवाद भी सामने आए हैं। मुख्यमंत्री ने कांग्रेस पर इस परियोजना को लेकर "जुमलेबाजी" करने का आरोप लगाया है, जबकि पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने दावा किया है कि वर्तमान सरकार ने इस परियोजना में एक साल बर्बाद किया। इन विवादों के बावजूद, भजनलाल शर्मा ने इस परियोजना को समय पर पूरा करने और इसे राजस्थान की आर्थिक प्रगति का आधार बनाने का संकल्प दोहराया है।
मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा का जोधपुर दौरा और पचपदरा रिफाइनरी का निरीक्षण राजस्थान के औद्योगिक विकास और ऊर्जा आत्मनिर्भरता की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। यह परियोजना न केवल आर्थिक समृद्धि लाएगी, बल्कि पश्चिमी राजस्थान को औद्योगिक केंद्र के रूप में स्थापित करने में भी मदद करेगी। मुख्यमंत्री का यह दौरा स्थानीय लोगों और उद्योग विशेषज्ञों में उत्साह पैदा कर रहा है, और सभी की निगाहें इस बात पर टिकी हैं कि यह मेगा प्रोजेक्ट कब तक पूर्ण होकर राज्य के विकास को नई गति देगा।