जम्मू-कश्मीर के कुलगाम में दिखाया अदम्य साहस, दो आतंकवादियों को किया ढेर : अभिमान सिंह भाटी को सेना मेडल से सम्मान
जैसलमेर के वीर सपूत अभिमान सिंह भाटी ने कुलगाम में आतंकवादियों के खिलाफ साहसिक ऑपरेशन में पाँच आतंकियों को ढेर किया, जिसके लिए उन्हें स्वतंत्रता दिवस 2025 को सेना मेडल से सम्मानित किया जाएगा। उनकी इस वीरता पर राजस्थान और समस्त भारत को गर्व है।

जैसलमेर, राजस्थान का नाम एक बार फिर गर्व से ऊँचा हो रहा है। यहाँ के भाटी समाज के सपूत, 34 राष्ट्रीय राइफल्स में तैनात अभिमान सिंह भाटी ने अपनी वीरता और साहस से न केवल राजस्थान बल्कि पूरे देश का सिर गर्व से ऊँचा कर दिया। 19 दिसंबर 2024 को जम्मू-कश्मीर के कुलगाम में चले एक जोखिम भरे ऑपरेशन में अभिमान सिंह ने दो आतंकवादियों को आमने-सामने की मुठभेड़ में ढेर किया और अपनी टीम के साथ मिलकर तीन अन्य आतंकवादियों को भी मार गिराया। उनकी इस अदम्य वीरता के लिए स्वतंत्रता दिवस 2025 के अवसर पर उन्हें प्रतिष्ठित गैलेंट्री अवार्ड – सेना मेडल से सम्मानित किया जाएगा।
एक सच्चे योद्धा का परिचय
जैसलमेर के दक्षिणी बसिया क्षेत्र, तेजमलता गाँव के निवासी अभिमान सिंह भाटी, सुपुत्र श्री गोपाल सिंह भाटी, राजपूत समाज के गौरव और भाटी वंश की शान हैं। उनकी वीरता की कहानी हर उस व्यक्ति के लिए प्रेरणा है जो देशभक्ति और साहस की भावना को जीवंत रखना चाहता है। अभिमान सिंह ने अपने कर्तव्य और देश के प्रति समर्पण को सर्वोपरि रखते हुए उस ऑपरेशन में अपनी जान की परवाह नहीं की।
कुलगाम के उस ऑपरेशन में, जहाँ आतंकवादी छिपे हुए थे, अभिमान सिंह ने न केवल अपनी सूझबूझ और रणनीतिक कौशल का परिचय दिया, बल्कि अपनी जान जोखिम में डालकर देश की सुरक्षा सुनिश्चित की। उनकी इस बहादुरी ने न केवल आतंकवादियों के मंसूबों को नाकाम किया, बल्कि उनके साथियों और स्थानीय लोगों में भी एक नया जोश भरा।
राजस्थान की मिट्टी का गर्व
राजस्थान की धरती वीरों और शूरवीरों की कहानियों से भरी पड़ी है। अभिमान सिंह भाटी ने इस गौरवशाली परंपरा को और मजबूत किया है। भाटी समाज और समस्त राजपूत समाज में उनकी इस उपलब्धि पर खुशी की लहर दौड़ रही है।
स्थानीय लोगों का कहना है, “अभिमान सिंह ने हमें गर्व करने का एक और मौका दिया है। उनकी वीरता की कहानी आने वाली पीढ़ियों को प्रेरित करेगी।”
जैसलमेर के तेजमलता गाँव में उनके परिवार और ग्रामीणों के बीच उत्साह का माहौल है। उनके पिता, गोपाल सिंह भाटी, ने गर्व के साथ कहा, “मेरा बेटा देश की सेवा में लगा है, और उसकी यह उपलब्धि हम सभी के लिए गर्व का विषय है।” गाँव के बुजुर्गों से लेकर युवाओं तक, हर कोई अभिमान सिंह की वीरता की चर्चा कर रहा है।
सेना मेडल साहस का सम्मान
15 अगस्त 2025 को स्वतंत्रता दिवस के मौके पर अभिमान सिंह भाटी को सेना मेडल से सम्मानित किया जाएगा। यह सम्मान न केवल उनके साहस और वीरता का प्रतीक है, बल्कि उन सभी सैनिकों के लिए एक प्रेरणा है जो देश की सीमाओं की रक्षा में दिन-रात तैनात रहते हैं। यह पुरस्कार उनकी उस भावना को सलाम करता है, जो अपने कर्तव्य को हर कीमत पर पूरा करने के लिए तत्पर रहती है।
अभिमान सिंह भाटी की यह कहानी केवल एक सैनिक की वीरता की कहानी नहीं है; यह देशभक्ति, साहस और बलिदान की भावना की कहानी है। उनकी इस उपलब्धि ने न केवल उनके परिवार और समाज को गौरवान्वित किया है, बल्कि हर उस भारतीय के दिल में देश के प्रति गर्व की भावना को और मजबूत किया है।
श्री मान अभिमान सिंह भाटी को सेना मेडल प्राप्त करने पर हार्दिक बधाई और शुभकामनाएँ!
आपकी वीरता पर समस्त राजस्थान और भारतवर्ष को गर्व है।