शादी की खुशियां मातम में बदल गईं: DRDO के युवा अधिकारी आदित्य जाटव की अचानक मौत, साइलेंट हार्ट अटैक की आशंका
राजस्थान के अलवर में DRDO में जॉइंट डायरेक्टर आदित्य जाटव (25) की शादी के सिर्फ दो दिन बाद साइलेंट हार्ट अटैक से मौत हो गई। 25 नवंबर को धूमधाम से हुई शादी के 48 घंटे बाद ही दुल्हन नव्या का सुहाग उजड़ गया। मेहंदी का रंग भी नहीं छूटा था कि घर में खुशियां मातम में बदल गईं।
अलवर, 27 नवंबर 2025 : जिंदगी के सबसे हसीन लम्हों को सेलिब्रेट करने के ठीक दो दिन बाद एक युवा दूल्हे की अचानक मौत ने पूरे परिवार को सदमे में डाल दिया। डिफेंस रिसर्च एंड डेवलपमेंट ऑर्गेनाइजेशन (DRDO) में जॉइंट डायरेक्टर के पद पर तैनात 25 वर्षीय आदित्य जाटव की गुरुवार सुबह साइलेंट हार्ट अटैक से मौत हो गई। शादी की रस्में निपटते ही जहां घर में शहनाइयों की धुनें गूंज रही थीं, वहां आज मातम का सन्नाटा पसर गया है। दुल्हन नव्या बेसुध हो गईं, और परिवार के सदस्यों के आंसू थमने का नाम नहीं ले रहे। यह दर्दनाक घटना अलवर के शिवाजी पार्क थाने के अंतर्गत आने वाले इलाके में घटी है।
घटना का पूरा विवरण: सुबह की शुरुआत, जो अंतिम साबित हुई गुरुवार, 27 नवंबर 2025 की सुबह करीब 6 बजे की बात है। आदित्य जाटव अपने अलवर स्थित पैतृक आवास के बाथरूम में नहाने के लिए गए थे। कुछ मिनटों बाद जब वे लौटे नहीं, तो परिवार के सदस्यों को शक हुआ। दरवाजा खटखटाने पर कोई जवाब न मिलने पर उन्होंने दरवाजा तोड़ा। अंदर आदित्य बेसुध पड़े थे। परिवार वाले घबरा गए और तुरंत उन्हें नजदीकी अस्पताल ले गए। वहां डॉक्टरों ने प्रारंभिक जांच के बाद उन्हें मृत घोषित कर दिया।डॉक्टरों की प्रारंभिक रिपोर्ट के अनुसार, मौत का कारण साइलेंट हार्ट अटैक लग रहा है। साइलेंट हार्ट अटैक वह स्थिति होती है जिसमें व्यक्ति को सीने में दर्द या अन्य लक्षणों का अहसास नहीं होता, और यह अचानक ही जानलेवा साबित हो जाता है। खासकर युवाओं में तनाव, अनियमित जीवनशैली या आनुवंशिक कारणों से यह हो सकता है। हालांकि, पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट का इंतजार है, जो मौत के सटीक कारण को स्पष्ट करेगी। परिवार के सदस्यों ने बताया कि आदित्य को कोई पुरानी बीमारी नहीं थी। वे पूरी तरह स्वस्थ और ऊर्जावान दिख रहे थे।
शादी का सपना जो अधूरा रह गया आदित्य और नव्या की शादी 25 नवंबर 2025 को धूमधाम से हुई थी। दोनों की उम्र 25 वर्ष ही थी, और यह उनके परिवारों के बीच लंबे समय से चली आ रही रिश्तेदारी का नतीजा था। शादी की रस्में अलवर में ही संपन्न हुईं, जहां हंसी-खुशी और संगीत से घर गूंज रहा था। मेहंदी की रंगत अभी भी नव्या के हाथों पर ताजा थी—लाल-भूरा रंग जो सुहाग की निशानी होता है। लेकिन शादी के महज 48 घंटे बाद ही यह खुशियां मातम में बदल गईं। नव्या, जो अभी-अभी अपनी नई जिंदगी की शुरुआत कर रही थीं, पति की मौत की खबर सुनते ही बेहोश हो गईं। परिवार की महिलाओं ने उन्हें संभाला, लेकिन उनका दर्द शब्दों से परे है। "मेरी बेटी का सुहाग उजड़ गया, मेहंदी का रंग सूखा भी नहीं था," नव्या की मां ने रोते हुए कहा।आदित्य के पिता, जो स्थानीय व्यवसायी हैं, ने बताया, "हमारा बेटा हमेशा खुशमिजाज रहता था। शादी के बाद वह मैसूर लौटने की तैयारी कर रहा था। कल रात तक सब कुछ सामान्य था।" परिवार में आदित्य एकमात्र भाई थे, और उनकी मौत ने पूरे कुनबे को तोड़ दिया है। पड़ोसियों और रिश्तेदारों का तांता लगा हुआ है, लेकिन सन्नाटा ही घर का सबसे बड़ा साथी बन गया है।
आदित्य जाटव: एक होनहार अधिकारी की प्रेरणादायक कहानी आदित्य जाटव का जन्म अलवर, राजस्थान में एक साधारण परिवार में हुआ था। बचपन से ही होशियार और मेहनती, उन्होंने इंजीनियरिंग में टॉप रैंक हासिल की। DRDO में चयन के बाद वे मैसूर में जॉइंट डायरेक्टर के रूप में तैनात थे। DRDO भारत की रक्षा अनुसंधान संस्था है, जो मिसाइल, रडार और अन्य उन्नत तकनीकों पर काम करती है। 25 वर्ष की उम्र में इतनी ऊंची पोस्ट हासिल करना कोई साधारण उपलब्धि नहीं थी। आदित्य को उनके सहकर्मी "समर्पित और इनोवेटिव" बताते हैं। वे अक्सर परिवार को मैसूर से वीडियो कॉल पर अपनी जिम्मेदारियों के बारे में बताते थे।शादी के लिए वे विशेष रूप से अलवर लौटे थे। नव्या, जो अलवर के एक प्रतिष्ठित कॉलेज से ग्रेजुएट हैं, एक प्राइवेट कंपनी में काम करती थीं। दोनों की मुलाकात परिवारिक आयोजनों में हुई थी, और जल्द ही वे एक-दूसरे के लिए बने। शादी के कार्ड पर लिखा था—"नई शुरुआत, नई जिंदगी"—लेकिन किस्मत ने कुछ और ही लिखा।
पुलिस और प्रशासन की कार्रवाई घटना की सूचना मिलते ही शिवाजी पार्क थाने की पुलिस टीम मौके पर पहुंची। उन्होंने पैनिक में कोई गड़बड़ी न होने की पुष्टि की। मामला संदिग्ध न लगने के कारण इसे प्राकृतिक मौत का केस माना गया है। फिर भी, पोस्टमॉर्टम के लिए शव को अलवर जिला अस्पताल भेज दिया गया। DRDO के अधिकारियों ने भी परिवार से संपर्क किया है और हर संभव मदद का आश्वासन दिया है। अलवर के कलेक्टर ने परिवार को सांत्वना दी और आर्थिक सहायता की घोषणा की।
साइलेंट हार्ट अटैक: युवाओं के लिए खतरे की घंटी यह घटना युवाओं के बीच साइलेंट हार्ट अटैक के बढ़ते मामलों की याद दिलाती है। विशेषज्ञों के अनुसार, भारत में 30 वर्ष से कम उम्र के युवाओं में हृदय रोग 20% बढ़ गए हैं। कारण? तनाव, फास्ट फूड, कम नींद और व्यायाम की कमी। डॉक्टरों की सलाह है कि नियमित चेकअप और स्वस्थ जीवनशैली अपनाएं। आदित्य जैसे युवा, जो करियर में चरम पर होते हैं, अक्सर इन लक्षणों को नजरअंदाज कर देते हैं।
परिवार का संदेश: जिंदगी की नाजुकता पर विचार आदित्य के चाचा ने कहा, "हमारा बेटा देश की सेवा में लगा था, लेकिन जिंदगी ने हमें झकझोर दिया। कृपया सभी युवा अपनी सेहत का ध्यान रखें।" अंतिम संस्कार आज शाम अलवर में ही होगा, जहां DRDO के कई अधिकारी भी शामिल होंगे। नव्या अब विधवा हो चुकी हैं, लेकिन परिवार का कहना है कि वे उन्हें कभी अकेला नहीं छोड़ेंगे।