जोधपुर रेलवे स्टेशन का 'अमृत भारत स्टेशन योजना' के तहत ,474 करोड की लागत से पुनर्विकास कार्यकलाप अब अंतिम चरण पर।
जोधपुर रेलवे स्टेशन का अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत 474 करोड़ रुपये की लागत से पुनर्विकास हो रहा है। यह स्टेशन मारवाड़ी संस्कृति और आधुनिकता के मिश्रण के साथ विश्व स्तरीय स्मार्ट रेलवे स्टेशन बनेगा, जो प्रतिदिन 92,000 यात्रियों को सुविधाएं प्रदान करेगा। 72 मीटर चौड़ा एयर कॉनकोर्स, लिफ्ट, एस्केलेटर, फूड कोर्ट, पार्किंग, और ग्रीन बिल्डिंग सुविधाएं जैसे सोलर पैनल व सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट शामिल होंगे। यह परियोजना स्थानीय विकास और रोजगार सृजन को बढ़ावा देगी।

राजस्थान के दूसरे सबसे बड़े शहर जोधपुर का मुख्य रेलवे स्टेशन जल्द ही आधुनिकता और मारवाड़ी संस्कृति के अनूठे संगम के साथ विश्व स्तरीय स्मार्ट रेलवे स्टेशन के रूप में नजर आएगा। अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत 474 करोड़ रुपये की लागत से चल रहे इस स्टेशन के पुनर्विकास कार्य में तेजी से प्रगति हो रही है। यह परियोजना अगले 50 वर्षों की जरूरतों को ध्यान में रखते हुए डिजाइन की गई है, जो प्रतिदिन 92,000 से अधिक यात्रियों को अत्याधुनिक सुविधाएं प्रदान करेगी।
अमृत भारत स्टेशन योजना का अवलोकन
अमृत भारत स्टेशन योजना, फरवरी 2023 में रेल मंत्रालय द्वारा शुरू की गई एक महत्वाकांक्षी पहल है, जिसका उद्देश्य देशभर के 1,309 रेलवे स्टेशनों का पुनर्विकास करना है। यह योजना भारत सरकार की अन्य प्रमुख योजनाओं जैसे भारतनेट, मेक इन इंडिया, स्टार्टअप इंडिया, और स्टैंडअप इंडिया के साथ समन्वय में कार्य करती है। इसका लक्ष्य स्टेशनों को आधुनिक, स्वच्छ, सुरक्षित और स्थानीय संस्कृति से प्रेरित परिवहन केंद्रों में बदलना है।
जोधपुर रेलवे स्टेशन का नया स्वरूप
जोधपुर रेलवे स्टेशन का पुनर्विकास सूर्यनगरी की पारंपरिक स्थापत्य कला और हेरिटेज को आधुनिक सुविधाओं के साथ जोड़कर किया जा रहा है। इस परियोजना की प्रमुख विशेषताएं इस प्रकार हैं:
आधुनिक बुनियादी ढांचा: स्टेशन के मुख्य प्रवेश (राई का बाग साइड) पर भूतल सहित चार मंजिला इमारत और द्वितीय प्रवेश (भगत की कोठी साइड) पर भूतल सहित तीन मंजिला इमारत का निर्माण हो रहा है। मुख्य प्रवेश पर पिलिंथ लेवल का कार्य पूरा हो चुका है, जबकि द्वितीय प्रवेश पर भूतल और प्रथम तल का स्ट्रक्चरल कार्य पूरा हो गया है। मुख्य प्रवेश की इमारत 14,000 वर्ग मीटर और द्वितीय प्रवेश की इमारत 9,000 वर्ग मीटर क्षेत्र में बन रही है।
एयर कॉनकोर्स: 72 मीटर चौड़ा और 6,121 वर्ग मीटर का एयर कॉनकोर्स क्षेत्र बनाया जा रहा है, जो सभी प्लेटफॉर्म और दोनों छोर की इमारतों को जोड़ेगा। इसमें वाणिज्यिक दुकानें, कैफेटेरिया, एग्जीक्यूटिव लाउंज, फूड कोर्ट, पर्यटक सूचना केंद्र और वेटिंग हॉल जैसी सुविधाएं होंगी।
यात्री सुविधाएं: यात्रियों की सुगम आवाजाही के लिए 35 लिफ्ट और 16 एस्केलेटर लगाए जाएंगे। राई का बाग साइड पर 1,433 वर्ग मीटर और भगत की कोठी साइड पर 1,678 वर्ग मीटर क्षेत्र में फुट ओवर ब्रिज का निर्माण हो रहा है। आगमन और प्रस्थान के लिए अलग-अलग प्रवेश और निकास द्वार, अत्याधुनिक वेटिंग रूम, शॉपिंग कॉम्पलेक्स, उन्नत लाइटिंग, कोच गाइडेंस बोर्ड, ट्रेन इंडिकेटर, बैगेज स्कैनर, मेटल डिटेक्टर और पर्याप्त पार्किंग सुविधा उपलब्ध होगी। दिव्यांगजनों के लिए विशेष सुविधाएं और शौचालय भी होंगे।
पार्किंग और सड़कें: 39,000 वर्ग मीटर क्षेत्र में पक्का फर्श और सुव्यवस्थित पार्किंग सुविधा विकसित की जाएगी।
हरित पर्यावरण: स्टेशन पर ग्रीन बिल्डिंग आधारित सुविधाएं होंगी, जिनमें सोलर पैनल, कचरा प्रसंस्करण, सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट, वर्षा जल संचयन और फायर फाइटिंग सिस्टम शामिल हैं। योजना के व्यापक लक्ष्य
आधुनिकीकरण: स्टेशनों को एयरपोर्ट की तर्ज पर विश्व स्तरीय सुविधाओं से लैस करना, जिसमें रूफ प्लाजा, सिटी सेंटर और इंटर-मोडल कनेक्टिविटी शामिल है।
स्थानीय संस्कृति का समावेश: स्टेशन का डिजाइन स्थानीय संस्कृति और विरासत से प्रेरित होगा, जैसे जोधपुर में मारवाड़ी कला और हेरिटेज का समावेश।
यात्री सुविधाएं: स्वच्छता, सुरक्षा, और उपयोग में आसानी पर ध्यान, साथ ही दिव्यांगजनों के लिए विशेष सुविधाएं।
आर्थिक प्रभाव: यह योजना स्थानीय विकास को बढ़ावा देगी और प्रत्यक्ष-अप्रत्यक्ष रूप से रोजगार के अवसर पैदा करेगी।
प्रगति और उद्घाटन
जोधपुर स्टेशन पर पुनर्विकास कार्य तेजी से चल रहा है, और उत्तर पश्चिम रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी शशि किरण के अनुसार, महाप्रबंधक अमिताभ के निर्देशानुसार यह कार्य समयबद्ध तरीके से पूरा किया जा रहा है। देशभर में इस योजना के तहत 22 मई 2025 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 103 स्टेशनों का उद्घाटन किया, जिसमें राजस्थान के 8 स्टेशन शामिल थे। कुल 1,309 स्टेशनों के पुनर्विकास के लिए 25,000 करोड़ रुपये से अधिक का निवेश किया जा रहा है।
जोधपुर स्टेशन का महत्व
जोधपुर रेलवे स्टेशन का यह नया स्वरूप न केवल यात्रियों को बेहतर सुविधाएं प्रदान करेगा, बल्कि पर्यटन को बढ़ावा देने और स्थानीय अर्थव्यवस्था को मजबूत करने में भी योगदान देगा। यह परियोजना राजस्थान के विकास की गति को और तेज करेगी, जिससे जोधपुर एक आधुनिक और सांस्कृतिक रूप से समृद्ध रेलवे केंद्र के रूप में उभरेगा।