जोधपुर के अरना-झरना कुण्ड में दर्दनाक हादसा: पानी के तेज बहाव में तीन युवकों के डूबने की घटना...
जोधपुर के लूणी क्षेत्र में अरना-झरना कुण्ड में 18 जुलाई 2025 को एक दुखद हादसा हुआ, जिसमें तीन युवक तेज पानी के बहाव में बह गए। स्थानीय लोगों ने त्वरित कार्रवाई कर दो युवकों को सुरक्षित बचा लिया,लेकिन तीसरे युवक की तलाश लंबे समय तक जारी रही। यह हादसा मानसून में प्राकृतिक स्थलों पर लापरवाही के खतरे को दर्शाता है।

जोधपुर के लूणी क्षेत्र में स्थित अरना-झरना कुण्ड में 18 जुलाई 2025 को एक दुखद हादसा हुआ, जिसमें तीन युवक पानी के तेज बहाव में बह गए। यह घटना उस समय हुई जब युवक झरने के पास नहाने के लिए गए थे। भारी बारिश के कारण झरने में पानी का बहाव अत्यधिक तेज था, जिसके चलते यह हादसा हुआ। स्थानीय लोगों की तत्परता और साहस के कारण दो युवकों को सुरक्षित बचा लिया गया, लेकिन तीसरे युवक की तलाश लंबे समय तक जारी रही।
घटना का विवरण
जानकारी के अनुसार, तीन युवक अरना-झरना कुण्ड के पास पिकनिक मनाने और झरने में नहाने के लिए पहुंचे थे। यह स्थल जोधपुर के लोकप्रिय पर्यटन और पिकनिक स्थलों में से एक है, जो खासकर मानसून के दौरान पर्यटकों को आकर्षित करता है। लेकिन भारी बारिश के कारण झरने में पानी का स्तर और बहाव खतरनाक रूप से बढ़ गया था। नहाने के दौरान तीनों युवक तेज बहाव में फंस गए और पानी में बहने लगे।घटना की सूचना मिलते ही आसपास के ग्रामीण और स्थानीय लोग मौके पर पहुंचे। उन्होंने तुरंत बचाव कार्य शुरू किया और दो युवकों को पानी से सुरक्षित बाहर निकाल लिया। हालांकि, तीसरा युवक तेज बहाव के कारण गहरे पानी में चला गया और उसे तुरंत नहीं ढूंढा जा सका।
बचाव अभियान और पुलिस की कार्रवाई
हादसे की खबर मिलने पर राजीव गांधी थाना पुलिस और सिविल डिफेंस की टीम तुरंत मौके पर पहुंची। सिविल डिफेंस ने कड़ी मशक्कत के बाद तीसरे युवक के शव को पानी से बाहर निकाला। प्रारंभिक जांच में पता चला कि हादसा झरने में अचानक बढ़े पानी के बहाव के कारण हुआ।
परिवार और समुदाय में शोक
इस हादसे ने मृतक युवक के परिवार और स्थानीय समुदाय में शोक की लहर दौड़ा दी। परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। इस घटना ने एक बार फिर प्राकृतिक स्थलों पर सुरक्षा उपायों की कमी को उजागर किया है। स्थानीय लोगों ने प्रशासन से मांग की है कि ऐसे खतरनाक स्थानों पर चेतावनी बोर्ड लगाए जाएं और मानसून के दौरान पर्यटकों के लिए विशेष सुरक्षा व्यवस्था की जाए।
प्रशासन की प्रतिक्रिया
पुलिस और स्थानीय प्रशासन ने इस घटना को गंभीरता से लिया है। राजीव गांधी थाना पुलिस ने लोगों से अपील की है कि वे बारिश के मौसम में झरनों और नदियों जैसे स्थानों पर सावधानी बरतें। साथ ही, भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए सुरक्षा उपायों पर विचार किया जा रहा है।
यह हादसा प्राकृतिक सौंदर्य स्थलों पर लापरवाही के खतरों की एक दुखद याद दिलाता है। अरना-झरना कुण्ड जैसे स्थानों पर मानसून के दौरान बढ़ता जलस्तर और तेज बहाव जानलेवा साबित हो सकता है। इस घटना ने प्रशासन और पर्यटकों दोनों को सतर्क रहने की जरूरत पर बल दिया है।