जेठानी की जगह देवरानी ने डमी कैंडिडेट बनकर दी थी परीक्षा,SOG ने खोला फर्जीवाड़े का राज...
जोधपुर में एटीएस-एसओजी ने स्कूल व्याख्याता भर्ती परीक्षा 2022 में डमी कैंडिडेट फर्जीवाड़े का खुलासा किया। डालूराम मीणा और उनकी पत्नी मौसम मीणा को गिरफ्तार किया गया, जिन्होंने डालूराम की जेठानी रेखा मीणा के स्थान पर मौसम को परीक्षा में बैठाया था। रेखा फरार है, और उसकी तलाश जारी है। डालूराम पहले भी सब इंस्पेक्टर भर्ती 2021 में फर्जीवाड़े के लिए गिरफ्तार हो चुका है, जिससे पेपर लीक का खुलासा हुआ था। एसओजी अब गिरोह के अन्य सदस्यों की तलाश में जुटी है।

जोधपुर: राजस्थान में प्रतियोगी परीक्षाओं में फर्जीवाड़े पर नकेल कसने के लिए सक्रिय एटीएस-एसओजी ने जोधपुर के भोपालगढ़ में बड़ी कार्रवाई करते हुए स्कूल व्याख्याता भर्ती परीक्षा 2022 में डमी कैंडिडेट के जरिए धोखाधड़ी करने वाले गिरोह का पर्दाफाश किया है। इस मामले में डालूराम मीणा (31) और उनकी पत्नी मौसम मीणा (31) को गिरफ्तार किया गया है, जबकि उनकी जेठानी रेखा मीणा फरार है और उसकी तलाश जारी है। यह गिरोह लंबे समय से डमी कैंडिडेट्स के जरिए परीक्षाओं में धांधली कर रहा था।
क्या है पूरा मामला?
एटीएस-एसओजी को मिली गुप्त सूचना के आधार पर जांच शुरू की गई थी। जांच में खुलासा हुआ कि स्कूल व्याख्याता (हिन्दी) भर्ती परीक्षा 2022 में डालूराम मीणा ने अपनी जेठानी रेखा मीणा के स्थान पर अपनी पत्नी मौसम मीणा को डमी कैंडिडेट के रूप में बैठाया था। मौसम ने रेखा के नाम और पहचान का उपयोग कर परीक्षा दी, जिससे रेखा का चयन हो सके। यह फर्जीवाड़ा उजागर होने के बाद दोनों आरोपियों को भोपालगढ़ के भैरू नगर, औस्तरा से गिरफ्तार किया गया।दोनों आरोपी मूल रूप से दौसा जिले के ठेकड़ा महवा के रहने वाले हैं। वर्तमान में डालूराम और मौसम जोधपुर के भैरू नगर में राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय, धेणुओ की ढाणी में तृतीय श्रेणी अध्यापक के पद पर कार्यरत थे। इस मामले में जयपुर के एसओजी थाने में पहले से ही मुकदमा दर्ज था, और डालूराम के खिलाफ कोर्ट से पुलिस एक्ट की धारा 37 के तहत गिरफ्तारी वारंट भी जारी हो चुका था।
डालूराम का आपराधिक इतिहास
एसओजी के अतिरिक्त महानिदेशक वी.के. सिंह ने बताया कि डालूराम मीणा पहले भी सब इंस्पेक्टर भर्ती परीक्षा 2021 में फर्जीवाड़े के लिए गिरफ्तार हो चुका है। उसने इस परीक्षा में अपने स्थान पर डमी कैंडिडेट बैठाकर चयन हासिल किया था। इस मामले में जयपुर के एसओजी थाने में मुकदमा नंबर 02/2024 दर्ज है। डालूराम की पूछताछ से ही सब इंस्पेक्टर भर्ती परीक्षा 2021 के पेपर लीक का सनसनीखेज खुलासा हुआ था। उसकी निशानदेही पर इस गिरोह के अन्य सदस्यों की तलाश भी तेज कर दी गई है।
जेठानी फरार
इस फर्जीवाड़े की मुख्य लाभार्थी रेखा मीणा अभी फरार है। एसओजी ने उसकी तलाश के लिए विशेष टीमें गठित की हैं। जांच में यह भी पता लगाया जा रहा है कि इस गिरोह में और कौन-कौन शामिल है और क्या अन्य परीक्षाओं में भी इसी तरह की धांधली की गई।
SOG की कार्रवाई
एटीएस-एसओजी ने इस मामले में तेजी से कार्रवाई करते हुए दोनों आरोपियों को हिरासत में लिया और कोर्ट में पेश किया। डालूराम और मौसम से पूछताछ में गिरोह के अन्य सदस्यों और डमी कैंडिडेट्स की व्यवस्था करने वाले दलालों की जानकारी जुटाई जा रही है। एसओजी की टीमें अब रेखा मीणा और इस गिरोह से जुड़े अन्य लोगों को पकड़ने के लिए जोधपुर, दौसा और आसपास के इलाकों में छापेमारी कर रही हैं।
परीक्षा फर्जीवाड़े पर सख्ती
राजस्थान में हाल के वर्षों में प्रतियोगी परीक्षाओं में फर्जीवाड़ा, पेपर लीक और डमी कैंडिडेट्स की घटनाएं बढ़ी हैं। एसओजी ने इन मामलों में सख्ती बरतते हुए अब तक कई बड़े गिरोहों का भंडाफोड़ किया है। स्कूल व्याख्याता और सब इंस्पेक्टर भर्ती परीक्षाओं में धांधली के कई मामले सामने आने के बाद सरकार और जांच एजेंसियां अलर्ट हैं।
यह कार्रवाई न केवल इस गिरोह के खिलाफ एक बड़ी सफलता है, बल्कि यह भी संदेश देती है कि प्रतियोगी परीक्षाओं में धांधली करने वालों को बख्शा नहीं जाएगा।