हनुमान बेनीवाल की जोधपुर में हुंकार, प्रदूषण और नौजवानों के मुद्दों पर सरकार को घेरा

जोधपुर में जोजरी नदी बचाओ आंदोलन में RLP सांसद हनुमान बेनीवाल ने प्रदूषण, SI भर्ती घोटाले, अग्निवीर योजना और वोट चोरी जैसे मुद्दों पर सरकार को घेरा। उन्होंने डोली गांव में नदी के अस्तित्व को बचाने के लिए आर-पार की लड़ाई का ऐलान किया।

Aug 17, 2025 - 17:14
हनुमान बेनीवाल की जोधपुर में हुंकार, प्रदूषण और नौजवानों के मुद्दों पर सरकार को घेरा

राजस्थान के जोधपुर जिले के डोली गांव में आज जोजरी नदी बचाओ आंदोलन की महारैली आयोजित की गई, जिसमें राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी (RLP) के सुप्रीमो और नागौर सांसद हनुमान बेनीवाल ने शिरकत की। इस आंदोलन का मकसद जोजरी नदी में फैक्ट्रियों से निकलने वाले जहरीले और रासायनिक कचरे को रोकना है, जो नदी को प्रदूषित कर स्थानीय ग्रामीणों के जीवन को नारकीय बना रहा है। बेनीवाल ने जोधपुर के सर्किट हाउस में मीडिया से बातचीत में इस आंदोलन को आर-पार की लड़ाई करार दिया और कहा कि उनकी पार्टी नदी के अस्तित्व को बचाने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ेगी।

जोजरी नदी: जीवनदायिनी से जहरीली नदी तक

जोजरी नदी, जो लूनी नदी की सबसे लंबी सहायक नदी है, कभी जोधपुर, पाली और बालोतरा के गांवों के लिए जीवन का आधार थी। लेकिन आज यह नदी औद्योगिक कचरे, अनुपचारित सीवेज और रासायनिक प्रदूषण की चपेट में है। जोधपुर और बालोतरा के औद्योगिक क्षेत्रों से निकलने वाला जहरीला पानी नदी में बहाया जा रहा है, जिससे खेत बंजर हो रहे हैं, ग्रामीणों का स्वास्थ्य प्रभावित हो रहा है और श्मशान घाट तक जलमग्न हो चुके हैं। हाल ही में डोली गांव में भैराराम भील के अंतिम संस्कार में प्रदूषित पानी के कारण आई दिक्कत ने इस समस्या की गंभीरता को और उजागर किया।

हनुमान बेनीवाल ने कहा, "जोजरी नदी में फैक्ट्रियों का गंदा पानी डाला जा रहा है, जिससे आसपास के गांवों की स्थिति बद से बदतर हो गई है। खेतों में फसलें नष्ट हो रही हैं, लोगों का स्वास्थ्य खराब हो रहा है और सांस लेना तक मुश्किल हो गया है। हम इस नदी को बचाने के लिए निर्णायक लड़ाई लड़ेंगे।"

डीपीआर पर सवाल, रिवर फ्रंट की हकीकत

बेनीवाल ने केंद्रीय जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत पर भी निशाना साधा, जिन्होंने जोजरी नदी के किनारे रिवर फ्रंट परियोजना का वादा किया था। उन्होंने कहा, "शेखावत जी ने बड़े-बड़े भाषण दिए कि जोजरी का पानी इतना साफ होगा कि टमाटर की खेती हो सकेगी और रिवर फ्रंट बनेगा। लेकिन आज तक कुछ नहीं हुआ।" बेनीवाल ने डीपीआर (विस्तृत परियोजना रिपोर्ट) पर भी सवाल उठाए और कहा कि डीपीआर बनने से कुछ नहीं होता, क्योंकि सरकारें बदलने पर ये योजनाएं धरी रह जाती हैं।

नौजवानों के मुद्दों पर आक्रामक रुख

जोजरी नदी के प्रदूषण के साथ-साथ बेनीवाल ने राजस्थान के नौजवानों के मुद्दों को भी जोर-शोर से उठाया। उन्होंने कहा कि राजस्थान का युवा अब बीजेपी और कांग्रेस दोनों से ऊब चुका है और बदलाव चाहता है। उन्होंने विशेष रूप से SI भर्ती घोटाले का जिक्र किया, जिसे उन्होंने "बड़े स्तर का घोटाला" करार दिया। बेनीवाल ने कहा, "लोकसभा में मैंने SI भर्ती घोटाले का मुद्दा उठाया था। अभी कई बड़े मगरमच्छ पकड़े जाने बाकी हैं। हम इसकी जांच की मांग करते रहेंगे।"

इसके अलावा, उन्होंने अग्निवीर योजना के खिलाफ भी अपनी आवाज बुलंद की और कहा कि यह नौजवानों के भविष्य के साथ खिलवाड़ है। बेनीवाल ने कहा, "हम नौजवानों के हक के लिए लड़ रहे हैं। अग्निवीर योजना को लेकर भी हमारा संघर्ष जारी है।"

वोट चोरी और उपराष्ट्रपति विवाद पर सनसनीखेज बयान

हनुमान बेनीवाल ने चुनाव आयोग और वोट चोरी के मुद्दे पर भी तीखा हमला बोला। उन्होंने कहा, "चुनाव आयोग सफाई देता रहेगा, लेकिन वोट चोरी निश्चित रूप से हो रही है। लोग गीता पर हाथ रखकर कसम खाते हैं, लेकिन हकीकत कुछ और है।" उन्होंने हाल ही में इंडिया एयरलाइंस कर्मचारियों के प्रदर्शन का भी जिक्र किया और कहा कि उनकी पार्टी उनके साथ है।

उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ के पद से हटाए जाने पर भी बेनीवाल ने सवाल उठाए। उन्होंने कहा, "पहली बार किसी उपराष्ट्रपति को बीच में हटाया गया है। देश जानना चाहता है कि इसके पीछे क्या कारण था। अगर धनखड़ बोलते हैं, तो हम सड़कें जाम कर देंगे। हम सात दिन का नोटिस देंगे और अगर चार-छह महीने बाद भी जवाब नहीं मिला, तो हम उनके साथ नहीं रहेंगे।"

ओसियां विधायक और भजनलाल शर्मा पर तंज

बेनीवाल ने ओसियां विधायक के साथ हुए कथित अपमान पर भी नाराजगी जताई। उन्होंने कहा, "हमारे लोगों की बेज्जती बर्दाश्त नहीं की जाएगी। भेराराम को एयरपोर्ट जाना ही नहीं चाहिए था। यह सम्मान समारोह नहीं, बल्कि बेज्जती की साजिश थी।"

इसके साथ ही, उन्होंने मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के हलफनामे पर सवाल उठाते हुए कहा, "मुख्यमंत्री ने अपनी जाति नहीं लिखी, सिर्फ शर्मा लिखा है। शर्मा कोई जाति नहीं होती। हम उनका हलफनामा चेक करेंगे और जल्द ही प्रेस कॉन्फ्रेंस कर असलियत सामने लाएंगे।"

जोजरी बचाओ आंदोलन: ग्रामीणों का गुस्सा और प्रशासन की कार्रवाई

जोजरी नदी बचाओ आंदोलन में स्थानीय ग्रामीणों का गुस्सा साफ दिख रहा है। डोली, धवा, सालावास, भांडू, लूणावास और कल्याणपुर जैसे गांवों के लोग इस प्रदूषण से त्रस्त हैं। हाल ही में RLP नेता थान सिंह डोली को पुलिस ने हिरासत में लिया था, जिसके बाद आंदोलन और तेज हो गया। ग्रामीणों ने प्रशासन से तत्काल कार्रवाई की मांग की है। राजस्थान प्रदूषण नियंत्रक मंडल ने कुछ सैंपल लिए हैं, लेकिन ग्रामीण इससे संतुष्ट नहीं हैं।

कांग्रेस नेता करण सिंह ने भी इस मुद्दे पर सरकार से तत्काल हस्तक्षेप की मांग की है। उन्होंने कहा, "यह सिर्फ पर्यावरण का सवाल नहीं, बल्कि मानवाधिकारों और सामाजिक न्याय का मुद्दा है।"

Yashaswani Journalist at The Khatak .