शुरू हुआ Gogamedi Mela: भव्य इंतजाम, 250 सीसीटीवी से निगरानी, रोजाना 3 घंटे लेजर लाइट शो
गोगामेड़ी मेला 9 अगस्त से शुरू, 250 सीसीटीवी कैमरों से निगरानी, रोजाना 3 घंटे लेजर लाइट शो और व्यापक इंतजाम। जिला कलेक्टर, विधायक और एसपी ने उद्घाटन किया, मेला क्षेत्र को छह सेक्टरों में बांटा गया।

उत्तरी भारत के सबसे बड़े सांप्रदायिक सौहार्द के प्रतीक गोगामेड़ी मेले का शनिवार, 9 अगस्त 2025 को विधिवत पूजा-अर्चना, झंडारोहण और राष्ट्रगान के साथ शुभारंभ हुआ। यह मेला न केवल आस्था का केंद्र है, बल्कि संस्कृति, एकता और रोजगार सृजन का भी एक अनूठा मंच है। इस अवसर पर जिला कलेक्टर डॉ. खुशाल यादव, भादरा विधायक संजीव बेनीवाल, और एसपी हरी शंकर सहित कई गणमान्य व्यक्तियों ने हिस्सा लिया।
भव्य उद्घाटन समारोह
गोगामेड़ी मेले का उद्घाटन समारोह धूमधाम से संपन्न हुआ। जिला कलेक्टर डॉ. खुशाल यादव, भादरा विधायक संजीव बेनीवाल और अन्य जनप्रतिनिधियों ने गोगाजी की समाधि पर चादर चढ़ाई और जिलेवासियों की समृद्धि के लिए प्रार्थना की। इस अवसर पर उपस्थित लोगों ने राष्ट्रगान के साथ मेले की शुरुआत की, जो सांप्रदायिक सौहार्द और एकता का संदेश देता है।
श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए पुख्ता इंतजाम
जिला कलेक्टर डॉ. खुशाल यादव ने बताया कि मेला एक माह तक चलेगा और इस दौरान श्रद्धालुओं को किसी भी प्रकार की असुविधा न हो, इसके लिए व्यापक व्यवस्थाएं की गई हैं। मेले में अस्थायी टेंट और रैन बसेरों की व्यवस्था की गई है, जिसमें बिजली, पंखे, कूलर, बिस्तर, पेयजल और शौचालय की सुविधाएं उपलब्ध होंगी। इसके अलावा, बैरिकेडिंग, पेयजल, चिकित्सा, विद्युत, फायर ब्रिगेड और सुरक्षा व्यवस्थाएं भी चाक-चौबंद हैं।
डॉ. यादव ने प्रशासनिक अधिकारियों, पुलिस, चिकित्सा, पशुपालन और देवस्थान विभाग के अधिकारियों के साथ मेला मजिस्ट्रेट कार्यालय में बैठक भी की। उन्होंने कहा, “हमारा लक्ष्य है कि प्रत्येक श्रद्धालु प्रसन्न होकर मेले से लौटे। सांप्रदायिक सौहार्द की मिसाल इस मेले को सुचारू और शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न कराना हम सभी की जिम्मेदारी है।”
सांस्कृतिक और आर्थिक महत्व
भादरा विधायक संजीव बेनीवाल ने मेले को शुभकामनाएं देते हुए कहा, “गोगामेड़ी मेला न केवल आस्था का केंद्र है, बल्कि यह हमारी संस्कृति के संवर्धन और रोजगार सृजन में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। अनेक राज्यों से श्रद्धालु गोगाजी की पावन भूमि पर आते हैं। हमें ‘वसुधैव कुटुंबकम’ की भावना और सभी धर्मों के प्रति प्रेम भाव को बढ़ावा देना चाहिए।” उन्होंने प्रशासन से साफ-सफाई पर विशेष ध्यान देने का आग्रह किया।
नोहर प्रधान सोहन ढील ने भी श्रद्धालुओं की सुविधा को प्राथमिकता देते हुए कहा, “यह हमारा कर्तव्य है कि मेले में आने वाले प्रत्येक व्यक्ति को किसी भी प्रकार की असुविधा न हो।”
व्यापक प्रशासनिक व्यवस्थाएं
मेला मजिस्ट्रेट ने बताया कि मेला क्षेत्र को साफ-सफाई और कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए छह सेक्टरों में विभाजित किया गया है। प्रत्येक सेक्टर के लिए एक प्रभारी अधिकारी और सहायक कर्मचारियों की नियुक्ति की गई है। मेला क्षेत्र में 250 आईपी उच्च गुणवत्ता के सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं ताकि सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके। इसके अलावा, तेज धूप और बारिश से बचाव के लिए टावर टेंट, ज़िग-ज़ैग बैरिकेडिंग, कूलर, पंखे और रोशनी की व्यवस्था की गई है।
रैन बसेरे और सांस्कृतिक कार्यक्रम
देवस्थान आयुक्त ओमप्रकाश ने बताया कि इस वर्ष मेले में 30 से 35 लाख श्रद्धालुओं के आने की संभावना है। इसके लिए तीन हजार श्रद्धालुओं के ठहरने की निःशुल्क रैन बसेरे की व्यवस्था की गई है। रैन बसेरों में सभी आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध होंगी। इसके अलावा, प्रतिदिन सायं 7 से रात 10 बजे तक पैनोरमा में लेजर लाइट और साउंड शो का आयोजन होगा।
30 और 31 अगस्त 2025 को सायं 7:30 बजे देवस्थान और पर्यटन विभाग द्वारा भव्य सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे, जिसमें विभिन्न कलाकार अपनी प्रस्तुतियां देंगे।
आर्थिक योगदान और अस्थायी भूखंड
देवस्थान सहायक आयुक्त ओमप्रकाश ने बताया कि मेला क्षेत्र में अस्थायी दुकानों, पार्किंग और मनोरंजन स्थलों के लिए पांच चरणों में 642 अस्थायी भूखंडों की ऑनलाइन ई-बोली की गई। प्रथम चार चरणों में 433 भूखंडों से लगभग 6 करोड़ रुपये की आय हुई है। पांचवें चरण की बोली 209 भूखंडों के लिए जारी है, जिसका आरक्षित मूल्य 1.67 करोड़ रुपये है। यह बोली 14 अगस्त 2025 को समाप्त होगी। पिछले वर्ष अस्थायी भूखंडों से 5.68 करोड़ रुपये की आय हुई थी, जो इस वर्ष और बढ़ने की उम्मीद है।
स्वच्छता और सुरक्षा पर विशेष ध्यान
मेले की स्वच्छता के लिए 180 सफाईकर्मियों की व्यवस्था की गई है। अस्थायी और स्थायी शौचालयों की व्यवस्था के साथ-साथ मंदिर परिसर में स्थायी बैरिकेडिंग भी की गई है, ताकि श्रद्धालुओं को हवा, पानी और शौचालय की सुविधा मिल सके।
गणमान्य व्यक्तियों की उपस्थिति
इस अवसर पर भादरा विधायक संजीव बेनीवाल, नोहर प्रधान सोहन ढील, हिंदुस्तान स्काउट-गाइड के जिलाध्यक्ष विकास गुप्ता, नोहर एसडीएम एवं मेला मजिस्ट्रेट राहुल श्रीवास्तव, एडीएम उम्मेदीलाल मीना, नोहर एडीएम संजू पारीक, अतिरिक्त एसपी राजकंवर, भादरा एसडीएम एवं गोरखटीला मेला मजिस्ट्रेट कल्पित शिवरान, जनप्रतिनिधि संजय शर्मा, गोगामेड़ी प्रशासक महंत रुपनाथ, और पशुपालन संयुक्त निदेशक डॉ. आनंद स्वरूप सहित कई गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे।
गोगामेड़ी मेला 2025 न केवल आध्यात्मिक और सांस्कृतिक महत्व का प्रतीक है, बल्कि यह सामाजिक एकता और आर्थिक विकास का भी एक शानदार उदाहरण है। प्रशासन की ओर से की गई व्यापक व्यवस्थाएं और श्रद्धालुओं के प्रति संवेदनशीलता इस मेले को और भी विशेष बनाती है। यह मेला एक बार फिर साबित करता है कि भारत की सांस्कृतिक विविधता और सौहार्द ही इसकी असली ताकत है।