राजस्थान की बेटी ने जिले का नाम किया रोशन,राष्ट्रीय हॉकी प्रतियोगिता में स्वर्ण पदक जीतकर रचा इतिहास
वंशिका प्रजापत ने लखनऊ में अंडर-14 राष्ट्रीय हॉकी प्रतियोगिता में स्वर्ण पदक जीतकर अपने जिले और प्रदेश का नाम रोशन किया। उनकी इस उपलब्धि ने सभी बेटियों के लिए प्रेरणा का स्रोत बनकर पूरे राजस्थान में खुशी की लहर फैला दी।

लखनऊ में आयोजित अंडर-14 बालिका राष्ट्रीय हॉकी प्रतियोगिता में राजस्थान के करौली जिले की बेटी वंशिका प्रजापत ने स्वर्ण पदक जीतकर इतिहास रच दिया है। हिण्डौन सिटी के बमनपुरा गांव की इस होनहार बेटी ने अपनी मेहनत और लगन से न केवल अपने परिवार और जिले का मान बढ़ाया, बल्कि पूरे राजस्थान को गौरवान्वित किया है।
स्वर्णिम उपलब्धि का गौरव
वंशिका प्रजापत, जो श्री भगवान जी प्रजापत (वरिष्ठ अध्यापक) की पोती और अवद्येश जी प्रजापत की सुपुत्री हैं, ने अंडर-14 बालिका हॉकी टीम के साथ लखनऊ में आयोजित राष्ट्रीय हॉकी प्रतियोगिता में हिस्सा लिया। इस प्रतियोगिता में उनकी टीम ने शानदार प्रदर्शन करते हुए स्वर्ण पदक पर कब्जा जमाया। वंशिका की इस उपलब्धि ने करौली जिले और पूरे राजस्थान में खुशी की लहर दौड़ा दी है। चारों तरफ बधाइयों का सिलसिला शुरू हो गया है, और लोग इस युवा प्रतिभा की तारीफ करते नहीं थक रहे।
परिवार और कोच का अहम योगदान
वंशिका ने अपनी इस उपलब्धि का श्रेय अपने परिवार और कोच को दिया है। उन्होंने बताया कि उनके दादाजी श्री भगवान जी प्रजापत, पिताजी अवद्येश जी प्रजापत, माता भोलो प्रजापत, नानाजी रमेश प्रजापत और कोच मनमोहन मीना का सहयोग और मार्गदर्शन उनके लिए प्रेरणा का स्रोत रहा है। वंशिका ने कहा, “मेरे परिवार और कोच ने हमेशा मेरा हौसला बढ़ाया और मुझे इस मुकाम तक पहुंचने के लिए प्रेरित किया। उनके बिना यह संभव नहीं था।”
प्रेरणा की मिसाल बनीं वंशिका
वंशिका की इस उपलब्धि ने न केवल उनके गांव बमनपुरा और करौली जिले को गर्व का अनुभव कराया, बल्कि पूरे राजस्थान की बेटियों के लिए एक प्रेरणा का स्रोत बन गई है। उनकी कहानी यह दर्शाती है कि छोटे शहरों और गांवों से भी बड़े सपने साकार किए जा सकते हैं, बशर्ते मेहनत और समर्पण हो। वंशिका ने अपनी इस जीत के साथ यह संदेश दिया है कि बेटियां किसी से कम नहीं हैं और वे हर क्षेत्र में अपनी पहचान बना सकती हैं।
वंशिका की इस उपलब्धि से करौली जिले में उत्साह का माहौल है। स्थानीय लोग और प्रजापति समाज इस उपलब्धि को लेकर गर्व महसूस कर रहे हैं। सोशल मीडिया पर भी वंशिका की तारीफों के पुल बांधे जा रहे हैं, और लोग उन्हें भविष्य के लिए शुभकामनाएं दे रहे हैं। करौली जिले के निवासियों का कहना है कि वंशिका ने न केवल अपने परिवार का नाम रोशन किया, बल्कि पूरे जिले को राष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाई है।
वंशिका की इस जीत ने उन्हें और भी बड़े लक्ष्यों के लिए प्रेरित किया है। वह भविष्य में और अधिक प्रतियोगिताओं में हिस्सा लेना चाहती हैं और अपने देश का नाम अंतरराष्ट्रीय स्तर पर रोशन करना चाहती हैं। उनकी इस उपलब्धि ने अन्य युवा खिलाड़ियों को भी प्रेरित किया है कि वे अपने सपनों को हकीकत में बदलने के लिए कड़ी मेहनत करें।
वंशिका प्रजापत की यह स्वर्णिम उपलब्धि राजस्थान के लिए गर्व का विषय है। उनकी मेहनत, लगन और परिवार के समर्थन ने यह साबित कर दिया है कि प्रतिभा किसी स्थान या परिस्थिति की मोहताज नहीं होती। हम सभी की ओर से वंशिका को इस शानदार उपलब्धि के लिए हार्दिक बधाई और उनके उज्जवल भविष्य के लिए शुभकामनाएं!