एक माह से लापता युवती का शव मिलने से सनसनी, ग्रामीणों का पुलिस पर लापरवाही का आरोप
गांव में एक माह से लापता कविता कंवर का शव मिलने से हड़कंप मच गया, ग्रामीणों ने पुलिस पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए सड़क जाम कर प्रदर्शन किया।

राजस्थान के कोटा जिले के रामगंजमंडी क्षेत्र के बुरनखेड़ी गांव में रविवार सुबह उस समय सनसनी फैल गई, जब एक माह से लापता युवती का शव गांव में मिला। मृतका की पहचान कविता कंवर के रूप में हुई, जो बुरनखेड़ी गांव की निवासी थी। इस घटना ने न केवल गांव वालों को झकझोर कर रख दिया, बल्कि इलाके में तनाव का माहौल भी पैदा कर दिया। ग्रामीणों ने पुलिस पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए खैराबाद पुलिस चौकी के बाहर शव को ट्रैक्टर में रखकर धरना-प्रदर्शन किया, जिससे रामगंजमंडी–मोड़क मार्ग पर यातायात पूरी तरह ठप हो गया।
एक माह से लापता थी कविता, साथ लापता था हीरालाल
जानकारी के अनुसार, कविता कंवर पिछले एक महीने से अपने घर से गायब थी। ग्रामीणों का कहना है कि कविता के साथ पास के गोयंदा गांव का युवक हीरालाल भी उसी दिन से लापता था। बताया जा रहा है कि दोनों करीब एक माह पहले एक साथ घर से भाग गए थे। इस मामले में कविता के परिजनों ने हीरालाल के खिलाफ रामगंजमंडी थाने में शिकायत दर्ज कराई थी, जिसमें अपहरण का आरोप लगाया गया था। हालांकि, ग्रामीणों का कहना है कि पुलिस ने इस मामले में कोई ठोस कार्रवाई नहीं की, जिसके चलते यह दुखद घटना सामने आई।
शव मिलने से भड़का ग्रामीणों का गुस्सा
रविवार सुबह जब गांव में कविता कंवर का शव मिला, तो पूरे इलाके में हड़कंप मच गया। शव की खबर फैलते ही सैकड़ों ग्रामीण मौके पर जमा हो गए। गुस्साए ग्रामीणों ने पुलिस की कार्यशैली पर सवाल उठाते हुए आरोप लगाया कि यदि पुलिस ने समय रहते कार्रवाई की होती, तो शायद कविता की जान बच सकती थी। आक्रोशित ग्रामीणों ने कविता के शव को ट्रैक्टर में रखकर खैराबाद पुलिस चौकी के सामने प्रदर्शन शुरू कर दिया। इस दौरान रामगंजमंडी–मोड़क मार्ग पर जाम लग गया, जिससे यातायात व्यवस्था पूरी तरह चरमरा गई। वाहनों की लंबी कतारें लग गईं और यात्रियों को घंटों इंतजार करना पड़ा।
पुलिस पर लापरवाही का गंभीर आरोप
प्रदर्शनकारी ग्रामीणों ने पुलिस पर गंभीर लापरवाही बरतने का आरोप लगाया। उनका कहना था कि कविता के लापता होने की शिकायत दर्ज होने के बावजूद पुलिस ने मामले को गंभीरता से नहीं लिया। एक ग्रामीण ने बताया, “हमने पुलिस को बार-बार कहा कि कविता और हीरालाल के बारे में जांच की जाए, लेकिन पुलिस ने कोई ध्यान नहीं दिया। अगर समय पर कार्रवाई हुई होती, तो आज यह नौबत नहीं आती।” ग्रामीणों ने मांग की कि इस मामले में दोषी पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की जाए और कविता को न्याय दिलाया जाए।
पुलिस ने शुरू की जांच, भारी बल तैनात
घटना की सूचना मिलते ही रामगंजमंडी थाना पुलिस और खैराबाद पुलिस चौकी की टीमें मौके पर पहुंचीं। स्थिति को नियंत्रित करने के लिए भारी पुलिस बल तैनात किया गया। पुलिस अधिकारियों ने प्रदर्शनकारी ग्रामीणों से बातचीत कर उन्हें शांत करने की कोशिश की। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है। प्रारंभिक जांच में हत्या की आशंका जताई जा रही है, लेकिन मौत के सटीक कारणों का पता पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट आने के बाद ही चल सकेगा। पुलिस ने हीरालाल की तलाश तेज कर दी है और इस मामले में सभी पहलुओं की जांच की जा रही है।
प्रदर्शन के कारण रामगंजमंडी–मोड़क मार्ग पर कई घंटों तक यातायात बाधित रहा, जिससे स्थानीय लोगों और यात्रियों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा। प्रशासन ने ग्रामीणों से शांति बनाए रखने की अपील की है और आश्वासन दिया है कि इस मामले में जल्द से जल्द कार्रवाई की जाएगी। पुलिस उपाधीक्षक ने बताया कि मामले की गहन जांच की जा रही है और दोषियों को किसी भी सूरत में बख्शा नहीं जाएगा।
ग्रामीणों का दर्द: “हमारी बेटी को न्याय चाहिए”
कविता कंवर के परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। उनकी मां ने कहा, “हमारी बेटी एक महीने से गायब थी। हमने पुलिस से गुहार लगाई, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। आज उसका शव मिला, अब हमारी एक ही मांग है कि उसे न्याय मिले।” गांव की महिलाएं और बुजुर्ग भी इस घटना से आहत हैं। उनका कहना है कि कविता एक साधारण और शांत स्वभाव की लड़की थी, जिसकी इस तरह मौत ने पूरे गांव को सदमे में डाल दिया है।