मोहम्मद सिराज की आग उगलती गेंदबाजी ने भारत को दिलाई ऐतिहासिक जीत,बरकरार रखा एंडरसन-तेंदुलकर ट्रॉफी
मोहम्मद सिराज के पांच विकेट और प्रसिद्ध कृष्णा के चार विकेट की बदौलत भारत ने द ओवल में इंग्लैंड को 6 रनों से हराकर सीरीज 2-2 से बराबर की और एंडरसन-तेंदुलकर ट्रॉफी बरकरार रखी।

भारत ने इंग्लैंड के खिलाफ पांचवें टेस्ट मैच में 6 रनों की नाटकीय जीत हासिल कर एंडरसन-तेंदुलकर ट्रॉफी को बरकरार रखा है। मोहम्मद सिराज की आग उगलती गेंदबाजी और प्रसिद्ध कृष्णा के चार विकेटों की बदौलत भारत ने 374 रनों के लक्ष्य का पीछा कर रही इंग्लैंड को 367 रनों पर समेट दिया। इस जीत के साथ शुभमन गिल की अगुवाई वाली भारतीय टीम ने पांच मैचों की सीरीज को 2-2 से बराबर कर लिया।
सिराज का जादू: पांच विकेट हॉल ने बदला मैच का रुख
मैच के आखिरी दिन इंग्लैंड को जीत के लिए 35 रनों की जरूरत थी, जबकि भारत को चार विकेट चाहिए थे। लेकिन मोहम्मद सिराज ने अपनी शानदार गेंदबाजी से इंग्लैंड के बल्लेबाजों को धराशायी कर दिया। सिराज ने अंतिम दिन तीन महत्वपूर्ण विकेट लिए और कुल पांच विकेट (5/104) अपने नाम किए। उनकी घातक यॉर्कर ने इंग्लैंड के बल्लेबाज गस एटकिंसन को क्लीन बोल्ड कर भारत को जीत दिलाई। सिराज ने अपनी इस उपलब्धि को अपने ट्रेडमार्क "सिउ" सेलिब्रेशन के साथ मनाया, जिसने द ओवल में मौजूद भारतीय प्रशंसकों को झूमने पर मजबूर कर दिया।
सिराज ने मैच के बाद कहा, "मेरा एकमात्र प्लान अच्छे क्षेत्रों में गेंदबाजी करना था। विकेट मिलें या रन जाएं, इससे कोई फर्क नहीं पड़ता। मैं हमेशा मानता हूं कि किसी भी स्थिति से मैच जीता जा सकता है।"
प्रसिद्ध कृष्णा का साथ, इंग्लैंड की बल्लेबाजी ढही
प्रसिद्ध कृष्णा ने भी इस जीत में अहम भूमिका निभाई। उन्होंने दूसरी पारी में 4/126 के आंकड़े के साथ इंग्लैंड की बल्लेबाजी को तहस-नहस कर दिया। खास तौर पर जो रूट (105) और हैरी ब्रूक (111) जैसे शतकवीरों को आउट करने में उनकी भूमिका निर्णायक रही। रूट को प्रसिद्ध ने एक हल्की सीम मूवमेंट के साथ विकेटकीपर ध्रुव जुरेल के हाथों कैच कराया, जबकि ब्रूक ने सिराज की गेंद पर लॉन्ग-लेग पर कैच थमाया।
यशस्वी जायसवाल का शतक, भारत ने बनाया मजबूत स्कोर
भारत की दूसरी पारी में यशस्वी जायसवाल ने 118 रनों की शानदार पारी खेली, जिसने भारत को 396 रनों तक पहुंचाया। उनके अलावा रविंद्र जडेजा और वॉशिंगटन सुंदर ने भी अर्धशतक जड़े। भारत ने इंग्लैंड को 374 रनों का चुनौतीपूर्ण लक्ष्य दिया, जिसे हासिल करना इंग्लैंड के लिए आसान नहीं था। पहले दिन बारिश और इंग्लैंड के गेंदबाज गस एटकिंसन (5/33) की शानदार गेंदबाजी के कारण भारत 224 रनों पर सिमट गया था, लेकिन दूसरी पारी में भारतीय बल्लेबाजों ने शानदार वापसी की।
इंग्लैंड की मजबूत शुरुआत, लेकिन अंत में हार
इंग्लैंड की पहली पारी में जैक क्रॉली (64) और बेन डकेट (43) ने 92 रनों की साझेदारी के साथ शानदार शुरुआत की थी। लेकिन सिराज और प्रसिद्ध की जोड़ी ने मध्यक्रम को तोड़ दिया, जिसके बाद हैरी ब्रूक के अर्धशतक (53) के बावजूद इंग्लैंड 247 रनों पर सिमट गया। दूसरी पारी में रूट और ब्रूक ने शतक जड़कर इंग्लैंड को जीत के करीब पहुंचाया, लेकिन चौथे दिन के अंतिम सत्र में भारत की गेंदबाजी ने बाजी पलट दी।
बारिश और रोमांच का मिश्रण
मैच के चौथे दिन बारिश ने खेल को कुछ समय के लिए रोक दिया, जिसके कारण इंग्लैंड 339/6 पर रुका। उस समय उन्हें जीत के लिए 35 रन चाहिए थे, लेकिन भारत ने आखिरी दिन शानदार वापसी की। पांचवें दिन की शुरुआत में भारी रोलर ने पिच को बल्लेबाजी के लिए आसान बना दिया, लेकिन सिराज और प्रसिद्ध ने इंग्लैंड को कोई मौका नहीं दिया।
शुभमन गिल की कप्तानी में भारत का दम
शुभमन गिल की कप्तानी में भारतीय टीम ने इस सीरीज में जबरदस्त जज्बा दिखाया। पहली पारी में 224 रनों पर सिमटने के बाद भारत ने दूसरी पारी में शानदार बल्लेबाजी की और फिर गेंदबाजों ने अंतिम दिन कमाल कर दिखाया। गिल ने कहा, "यह जीत हमारे लिए बहुत मायने रखती है। हमने सीरीज को बराबर करने के लिए कड़ा संघर्ष किया। सिराज और प्रसिद्ध ने शानदार प्रदर्शन किया।"
एंडरसन-तेंदुलकर ट्रॉफी का रोमांचक अंत
यह सीरीज शुरू से ही रोमांचक रही। पहला टेस्ट इंग्लैंड ने जीता, दूसरा भारत ने, तीसरा इंग्लैंड ने और चौथा ड्रॉ रहा। पांचवें टेस्ट में भारत की इस जीत ने सीरीज को 2-2 से बराबर कर दिया और एंडरसन-तेंदुलकर ट्रॉफी को भारत ने बरकरार रखा। इस जीत ने टेस्ट क्रिकेट की जिंदादिली को एक बार फिर साबित किया।
सिराज ने बनाया अनोखा रिकॉर्ड
मोहम्मद सिराज ने इस सीरीज में 18 विकेट लेकर एंडरसन-तेंदुलकर ट्रॉफी में सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाज बन गए। इसके साथ ही उन्होंने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में 203 विकेट लेकर सचिन तेंदुलकर (201 विकेट) को पीछे छोड़ दिया।
पूर्व भारतीय तेज गेंदबाज वरुण एरोन ने सिराज की तारीफ करते हुए कहा, "सिराज का दिल बहुत बड़ा है। इतनी थकान और दर्द के बावजूद उन्होंने आठ ओवर का शानदार स्पेल डाला। उनकी गति 140 किमी/घंटा के आसपास रही। यह देखना शानदार था।"