पाकिस्तान की तीन बड़ी गलतियों ने तय की भारत की एशिया कप में शानदार जीत: लगातार छठी जीत का रिकॉर्ड

एशिया कप 2025 में भारत ने पाकिस्तान को 7 विकेट से हराकर लगातार छठी जीत दर्ज की। पाकिस्तान की तीन बड़ी गलतियां—टॉस पर पहले बैटिंग चुनना, फील्डिंग लापरवाही और बल्लेबाजी रणनीति—भारत के फायदे बनीं। दुबई की पिच पर चेजिंग का फायदा उठाते हुए भारत ने आसान जीत हासिल की।

Sep 15, 2025 - 18:47
पाकिस्तान की तीन बड़ी गलतियों ने तय की भारत की एशिया कप में शानदार जीत: लगातार छठी जीत का रिकॉर्ड

परिचय: पुराना जुमला फिर साबित

'जो एक बार गलती करे वो नादान और जो बार-बार गलती करे वो टीम पाकिस्तान।' यह जुमला 2011 वर्ल्ड कप सेमीफाइनल में भारत से हारने के बाद एक दुखी पाकिस्तानी फैन ने दिया था। रविवार को दुबई इंटरनेशनल क्रिकेट स्टेडियम में एशिया कप 2025 के ग्रुप ए मुकाबले में पाकिस्तान ने इसे फिर सही साबित कर दिया। शानदार फॉर्म में चल रही टीम इंडिया ने पाकिस्तान की तीन बड़ी गलतियों का बखूबी फायदा उठाया और 7 विकेट से मैच जीत लिया। इन गलतियों में से एक तो मैच की पहली गेंद फेंकने से पहले ही हो गई थी।भारतीय फैंस के लिए गर्व की बात यह है कि यह इंटरनेशनल क्रिकेट में पाकिस्तान के खिलाफ भारत की लगातार छठी जीत है। 73 साल पुरानी भारत-पाकिस्तान क्रिकेट राइवलरी में पहली बार भारतीय टीम ने इस प्रतिद्वंद्वी पर जीत का सिक्सर जमाया। अब आइए जानते हैं पाकिस्तान की उन तीन गलतियों की हैट्रिक, जिसने भारत की जीत तय कर दी।

पहली गलती: टॉस पर पहले बैटिंग चुनना—दुबई की पिच का फायदा गंवाया

दुबई इंटरनेशनल क्रिकेट ग्राउंड की पिच पर टारगेट चेज करने वाली टीम को भारी फायदा मिलता है। पिछले 5 सालों में यहां खेले गए 18 टी-20 इंटरनेशनल मैचों (टॉप-12 टीमों के बीच) में से 16 में चेजिंग टीम ने जीत हासिल की। पाकिस्तान ने पिछले 13 सालों में भारत को सिर्फ दो टी-20 मैच हराए, और दोनों जीतें इसी ग्राउंड पर दूसरी पारी में बैटिंग करते हुए आईं।फिर भी, पाकिस्तान के कप्तान सलमान अली आगा ने टॉस जीतकर पहले बैटिंग का फैसला लिया। पूर्व भारतीय क्रिकेटर इरफान पठान, अजय जडेजा और संजय मांजरेकर जैसे कमेंटेटर्स ने इस फैसले पर हैरानी जताई। पाकिस्तान के इस निर्णय के पीछे कोई स्पष्ट लॉजिक नजर नहीं आया। अगर वे चैंपियंस ट्रॉफी के पिछले मुकाबले को याद रखते, जहां दुबई में ही टॉस जीतकर पहले बैटिंग चुनी और भारत से बुरी तरह हारे, तो शायद यह गलती न होती।इस फैसले के चलते पाकिस्तान 165 रनों पर ऑलआउट हो गया। भारत ने सूर्यकुमार यादव (SKY) की कप्तानी में 18.4 ओवर में लक्ष्य हासिल कर लिया। शुभमन गिल (67*) और शिवम दुबे (50*) की पारियों ने मैच को आसान बना दिया।

दूसरी गलती: फील्डिंग में लापरवाही—कीमती मौके गंवाए

पाकिस्तान की दूसरी बड़ी गलती फील्डिंग में आई। मैच के शुरुआती ओवरों में ही भारतीय बल्लेबाजों को जीवनदान मिले, जो बाद में महंगे साबित हुए। खासकर, ओपनर शुभमन गिल को दो बार ड्रॉप कैच मिले—एक स्लिप में और दूसरा शॉर्ट कवर पर। इन गलतियों ने भारत को मजबूत शुरुआत दी, जिसका फायदा चेजिंग में उठा।पाकिस्तानी फील्डर्स की सुस्ती और मिसफील्ड्स ने दबाव बढ़ाया। कप्तान सलमान अली आगा ने फील्ड सेटिंग में भी गड़बड़ी की, जिससे भारतीय बल्लेबाजों को आसानी से रन बनाने का मौका मिला। विशेषज्ञों का मानना है कि अगर ये कैच पकड़े जाते, तो स्कोर 140-150 तक सीमित रह सकता था। लेकिन लापरवाही ने भारत को आसान लक्ष्य दे दिया।

पाकिस्तान की तीसरी गलती बल्लेबाजी रणनीति में हुई। पहले बैटिंग चुनने के बाद भी टीम आक्रामक नहीं खेल सकी। ओपनर्स ने धीमी शुरुआत की, और मिडिल ऑर्डर में बाबर आजम और मोहम्मद रिजवान जैसे सितारे जल्दी आउट हो गए। पाकिस्तान ने 20 ओवरों में सिर्फ 165 रन बनाए, जो दुबई की सपाट पिच पर अपर्याप्त था।रणनीति में चूक यह थी कि स्पिनर्स के खिलाफ आक्रामक शॉट्स न खेलना और पावरप्ले में रन रेट कम रखना। भारत के स्पिनरों—विशेषकर कुलदीप यादव और अक्षर पटेल—ने पाकिस्तानी बल्लेबाजों को कंफ्यूज कर दिया। अगर पाकिस्तान ने चेजिंग चुनी होती, तो वे अपनी मजबूत चेजिंग स्किल्स का इस्तेमाल कर सकते थे। लेकिन गलत प्लानिंग ने मैच भारत के हित में कर दिया।