दौसा में जयपुर-आगरा हाइवे पर भीषण हादसा:कार-कैंटर की टक्कर
दौसा के जयपुर-आगरा नेशनल हाइवे 21 पर कलेक्ट्रेट चौराहे के निकट देर रात एक भीषण हादसे में तेज रफ्तार कार ने खड़े कैंटर से टक्कर मार दी, जिससे तीन महिलाओं सहित चार लोगों की दर्दनाक मौत हो गई।हादसे में कार बुरी तरह क्षतिग्रस्त हुई, और पुलिस ने आधे घंटे की मशक्कत के बाद शवों को निकाला। मृतक हरियाणा के बताए जा रहे हैं, जिनकी पहचान के प्रयास जारी हैं। पुलिस हादसे के कारणों, खासकर तेज रफ्तार और कैंटर की स्थिति, की जांच में जुटी है।

दौसा, 28 जून 2025: जयपुर-आगरा नेशनल हाइवे 21 पर बीती देर रात एक ऐसा हादसा हुआ, जिसने हर किसी को झकझोर कर रख दिया। कलेक्ट्रेट चौराहे के पास आरटीओ ऑफिस के सामने एक तेज रफ्तार कार अचानक हाइवे पर खड़े कैंटर से जा टकराई। टक्कर इतनी भीषण थी कि कार के परखच्चे उड़ गए, और उसमें सवार तीन महिलाओं समेत चार लोगों की मौके पर ही दर्दनाक मौत हो गई। लेकिन इस हादसे के पीछे की वजह क्या थी?
हादसे का भयावह मंजर
रात के सन्नाटे में जब यह हादसा हुआ, तो आसपास के लोग दहशत में आ गए। सूचना मिलते ही कोतवाली थाना पुलिस और डिप्टी एसपी रवि प्रकाश शर्मा की टीम मौके पर पहुंची। कार में फंसे लोगों को निकालने की कोशिश की गई, लेकिन क्षतिग्रस्त कार और कैंटर के बीच फंसे शवों को निकालना आसान नहीं था। करीब आधे घंटे की जद्दोजहद के बाद क्रेन की मदद से कार को अलग किया गया। घायलों को तुरंत दौसा जिला अस्पताल ले जाया गया, लेकिन डॉक्टरों ने जांच के बाद सभी चार लोगों को मृत घोषित कर दिया। शवों को पोस्टमार्टम के लिए मोर्चरी में रखवाया गया है।
कौन थे मृतक?
पुलिस के मुताबिक, मृतक हरियाणा के रहने वाले बताए जा रहे हैं, जिनमें तीन महिलाएं और एक पुरुष शामिल हैं। पुलिस मृतकों की पहचान के लिए दिन-रात जुटी हुई है, ताकि उनके परिजनों को सूचित किया जा सके। लेकिन सवाल यह है कि आखिर ये लोग इतनी रात को इस हाइवे पर कहां जा रहे थे?
हादसे का रहस्य: तेज रफ्तार या कुछ और?
पुलिस ने हादसे के कारणों की जांच शुरू कर दी है। प्रारंभिक तौर पर तेज रफ्तार और चालक का नियंत्रण खो देना हादसे का कारण माना जा रहा है। लेकिन कैंटर के हाइवे पर खड़े होने की वजह ने भी कई सवाल खड़े किए हैं। क्या कैंटर चालक की लापरवाही थी? या फिर कोई और कारण? पुलिस ने कैंटर चालक से पूछताछ शुरू कर दी है और घटनास्थल से साक्ष्य जुटाए जा रहे हैं। हाइवे पर लगे सीसीटीवी फुटेज की भी जांच की जा रही है, जो इस त्रासदी के पीछे की सच्चाई को उजागर कर सकता है।
हाइवे पर बार-बार हादसे: क्यों नहीं रुकता मौत का सिलसिला?
जयपुर-आगरा नेशनल हाइवे 21 पर हादसे कोई नई बात नहीं हैं। तेज रफ्तार, अवैध कट, और ट्रैफिक नियमों की अनदेखी के कारण यह हाइवे अक्सर खून से लाल हो जाता है। स्थानीय लोगों का कहना है कि कलेक्ट्रेट चौराहे जैसे व्यस्त इलाकों में ट्रैफिक सिग्नल या सर्किल की कमी और हाइवे पर खड़े होने वाले वाहनों के कारण खतरा बढ़ जाता है।
स्थानीय लोगों और प्रशासन की प्रतिक्रिया
हादसे की खबर फैलते ही आसपास के लोग मौके पर जमा हो गए और बचाव कार्य में पुलिस का साथ दिया। लेकिन इस दर्दनाक मंजर ने सभी को हिलाकर रख दिया। डिप्टी एसपी रवि प्रकाश शर्मा ने बताया कि पुलिस इस मामले की तह तक जाएगी । हाइवे पर यातायात को सामान्य करने के लिए क्षतिग्रस्त वाहनों को हटाया गया, और अब पुलिस मृतकों के परिजनों तक पहुंचने की कोशिश में है।
पुलिस जल्द ही मृतकों की पहचान कर उनके परिजनों को सूचित करेगी। पोस्टमार्टम की प्रक्रिया के बाद शव परिजनों को सौंपे जाएंगे। इस बीच, यह हादसा पूरे दौसा में चर्चा का विषय बना हुआ है। लोग इस बात पर विचार कर रहे हैं कि आखिर कब तक इस हाइवे पर मौत का तांडव चलता रहेगा?