बघेरीकला में शादी के जश्न में गूंजी गोलियां: दूल्हा और दोस्त ने की हर्ष फायरिंग, पुलिस जांच में जुटी

अलवर जिले के बघेरीकला गांव में पूर्व कैबिनेट मंत्री हेम सिंह भड़ाना के गांव में एक शादी समारोह के दौरान हर्ष फायरिंग का सनसनीखेज मामला सामने आया है। 2 मई 2025 की रात को हुए प्रीतिभोज के दौरान दूल्हा देवेंद्र और उसके दोस्त प्रमोद ने अवैध पिस्टल से चार बार हवा में फायरिंग की, जिसका वीडियो अब सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। इस घटना ने गांव में हड़कंप मचा दिया है, और किशनगढ़बास थाना पुलिस ने मामले की गहन जांच शुरू कर दी है।
शादी के जश्न में फायरिंग का तांडव
बघेरीकला गांव में 3 मई को देवेंद्र की शादी समारोह संपन्न हुआ। इससे एक दिन पहले, 2 मई को उनके घर पर प्रीतिभोज का आयोजन किया गया था। इस दौरान दूल्हा देवेंद्र और उसके दोस्त प्रमोद ने खुशी के माहौल में अवैध पिस्तौल से हवा में चार राउंड फायरिंग की। वायरल वीडियो में साफ देखा जा सकता है कि दूल्हा खुद भी पिस्तौल से फायरिंग करता नजर आ रहा है, जबकि भीड़ में मौजूद लोग इस हरकत को देखकर हैरान हैं। गांव वालों के मुताबिक, देवेंद्र स्थानीय स्तर पर माइनिंग का काम करता है।
हर्ष फायरिंग की यह घटना न केवल गैरकानूनी है, बल्कि इससे समारोह में मौजूद लोगों की जान को भी खतरा हो सकता था। ऐसी घटनाएं पहले भी देश के कई हिस्सों में दुर्घटनाओं का कारण बन चुकी हैं, जिसके चलते पुलिस इस मामले को गंभीरता से ले रही है।
पुलिस की प्रतिक्रिया: जांच के बाद सख्त कार्रवाई का आश्वासन
किशनगढ़बास थाना के SHO जितेंद्र शेखावत ने इस मामले पर त्वरित प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने बताया कि वायरल वीडियो उनके संज्ञान में आया है और इसकी जांच शुरू कर दी गई है। SHO ने कहा, "मैं अभी एक मर्डर केस की जांच में व्यस्त हूं, लेकिन इस मामले को भी गंभीरता से लिया जा रहा है। वीडियो की जांच के बाद फायरिंग करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।" पुलिस यह भी जांच कर रही है कि फायरिंग में इस्तेमाल हथियार अवैध थे या लाइसेंसी, और इस घटना में और कौन-कौन शामिल था।
गांव वालों में चर्चा, पुलिस पर नजर
बघेरीकला गांव के लोगों में इस घटना को लेकर खासी चर्चा है। कुछ ग्रामीणों का कहना है कि शादी जैसे खुशी के मौके पर ऐसी हरकतें न केवल गैरजिम्मेदाराना हैं, बल्कि पूरे समुदाय की बदनामी का कारण बनती हैं। वहीं, कुछ लोग पुलिस की त्वरित कार्रवाई की मांग कर रहे हैं ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं पर अंकुश लग सके।
हर्ष फायरिंग: एक खतरनाक प्रथा
हर्ष फायरिंग की घटनाएं भारत में शादी समारोहों और अन्य उत्सवों में लंबे समय से चली आ रही हैं, लेकिन यह प्रथा जानलेवा साबित हो सकती है। हाल के वर्षों में ऐसी कई घटनाएं सामने आई हैं, जहां हर्ष फायरिंग के कारण मासूम लोगों की जान चली गई। उदाहरण के लिए, हरियाणा के चरखी दादरी में 2024 में एक शादी समारोह के दौरान हर्ष फायरिंग में 13 साल की बच्ची की मौत हो गई थी। इसी तरह, उत्तर प्रदेश के फतेहपुर में फरवरी 2025 में हर्ष फायरिंग के कारण तीन लोग घायल हो गए थे।
राजस्थान में भी हर्ष फायरिंग पर सख्त कानूनी प्रावधान हैं। लाइसेंसी हथियार से हर्ष फायरिंग करने पर लाइसेंस रद्द करने और अवैध हथियारों के इस्तेमाल पर आर्म्स एक्ट के तहत कार्रवाई का प्रावधान है। इसके बावजूद, ऐसी घटनाएं रुकने का नाम नहीं ले रही हैं।
पुलिस के सामने चुनौतियां
पुलिस के लिए इस मामले में कई चुनौतियां हैं। सबसे पहले, यह सुनिश्चित करना कि फायरिंग में शामिल सभी लोगों की सटीक पहचान हो। दूसरा, यह जांच करना कि हथियार कहां से आए और क्या वे अवैध थे। तीसरा, ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए सामुदायिक स्तर पर जागरूकता फैलाना। किशनगढ़बास पुलिस ने संकेत दिए हैं कि वीडियो में दिख रहे युवकों की पहचान जल्द की जाएगी और उनके खिलाफ उचित कानूनी कार्रवाई होगी