शादी के नाम पर ठगी: विवाहिता को अविवाहित बताकर हड़पे 3 लाख, रात में भागते समय छत से गिरी

शादी के नाम पर ठगी का मामला सामने आया, जहां नंदकिशोर सोनी और उनके साथियों ने फर्जी आधार कार्ड और साजिश रचकर भरत पारीक से 2.7 लाख रुपये हड़पे। सुमन पाण्डे, जो पहले से शादीशुदा थी, को अविवाहित बताकर धोखाधड़ी की गई।

Aug 6, 2025 - 14:13
शादी के नाम पर ठगी: विवाहिता को अविवाहित बताकर हड़पे 3 लाख, रात में भागते समय छत से गिरी

जोधपुर के बनाड़ थाना क्षेत्र में शादी के नाम पर धोखाधड़ी का एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है। सारण नगर निवासी भरत पारीक ने अपने परिवार के साथ मिलकर नंदकिशोर सोनी और उनके साथियों पर शादी के बहाने 2 लाख 70 हजार रुपये हड़पने का आरोप लगाया है। इस मामले में फर्जी आधार कार्ड, सुनियोजित साजिश, और पहले से शादीशुदा महिला को अविवाहित बताकर ठगी करने की बात सामने आई है।

कैसे शुरू हुआ धोखे का खेल?

भरत पारीक के पिता प्रेमसुख को 27 जून 2025 को उनके परिचित नंदकिशोर सोनी ने फोन किया। नंदकिशोर ने दावा किया कि वह भरत की शादी एक अच्छे खानदानी परिवार की लड़की से करवा सकते हैं, जो बिहार से हैं और ब्राह्मण जाति से ताल्लुक रखते हैं। उन्होंने कहा कि बिहार में उनके लायक लड़के नहीं मिल रहे, इसलिए वे राजस्थान में अपनी बेटी की शादी करना चाहते हैं। नंदकिशोर ने यह भी बताया कि लड़की वाले उस दिन जयपुर में हैं और शाम तक जोधपुर आ जाएंगे।

उसी दिन शाम को नंदकिशोर अपनी पत्नी के साथ दो लड़कियों, सुमन पाण्डे और रूबी, और उनके कथित रिश्तेदार संदीप शर्मा और रवि के साथ प्रेमसुख के घर पहुंचे। नंदकिशोर ने सुमन पाण्डे को शादी के लिए पसंद करने पर जोर दिया और कहा कि शादी के खर्चे के लिए करीब 3 लाख रुपये लगेंगे। प्रेमसुख ने भरोसा करते हुए 1 लाख 70 हजार रुपये नकद और 1 लाख रुपये संदीप शर्मा के खाते में गूगल पे के जरिए ट्रांसफर कर दिए। इसके बाद आर्य समाज के रीति-रिवाज से भरत और सुमन की शादी करवा दी गई।

रात में सुमन ने रची भागने की साजिश

शादी के दो दिन बाद, 29 जून 2025 की रात करीब 3 बजे, सुमन पाण्डे ने सुनियोजित तरीके से भरत को कमरे में बंद कर बाहर से कुंडी लगा दी। उसने साड़ी को रस्सी बनाकर बालकनी से नीचे उतरने की कोशिश की। इस दौरान वह गिर गई, जिससे उसके सिर और दोनों पैरों में चोटें आईं। सुमन को भगाने आए संदीप शर्मा और रवि मौके से भाग गए। हंगामे की आवाज सुनकर परिवार के लोग जाग गए और सुमन को पकड़ लिया। पुलिस को बुलाया गया, और सुमन को इलाज के लिए महात्मा गांधी अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उसका इलाज चल रहा है।

फर्जी आधार कार्ड और सुमन की असलियत

जांच के दौरान भरत को पता चला कि सुमन पाण्डे पहले से शादीशुदा है और उसने अपने और अपने परिवार के बारे में दी गई सारी जानकारी झूठी थी। सुमन ने आर्य समाज में शपथपत्र में खुद को अविवाहित बताया था, जो पूरी तरह फर्जी निकला। इसके अलावा, सुमन, संदीप शर्मा, रवि, और रूबी के आधार कार्ड भी जाली पाए गए। उनके मोबाइल नंबर भी बंद हैं, जिससे साफ है कि यह एक सुनियोजित ठगी थी।

भरत ने अपनी शिकायत में कहा, "इन लोगों ने भोले-भाले लोगों को शादी के नाम पर लूटने की साजिश रची। नंदकिशोर सोनी, उनकी पत्नी, उनके बेटे जितेंद्र सोनी, सुमन पाण्डे, संदीप शर्मा, रवि, और रूबी ने मिलकर हमें धोखा दिया।"

पुलिस ने दर्ज किया मुकदमा

भरत पारीक ने बनाड़ थाना में नंदकिशोर सोनी, उनके बेटे जितेंद्र सोनी, सुमन पाण्डे, संदीप शर्मा, रवि, और रूबी देवी के खिलाफ धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज कराया है। शिकायत में शामिल आरोपियों के पते इस प्रकार हैं:

  • सुमन पाण्डे: पुत्री रामाघर पाण्डे, निवासी औरंगाबाद, रघुनाथपुरा, बिहार।

  • संदीप शर्मा: पुत्र ननकूलाल, निवासी मोहब्बतपुर पईन्सा, कौशाम्बी, उत्तर प्रदेश।

  • रूबी देवी: पत्नी अरुण कुमार गुप्त, निवासी डालमिया नगर, पुर्नवासी, रोहतास, बिहार।

  • नंदकिशोर सोनी और जितेंद्र सोनी: निवासी मुंजासर चौराहा, शिव मंदिर के पास, सज्जन लीला विहार, जोधपुर।

Yashaswani Journalist at The Khatak .