लेबर इंस्पेक्टर की हत्या: सगाई टूटने और अवैध संबंध के शक में RAC जवान ने गोलियों से भूना
लेबर इंस्पेक्टर की सगाई टूटने और अवैध संबंध के शक में RAC जवान ने SLR राइफल से ताबड़तोड़ फायरिंग कर हत्या की, फिर थाने में सरेंडर कर दिया।

जयपुर के बगरू इलाके में मंगलवार की सुबह एक दिल दहला देने वाली घटना ने पूरे शहर को झकझोर कर रख दिया। वाटिका इंफोटेक सिटी में लेबर इंस्पेक्टर शंकर लाल बलाई (40) की उनके ही रिश्तेदार और RAC जवान अजय कटारिया (32) ने गोली मारकर हत्या कर दी। इस सनसनीखेज वारदात के पीछे सगाई टूटने और अवैध संबंध का शक सामने आया है। सुबह 6:30 बजे की इस घटना ने न सिर्फ शंकर लाल के परिवार को तोड़ दिया, बल्कि पूरे इलाके में दहशत का माहौल पैदा कर दिया।
टूटी सगाई और शक ने बनाया हत्यारा
पुलिस पूछताछ में सामने आया कि अजय कटारिया, जो दिल्ली में RAC की 12वीं बटालियन में तैनात है, ने इस हत्या की साजिश एक दिन पहले ही रच ली थी। मार्च 2024 में अजय की सगाई जयपुर पुलिस में तैनात एक महिला कॉन्स्टेबल के साथ हुई थी, जिसे शंकर लाल के ससुर ने करवाया था। सगाई के कुछ समय बाद ही अजय को शक हुआ कि उसकी मंगेतर का शंकर लाल के साथ अवैध संबंध है। इस शक के चलते दोनों के बीच कई बार तीखी बहस हुई। आखिरकार, सात महीने बाद आपसी सहमति से सगाई टूट गई।
लेकिन सगाई टूटने के बाद भी कहानी खत्म नहीं हुई। अजय का दावा है कि उसकी पूर्व मंगेतर उसे शादी के लिए दबाव डाल रही थी और मुकदमे में फंसाने की धमकी दे रही थी। इस मानसिक दबाव और डिप्रेशन ने अजय को इतना उग्र कर दिया कि उसने शंकर लाल को अपनी तकलीफ का जिम्मेदार ठहराया और उसकी हत्या की ठान ली।
सोमवार रात रची गई खौफनाक साजिश
सोमवार रात अजय ने अपनी पूर्व मंगेतर को फोन कर अपनी मंशा जाहिर की। उसने कहा, “मैंने बैग में SLR राइफल और 50 कारतूस रख लिए हैं। सुबह जाकर शंकर लाल को गोलियों से भून डालूंगा।” उसकी बात को गंभीरता से न लेने की वजह से मंगेतर ने किसी को कुछ नहीं बताया। उसी रात अजय दिल्ली से बस लेकर जयपुर के सिंधी कैंप बस स्टैंड पहुंचा। सुबह 5:30 बजे उसने एक टैक्सी बुक की और बगरू के वाटिका इंफोटेक सिटी में शंकर लाल के घर जा पहुंचा। टैक्सी में ही उसने अपनी SLR राइफल को जोड़ा और तैयार रखा।
घर के बाहर मातम, गोलियों की गूंज
घटना के वक्त शंकर लाल अपने घर में ब्रश कर रहे थे। उनकी पत्नी सरोज कॉलोनी में दूध लेने गई थीं, और उनके दो छोटे बेटे (4 साल और 11 महीने) कमरे में सो रहे थे। अजय टैक्सी से उतरा और शंकर लाल के घर पहुंचा। जैसे ही शंकर लाल ब्रश करते हुए मेन गेट पर आए, दोनों के बीच कहासुनी शुरू हो गई। बात इतनी बढ़ी कि अजय ने टैक्सी से SLR राइफल निकाली और शंकर लाल पर तान दी।
खुद को बचाने के लिए शंकर लाल पास के खाली प्लॉट की ओर भागे, लेकिन अजय ने उनका पीछा किया। उसने ताबड़तोड़ फायरिंग शुरू कर दी। गोलियां शंकर लाल की पीठ, गर्दन और जांघों में लगीं, और वह करीब 20 मीटर दूर सड़क पर लहूलुहान हालत में गिर पड़े। अजय ने 8 से 10 राउंड फायर किए, जिसकी आवाज से कॉलोनी में हड़कंप मच गया। डर के मारे टैक्सी ड्राइवर गाड़ी छोड़कर भाग गया और उसने 100 मीटर दूर कॉलोनी के सिक्योरिटी गार्ड को घटना की जानकारी दी।
हत्या के बाद सरेंडर, टैक्सी से भागा हत्यारा
शंकर लाल को गोलियों से भूनने के बाद अजय टैक्सी लेकर मौके से फरार हो गया। भागते समय उसने टैक्सी से पहले एक दीवार और फिर पास खड़ी एक कार को टक्कर मारी। इसके बाद वह सीधे फुलेरा थाने पहुंचा और सुबह 7:45 बजे पुलिस के सामने सरेंडर कर दिया। उसने पुलिस को बताया, “मैंने वाटिका में शंकर लाल बलाई को गोलियों से भून दिया है।” पुलिस ने तुरंत उसे हिरासत में लिया और बगरू थाने की टीम को सूचना दी।
परिवार में मातम, कॉलोनी में दहशत
गोलियों की आवाज सुनकर कॉलोनी के लोग अपने घरों में दुबक गए। पास में रहने वाले सीताराम गोरा ने बताया कि वह सड़क पर शंकर लाल का लहूलुहान शव देखकर दंग रह गए। उसी वक्त शंकर लाल की पत्नी सरोज भी मौके पर पहुंची और अपने पति की लाश देखकर फूट-फूटकर रोने लगी। स्थानीय लोगों की मदद से शव को घर ले जाया गया। शंकर लाल के दो छोटे बच्चों और पत्नी का रो-रोकर बुरा हाल है।
पुलिस ने मौके पर पहुंचकर शव को कब्जे में लिया और पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया। FSL टीम ने घटनास्थल से कारतूस के खाली खोल और अन्य सबूत जुटाए। एडिशनल DCP (वेस्ट) आलोक सिंघल ने बताया कि अजय के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज कर लिया गया है, और रिमांड पर उससे पूछताछ की जाएगी।
डिप्रेशन या बदले की आग?
अजय ने पुलिस को बताया कि वह लंबे समय से डिप्रेशन में था। सगाई टूटने और पूर्व मंगेतर के कथित उत्पीड़न ने उसे मानसिक रूप से तोड़ दिया था। उसका मानना था कि शंकर लाल ही उसकी जिंदगी की परेशानियों का जिम्मेदार था। लेकिन पुलिस का कहना है कि यह हत्या पूरी तरह सोची-समझी थी। रात को फोन पर हत्या की धमकी देना, दिल्ली से जयपुर आना, और टैक्सी में राइफल तैयार करना—ये सारी बातें एक सुनियोजित साजिश की ओर इशारा करती हैं।