जोधपुर पुलिस की बड़ी कार्रवाई: अफीम दूध, विदेशी पिस्टल और कारतूस के साथ तस्कर गिरफ्तार.
जोधपुर ग्रामीण पुलिस ने पीपाड़ शहर थाना क्षेत्र में दो अलग-अलग कार्रवाइयों में अफीम दूध और अवैध हथियारों के साथ दो आरोपियों को गिरफ्तार किया। एक कार चालक के पास से भारी मात्रा में अफीम का दूध और तस्करी में प्रयुक्त कार जब्त की गई, जबकि पंजाब के एक आरोपी के पास से विदेशी पिस्टल और कारतूस बरामद हुए। पुलिस ने एनडीपीएस और आर्म्स एक्ट के तहत मामले दर्ज कर जांच शुरू की।

जोधपुर ग्रामीण पुलिस ने मादक पदार्थों की तस्करी और अवैध हथियारों के खिलाफ चलाए जा रहे अपने अभियान में एक और बड़ी सफलता हासिल की है। पीपाड़ शहर थाना पुलिस ने दो अलग-अलग मामलों में कार्रवाई करते हुए दो आरोपियों को गिरफ्तार किया, जिनके कब्जे से भारी मात्रा में अफीम का दूध, एक विदेशी पिस्टल, कारतूस और तस्करी में इस्तेमाल की गई कार जब्त की गई। यह कार्रवाई नशे के कारोबार और अवैध हथियारों की तस्करी पर नकेल कसने के लिए चलाए जा रहे विशेष अभियान का हिस्सा है।
कार्रवाई का विवरण:
पुलिस को मिली गुप्त सूचना के आधार पर पीपाड़ शहर थाना पुलिस ने नाकाबंदी और तलाशी अभियान चलाया। पहली कार्रवाई में एक संदिग्ध कार की तलाशी के दौरान पुलिस ने भारी मात्रा में अफीम का दूध बरामद किया। इस कार को तस्करी के लिए इस्तेमाल किया जा रहा था। कार चालक को हिरासत में लेने के बाद पुलिस ने उससे पूछताछ शुरू की, जिसमें तस्करी के नेटवर्क से जुड़ी अहम जानकारी सामने आने की संभावना है। जब्त किए गए अफीम के दूध की कीमत लाखों रुपये आंकी जा रही है, और इसे चित्तौड़गढ़ या आसपास के क्षेत्रों से जोधपुर लाया जा रहा था।दूसरी कार्रवाई में पुलिस ने एक अन्य आरोपी को गिरफ्तार किया, जो पंजाब का रहने वाला बताया जा रहा है। इस आरोपी के पास से एक विदेशी पिस्टल और कई जिंदा कारतूस बरामद किए गए। यह कार्रवाई आर्म्स एक्ट के तहत की गई, और पुलिस ने इस मामले में भी गहन जांच शुरू कर दी है। प्रारंभिक पूछताछ में पता चला कि आरोपी अवैध हथियारों की तस्करी में लिप्त था और संभवतः इसका संबंध नशे के कारोबार से भी हो सकता है।
पुलिस की रणनीति और अभियान:
जोधपुर पुलिस ने हाल के महीनों में मादक पदार्थों और अवैध हथियारों की तस्करी के खिलाफ अपने अभियान को तेज कर दिया है। जोधपुर रेंज के पुलिस महानिरीक्षक विकास कुमार के निर्देशन में चलाए जा रहे "मिशन संकल्प" और "ऑपरेशन वज्र प्रहार" जैसे अभियानों के तहत पुलिस ने कई बड़े तस्करों को पकड़ा है। इन अभियानों में नाकाबंदी, गुप्त सूचनाओं पर कार्रवाई और संदिग्ध स्थानों पर छापेमारी शामिल है। पुलिस का लक्ष्य न केवल तस्करों को पकड़ना है, बल्कि उनके नेटवर्क को ध्वस्त करना और नशे की आपूर्ति श्रृंखला को तोड़ना भी है।
आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई:
दोनों मामलों में पुलिस ने एनडीपीएस एक्ट (नारकोटिक ड्रग्स एंड साइकोट्रोपिक सब्सटेंस एक्ट) और आर्म्स एक्ट के तहत मामले दर्ज किए हैं। गिरफ्तार किए गए आरोपियों से पूछताछ जारी है, ताकि उनके नेटवर्क, मादक पदार्थों और हथियारों के स्रोत, और अन्य संलिप्त लोगों की जानकारी प्राप्त की जा सके। पुलिस यह भी जांच कर रही है कि क्या ये दोनों मामले आपस में जुड़े हुए हैं या यह एक बड़े तस्करी रैकेट का हिस्सा हैं।
जब्त सामग्री
अफीम का दूध: लाखों रुपये की कीमत का, जो तस्करी के लिए कार में छिपाया गया था।
विदेशी पिस्टल और कारतूस: पंजाब के आरोपी के पास से बरामद, जिसका इस्तेमाल संभवतः तस्करी और अन्य अपराधों में किया जा रहा था।
कार: तस्करी में उपयोग की गई, जिसे पुलिस ने जब्त कर लिया है
पुलिस की प्रतिबद्धता:
पुलिस उपायुक्त (ग्रामीण) आलोक श्रीवास्तव ने बताया कि जोधपुर पुलिस नशे और अवैध हथियारों के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति पर काम कर रही है। उन्होंने कहा, "हमारा मकसद न केवल तस्करों को पकड़ना है, बल्कि समाज से नशे की बुराई को जड़ से खत्म करना भी है। इसके लिए हम लगातार नाकाबंदी, छापेमारी और सूचना तंत्र को मजबूत कर रहे हैं।"
नागरिकों से अपील:
पुलिस ने नागरिकों से अपील की है कि वे नशे या अवैध गतिविधियों से संबंधित किसी भी जानकारी को तुरंत पुलिस के साथ साझा करें। इसके लिए हेल्पलाइन नंबर 8764519202 भी जारी किया गया है, जहां लोग अपनी शिकायतें दर्ज करा सकते हैं।
जोधपुर पुलिस की इस कार्रवाई ने एक बार फिर साबित कर दिया कि अपराध और नशे के खिलाफ उनकी मुहिम रंग ला रही है। अफीम दूध और अवैध हथियारों की तस्करी जैसे संगीन अपराधों पर अंकुश लगाने के लिए पुलिस की सतर्कता और त्वरित कार्रवाई सराहनीय है। यह कार्रवाई न केवल तस्करों के लिए एक चेतावनी है, बल्कि समाज को यह संदेश भी देती है कि कानून का शिकंजा अपराधियों पर और सख्त होगा।