ब्यावर:सेंदड़ा स्टेशन पर गरीब रथ एक्सप्रेस के इंजन में लगी भीषण आग, लोको पायलट की सूझबूझ से टला बड़ा हादसा.

19 जुलाई 2025 को ब्यावर जिले के सेंदड़ा रेलवे स्टेशन पर गरीब रथ एक्सप्रेस के इंजन में सुबह 3 बजे आग लगने से अफरा-तफरी मच गई। लोको पायलट की सतर्कता से यात्रियों को सुरक्षित निकाला गया। आग संभवतः तकनीकी खराबी या शॉर्ट सर्किट के कारण लगी। 6 घंटे तक अजमेर-ब्यावर ट्रैक बाधित रहा, लेकिन व्यवस्था से यात्रियों को गंतव्य तक पहुंचाया गया। ट्रैक अब सामान्य है।

Jul 19, 2025 - 14:49
ब्यावर:सेंदड़ा स्टेशन पर गरीब रथ एक्सप्रेस के इंजन में लगी भीषण आग, लोको पायलट की सूझबूझ से टला बड़ा हादसा.

राजस्थान के ब्यावर जिले के सेंदड़ा रेलवे स्टेशन पर शनिवार (19 जुलाई 2025) तड़के करीब 3 बजे एक बड़ा रेल हादसा होते-होते टल गया। मुंबई के बांद्रा टर्मिनस से दिल्ली के सराय रोहिल्ला जंक्शन की ओर जा रही गरीब रथ एक्सप्रेस (ट्रेन नंबर 12216) के इंजन में अचानक आग लग गई, जिससे स्टेशन पर अफरा-तफरी मच गई। इस घटना ने यात्रियों और रेलवे कर्मचारियों के बीच हड़कंप मचा दिया, लेकिन लोको पायलट की सतर्कता और त्वरित कार्रवाई ने सैकड़ों यात्रियों की जान बचा ली।

क्या हुआ हादसा?

घटना उस समय हुई जब गरीब रथ एक्सप्रेस सेंदड़ा रेलवे स्टेशन से गुजर रही थी। ट्रेन शुक्रवार रात करीब 11:30 बजे आबू रोड से रवाना हुई थी और सुबह करीब 3 बजे सेंदड़ा स्टेशन के पास पहुंची। अचानक यात्रियों ने इंजन के पिछले हिस्से से धुआं और आग की लपटें उठते देखीं।

इसकी सूचना तुरंत लोको पायलट को दी गई, जिन्होंने बिना देरी किए आपातकालीन ब्रेक लगाकर ट्रेन को रोक दिया। लोको पायलट ने सूझबूझ दिखाते हुए इंजन को बाकी डिब्बों से अलग कर दिया, जिससे आग के फैलने का खतरा टल गया। 

 ट्रेन में उस समय लगभग 500 यात्री सवार थे। धुआं और लपटें देखकर यात्रियों में दहशत फैल गई, लेकिन रेलवे कर्मचारियों और लोको पायलट की तत्परता से सभी यात्रियों को सुरक्षित बाहर निकाला गया। ब्यावर से दमकल विभाग की टीमें तुरंत मौके पर पहुंचीं और कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया गया।

आग का कारण: तकनीकी खराबी या शॉर्ट सर्किट

रेलवे की प्रारंभिक जांच में आग लगने का कारण तकनीकी खराबी या शॉर्ट सर्किट बताया जा रहा है। रेलवे प्रवक्ता शशिकिरण ने बताया कि इस घटना में किसी भी यात्री को चोट नहीं आई और सभी यात्रियों को सुरक्षित उनके गंतव्य तक पहुंचाने के लिए वैकल्पिक व्यवस्था की गई। आग से इंजन को काफी नुकसान हुआ, जिसके बाद रेलवे प्रशासन ने क्षतिग्रस्त इंजन को हटाकर दूसरा इंजन मंगवाया। 

 रेल यातायात पर प्रभाव

इस हादसे के कारण अजमेर-ब्यावर रेल मार्ग पर ट्रेनों का संचालन लगभग 6 घंटे तक बाधित रहा। इस दौरान कई ट्रेनें अमरपुरा, ब्यावर और अन्य स्टेशनों पर रुकी रहीं। रेलवे की इंजीनियरिंग और सुरक्षा टीमें सेंदड़ा स्टेशन पर पहुंचीं और ट्रैक को साफ करने का काम शुरू किया। हादसे के 6 घंटे बाद ट्रैक को खाली कराकर यातायात को सामान्य किया गया। रेलवे अधिकारियों ने बताया कि सुरक्षा के लिहाज से अन्य ट्रेनों को धीमी गति से सेंदड़ा स्टेशन से गुजारा गया।

इस घटना में लोको पायलट की सतर्कता और त्वरित कार्रवाई की हर तरफ सराहना हो रही है। अगर समय रहते ट्रेन को नहीं रोका जाता और इंजन को डिब्बों से अलग नहीं किया जाता, तो आग  फैल सकती थी, जिससे एक बड़ा हादसा हो सकता था। यात्रियों ने भी लोको पायलट और रेलवे कर्मचारियों के प्रयासों की प्रशंसा की।

रेलवे प्रशासन की कार्रवाई

रेलवे प्रशासन ने इस घटना की विस्तृत जांच के आदेश दिए हैं ताकि आग लगने के सटीक कारणों का पता लगाया जा सके। रेलवे प्रवक्ता ने बताया कि यात्रियों की सुरक्षा उनकी सर्वोच्च प्राथमिकता है और इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए सभी आवश्यक कदम उठाए जाएंगे। साथ ही, ट्रैक पर ट्रेनों की आवाजाही को पूरी तरह से बहाल कर दिया गया है और स्थिति अब सामान्य है। 

यात्रियों की प्रतिक्रिया

हादसे के बाद यात्रियों में डर का माहौल था, लेकिन रेलवे की त्वरित कार्रवाई और वैकल्पिक व्यवस्था से उन्हें राहत मिली। एक यात्री ने बताया, "हम लोग रात में सफर कर रहे थे, अचानक धुआं और लपटें देखीं तो डर गए। लेकिन लोको पायलट और रेलवे स्टाफ ने हमें जल्दी से बाहर निकाला और दूसरी व्यवस्था की।" 

सेंदड़ा रेलवे स्टेशन पर गरीब रथ एक्सप्रेस के इंजन में लगी आग की यह घटना एक चेतावनी है कि  ट्रेनों की तकनीकी खराबी और शॉर्ट सर्किट की वजह से होने वाली घटनाओं पर विशेष ध्यान देने की जरूरत है। इस हादसे में किसी भी यात्री को नुकसान नहीं हुआ, लेकिन यह रेलवे प्रशासन के लिए एक गंभीर मुद्दा है। उम्मीद है कि जांच के बाद ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए ठोस कदम उठाए जाएंगे।