बालोतरा: चतुर्थ रेलवे फाटक के पास युवक ने ट्रेन के आगे कूदकर की आत्महत्या, शव की शिनाख्त बाकी.
बालोतरा के चतुर्थ रेलवे फाटक के पास एक अज्ञात युवक ने ट्रेन के आगे कूदकर आत्महत्या कर ली। शव की शिनाख्त नहीं हो पाई है, और पुलिस ने जांच शुरू कर दी है। शव को जिला अस्पताल की मोर्चरी में भेजा गया। यह घटना मानसिक स्वास्थ्य और सामाजिक जागरूकता की कमी को उजागर करती है।

बालोतरा, राजस्थान: शहर के चतुर्थ रेलवे फाटक के समीप एक दुखद घटना में एक अज्ञात युवक ने ट्रेन के आगे कूदकर आत्महत्या कर ली। यह हृदयविदारक घटना स्थानीय रेलवे ट्रैक पर हुई, जिसके बाद रेलवे प्रशासन और पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए शव को पटरियों से हटाया। मृतक की पहचान अभी तक नहीं हो पाई है, और शव को पोस्टमॉर्टम के लिए जिला अस्पताल की मोर्चरी में भेजा गया है।
घटना का विवरण
जानकारी के अनुसार, यह घटना उस समय हुई जब एक तेज रफ्तार ट्रेन चतुर्थ रेलवे फाटक के पास से गुजर रही थी। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, युवक अचानक रेलवे ट्रैक पर आया और ट्रेन के सामने कूद गया। ट्रेन के लोको पायलट ने तुरंत इमरजेंसी ब्रेक लगाए, जिसके कारण ट्रेन को कुछ देर के लिए रोकना पड़ा। घटना की सूचना मिलते ही स्थानीय पुलिस और रेलवे कर्मचारी मौके पर पहुंचे।
पुलिस ने शव को सावधानीपूर्वक पटरियों से हटाया और उसे चादर में लपेटकर एंबुलेंस के माध्यम से बालोतरा के जिला अस्पताल की मोर्चरी में भेजा। शव की स्थिति ऐसी थी कि तत्काल पहचान करना मुश्किल हो रहा था। प्रारंभिक जांच में यह आत्महत्या का मामला प्रतीत हो रहा है, लेकिन पुलिस ने सभी पहलुओं की जांच शुरू कर दी है।
पुलिस और रेलवे की कार्रवाई
घटना के बाद रेलवे प्रशासन ने ट्रेन को लगभग 20-25 मिनट तक रोककर रखा ताकि शव को सुरक्षित हटाया जा सके। स्थानीय पुलिस ने मौके पर पहुंचकर घटनास्थल का मुआयना किया और आसपास के लोगों से जानकारी जुटाने की कोशिश की। मृतक की जेब से कोई दस्तावेज या पहचान पत्र नहीं मिला, जिसके कारण उसकी शिनाख्त में देरी हो रही है। पुलिस ने आसपास के थानों और सोशल मीडिया के जरिए मृतक की पहचान के लिए प्रयास शुरू कर दिए हैं।
प्रत्यक्षदर्शियों का बयान
स्थानीय लोगों ने बताया कि घटना इतनी अचानक हुई कि किसी को कुछ समझने का मौका नहीं मिला। कुछ लोगों ने युवक को ट्रैक की ओर जाते देखा, लेकिन किसी ने नहीं सोचा था कि वह इतना बड़ा कदम उठा लेगा। घटना के बाद आसपास के क्षेत्र में सनसनी फैल गई, और लोग इस बात पर चर्चा कर रहे थे कि आखिर युवक ने ऐसा कदम क्यों उठाया।
मानसिक स्वास्थ्य पर सवाल
यह घटना एक बार फिर मानसिक स्वास्थ्य के प्रति समाज की उदासीनता को उजागर करती है। विशेषज्ञों का मानना है कि ऐसी घटनाओं के पीछे अक्सर मानसिक तनाव, अवसाद या सामाजिक दबाव जैसे कारण हो सकते हैं। बालोतरा में हाल के महीनों में इस तरह की दूसरी घटना है, जहां किसी ने ट्रेन के आगे कूदकर आत्महत्या की। इससे पहले जून 2025 में एक डॉक्टर ने भी इसी तरह आत्महत्या की थी, जिसके पीछे मानसिक तनाव को कारण बताया गया था।
पुलिस की अपील
पुलिस ने स्थानीय लोगों से अपील की है कि यदि किसी को मृतक के बारे में कोई जानकारी हो, तो वह तुरंत नजदीकी थाने में संपर्क करे। साथ ही, पुलिस ने यह भी कहा कि शव की शिनाख्त के लिए फॉरेंसिक जांच और अन्य तकनीकी साधनों का उपयोग किया जा रहा है।
सामाजिक चिंता
यह घटना न केवल एक परिवार के लिए दुखद है, बल्कि पूरे समाज के लिए एक चेतावनी भी है। मानसिक स्वास्थ्य सेवाओं की कमी और सामाजिक जागरूकता की आवश्यकता एक बार फिर सामने आई है। स्थानीय लोग और सामाजिक संगठन इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए जागरूकता अभियान चलाने की मांग कर रहे हैं।पुलिस इस मामले की गहन जांच कर रही है, और जल्द ही मृतक की पहचान और आत्महत्या के कारणों का खुलासा होने की उम्मीद है।