"70 लाख के साइबर फ्रॉड का मास्टरमाइंड मुंबई एयरपोर्ट पर धराया, पोलैंड से लौटते ही पुलिस ने दबोचा"
70 लाख रुपये के साइबर धोखाधड़ी मामले का आरोपी पकड़ा गया: पोलैंड से लौटते ही मुंबई एयरपोर्ट पर गिरफ्तार जोधपुर की बासना थाना पुलिस ने एक बड़े साइबर फ्रॉड केस में मुख्य आरोपी को मुंबई से गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है। यह आरोपी लगभग 70 लाख रुपये की ठगी का मास्टरमाइंड बताया जा रहा है, जो विदेश भाग गया था। पुलिस की तत्परता के कारण जैसे ही वह पोलैंड से मुंबई लौटा, एयरपोर्ट पर उसे हिरासत में ले लिया गया। इस कार्रवाई से न केवल पीड़ितों को न्याय मिलने की उम्मीद जगी है, बल्कि साइबर क्राइम के खिलाफ पुलिस की सख्ती का भी संदेश गया है। धोखाधड़ी का तरीका और घटना का विवरण यह मामला एक सुनियोजित साइबर स्कैम का है, जिसमें आरोपी ने सोशल मीडिया और फर्जी ऐप्स के जरिए लोगों को लुभाया। मुख्यतः निवेश के नाम पर वादे किए जाते थे, जैसे स्टॉक मार्केट या क्रिप्टोकरेंसी में तुरंत मुनाफा कमाने का। पीड़ितों को आकर्षित करने के लिए फर्जी प्रमाण-पत्र, ग्लैमरस वेबसाइट्स और फोन कॉल्स का सहारा लिया गया, इस गिरोह ने दर्जनों लोगों को चूना लगाया, जिनमें से कई मध्यम वर्ग के निवेशक थे। कुल 70 लाख रुपये से अधिक की राशि इस तरह हड़पी गई, जो पीड़ितों के लिए भारी आर्थिक नुकसान साबित हुई।घटना की शुरुआत कुछ महीने पहले हुई, जब मुंबई के एक व्यवसायी ने शिकायत दर्ज कराई। उन्होंने बताया कि आरोपी ने उन्हें 'हाई-रिटर्न इन्वेस्टमेंट स्कीम' का लालच देकर पैसे ट्रांसफर करने को मजबूर किया। उसके बाद और भी शिकायतें उभरीं, जिससे पुलिस को लगा कि यह अकेला केस नहीं, बल्कि एक संगठित गिरोह का काम है। आरोपी ने फर्जी आईडीज और विदेशी सर्वर्स का इस्तेमाल करके अपनी पहचान छिपाई रखी थी, जिससे जांच में मुश्किलें आईं। पुलिस की कार्रवाई और लुकआउट नोटिस मुंबई साइबर सेल ने तुरंत जांच शुरू की। तकनीकी विशेषज्ञों की मदद से आरोपी के बैंक खातों, मोबाइल नंबरों और ऑनलाइन ट्रांजेक्शन को ट्रैक किया गया। पता चला कि आरोपी हरीश लालवानी भारत छोड़कर पोलैंड चला गया था, शायद वहां से फ्रॉड को और फैलाने की योजना बना रहा था। पुलिस ने बिना देर किए इमिग्रेशन अथॉरिटी को अलर्ट किया और उसके खिलाफ लुकआउट सर्कुलर (LOC) जारी करवाया। यह नोटिस अंतरराष्ट्रीय स्तर पर लागू होता है, जो आरोपी को किसी भी एयरपोर्ट या बॉर्डर पर आने-जाने पर तुरंत पकड़ने का आदेश देता है।पिछले हफ्ते, जब आरोपी पोलैंड से एक फ्लाइट से मुंबई के छत्रपति शिवाजी महाराज अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर उतरा, तो इमिग्रेशन चेक के दौरान LOC अलर्ट हो गया। सादे कपड़ों में सिवाय एयरपोर्ट सिक्योरिटी ने उसे घेर लिया और साइबर सेल को सूचना दी। पूछताछ में आरोपी ने अपना जुर्म कबूल कर लिया। उसके पास से मोबाइल फोन, लैपटॉप और कुछ दस्तावेज बरामद हुए, जो फ्रॉड के सबूत के रूप में काम आएंगे।

गिरफ्तारी