14 महीने की मासूम के साथ रेप कर खेत में दफनाया शव.....
त्रिपुरा के पानिसागर में एक दिल दहलाने वाली घटना में, एक 14 महीने की मासूम बच्ची के साथ बलात्कार कर उसकी हत्या कर दी गई। आरोपी दिहाड़ी मजदूर ने बच्ची को 'घुमाने' के बहाने मां से लिया और फिर शव को धान के खेत में दफना दिया। पुलिस ने आरोपी को असम के नीलाबाजार से गिरफ्तार कर लिया, और सोमवार को उसे अदालत में पेश किया जाएगा। इस घटना ने पूरे इलाके में आक्रोश फैला दिया है।

पानिसागर, त्रिपुरा, 13 अक्टूबर 2025: त्रिपुरा के पानिसागर में एक ऐसी दिल दहलाने वाली घटना सामने आई है, जिसने इंसानियत को शर्मसार कर दिया। एक 14 महीने की नन्ही सी बच्ची, जो अभी ठीक से चलना-बोलना भी नहीं सीख पाई थी, एक दरिंदे की हैवानियत का शिकार हो गई। आरोपी, जो एक दिहाड़ी मजदूर है, ने मासूम को 'घुमाने' के बहाने उसकी मां से लिया और फिर उसके साथ बलात्कार कर उसकी नृशंस हत्या कर दी। इसके बाद शव को धान के खेत में दफना दिया। यह घटना शनिवार को घटी, लेकिन इसका खुलासा होने पर पूरे गांव में सन्नाटा पसर गया।
घटना का भयावह विवरण
पानिसागर के एक छोटे से गांव में रहने वाला बच्ची का परिवार साधारण जीवन जीता था। शनिवार दोपहर करीब 2 बजे, आरोपी—जो परिवार का पड़ोसी और परिचित था—बच्ची की मां के पास पहुंचा। उसने कहा कि वह बच्ची को थोड़ी देर के लिए घुमाने ले जाना चाहता है। मां ने, जो अपने पड़ोसी पर भरोसा करती थी, बच्ची को सौंप दिया। लेकिन जब तीन घंटे बीत गए और न बच्ची लौटी, न ही आरोपी का कोई अता-पता चला, तो परिवार की चिंता बढ़ गई। मां का दिल बेचैन हो उठा, और जल्द ही पूरे गांव ने बच्ची की तलाश शुरू कर दी।शाम होते-होते ग्रामीणों को एक धान के खेत में कुछ संदिग्ध दिखा। मिट्टी खोदने पर जो नजारा सामने आया, उसने सभी को हिलाकर रख दिया—नन्ही बच्ची का शव वहां दफन था। प्रारंभिक जांच में पता चला कि बच्ची के साथ बलात्कार हुआ, और फिर उसकी हत्या कर शव को छिपाने की कोशिश की गई। यह दृश्य इतना भयानक था कि मौके पर मौजूद लोगों की आंखें नम हो गईं। एक ग्रामीण ने कहा, "हमने सोचा था वह खेल रही होगी, लेकिन यह क्या हो गया... हमारी बच्ची को किसने इतना दर्द दिया?"
पुलिस की त्वरित कार्रवाई
पानिसागर थाने की पुलिस को सूचना मिलते ही तुरंत मौके पर पहुंची। थाना प्रभारी सुमंत भट्टाचार्जी ने बताया कि शव को बरामद कर पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा गया। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट ने बलात्कार और हत्या की पुष्टि की, जिसके बाद शव को परिवार को सौंप दिया गया। परिवार का रो-रोकर बुरा हाल है। मां की चीखें सुनकर गांव में मौजूद हर शख्स की आंखें नम थीं।पुलिस ने तुरंत कार्रवाई शुरू की और रविवार सुबह असम के नीलाबाजार इलाके से आरोपी को गिरफ्तार कर लिया। प्रारंभिक पूछताछ में आरोपी ने अपना गुनाह कबूल कर लिया। भट्टाचार्जी ने कहा, "आरोपी को सोमवार को स्थानीय अदालत में पेश किया जाएगा। मामले में POCSO एक्ट और हत्या की धाराओं के तहत सख्त कार्रवाई की जाएगी। हम हर पहलू की गहराई से जांच कर रहे हैं।"
समाज में आक्रोश की लहर
यह घटना केवल पानिसागर तक सीमित नहीं रही; इसने पूरे देश में गुस्से और दुख की लहर पैदा कर दी है। सोशल मीडिया पर लोग #JusticeFor14MonthOld जैसे हैशटैग के साथ इंसाफ की मांग कर रहे हैं। कई सामाजिक कार्यकर्ताओं ने बच्चों और महिलाओं की सुरक्षा के लिए कड़े कदम उठाने की मांग की है। एक स्थानीय निवासी ने कहा, "हम अपने बच्चों को कैसे सुरक्षित रखें, जब पड़ोस में ही ऐसे दरिंदे छिपे हों?"
जांच और आगे की कार्रवाई
पुलिस ने बताया कि जांच में सभी संभावित साक्ष्यों को इकट्ठा किया जा रहा है। आरोपी के खिलाफ ठोस सबूत जुटाए जा रहे हैं ताकि उसे कड़ी सजा मिले। साथ ही, पुलिस ने लोगों से अपील की है कि वे किसी भी संदिग्ध गतिविधि की तुरंत सूचना दें। इस घटना ने ग्रामीण इलाकों में जागरूकता और सुरक्षा के मुद्दों को फिर से उठाया है।
क्या है इस घटना का सबक?
यह घटना समाज के लिए एक चेतावनी है कि बच्चों की सुरक्षा के लिए हर स्तर पर सतर्कता जरूरी है। पड़ोसियों पर भरोसा करना स्वाभाविक है, लेकिन ऐसी घटनाएं बताती हैं कि सावधानी कभी नहीं छोड़नी चाहिए। त्रिपुरा पुलिस और स्थानीय प्रशासन से लोगों को उम्मीद है कि इस मामले में तेजी से न्याय होगा।