तस्करों ने वनकर्मी को चलती गाड़ी से फेंका: सलूंबर के मानपुर नाके पर पकड़ी गई संदिग्ध गाड़ी, चालक फरार
उदयपुर जिले के सलूंबर क्षेत्र में गुरुवार रात करीब 10 बजे वन विभाग की टीम ने मानपुर नाके पर नाकाबंदी की। रेंज के वनपाल कैलाश मेघवाल और वनरक्षक हरीश कुमार मीणा को तस्करी की सूचना मिली थी। रोड पर गश्त के दौरान एक संदिग्ध पिकअप गाड़ी दिखाई दी, जिसमें तीन लोग सवार थे। टीम ने गाड़ी को तत्काल रोका और जांच शुरू
गाड़ी जब्त करने पर चालक का जानलेवा हमला
गाड़ी को मानपुर नाके पर ले जाने का निर्देश दिया गया। वनरक्षक हरीश कुमार मीणा गाड़ी में सवार होकर चालक के साथ नाके की ओर रवाना हुए, जबकि एक संदिग्ध को वनपाल की बाइक पर बिठाया गया। लेकिन चालक ने अचानक गाड़ी की रफ्तार बढ़ा दी। बाइक सवार वनपाल पीछा नहीं कर पाए। चालक ने हरीश के साथ मारपीट की, उन्हें धमकियां दीं और चलती गाड़ी से बाहर फेंक दिया। इससे वनरक्षक को हाथ की अंगुलियों समेत कई जगह चोटें लगीं।
तस्करों की चालाकी और भागने की कोशिश
घटना के दौरान चालक ने गाड़ी के नंबर प्लेट पर ग्रीस मलकर पहचान छिपाने की कोशिश की, लेकिन वनकर्मियों ने नंबर नोट कर लिया। टीम ने गाड़ी को जब्त कर नाके पर पहुंचाया, लेकिन चालक धरियावाद की ओर फरार हो गया। गाड़ी में सवार एक अन्य व्यक्ति वनकर्मियों के पास ही रह गया। वन विभाग के क्षेत्रीय अधिकारी दिलीप सिंह चौहान ने बताया कि गाड़ी में संभवतः अवैध वन उत्पाद लादे हुए थे, जिनकी जांच जारी है।
फरारियां और सुराग
ड्राइवर ने नंबर प्लेट को ग्रीस से ढक लिया था, लेकिन टीम ने आंशिक नंबर याद रख लिया। वाहन को जब्त कर चेकपोस्ट लाया गया, मगर ड्राइवर धरियावाद रूट से गायब हो गया। एक साथी वहीं पकड़ा गया। वन अधिकारी दिलीप चौहान के अनुसार, गाड़ी में प्रतिबंधित सामग्री होने के संकेत हैं, जिनकी फॉरेंसिक जांच होगी।
वन टीम ने तुरंत स्थानीय थाने में एफआईआर कराई। पुलिस ने पकड़े गए व्यक्ति से सख्ती से पूछगछ की और फरार ड्राइवर के लिए अलर्ट जारी किया। हरीश का मेडिकल चल रहा है, स्थिति नियंत्रण में है। यह हादसा वन संरक्षणकर्मियों की सुरक्षा पर सवाल खड़े करता है, जहां तस्करों का मनोबल ऊंचा दिख रहा है