"जोधपुर की सड़कों पर जानलेवा मूर्खता: नाबालिग बच्चे को बाइक सौंपकर खेली जिंदगी से खिलवाड़!"

जोधपुर के गीता भवन रोड से एक वायरल वीडियो सामने आया, जिसमें एक व्यक्ति मोटरसाइकिल की पीछली सीट पर बैठा है, जबकि एक नाबालिग बच्चा बाइक चला रहा है। यह लापरवाही यातायात नियमों का उल्लंघन है और जानलेवा हादसे को न्योता देता है। लोग पुलिस से कड़ी कार्रवाई और सड़क सुरक्षा के लिए जागरूकता की मांग कर रहे हैं।

Jul 23, 2025 - 14:26
"जोधपुर की सड़कों पर जानलेवा मूर्खता: नाबालिग बच्चे को बाइक सौंपकर खेली जिंदगी से खिलवाड़!"

जोधपुर के गीता भवन रोड से सामने आए एक वायरल वीडियो ने सड़क सुरक्षा को लेकर हर किसी के रोंगटे खड़े कर दिए हैं। इस वीडियो में एक व्यक्ति की ऐसी खतरनाक लापरवाही देखने को मिली, जिसने न केवल कानून की धज्जियां उड़ाईं, बल्कि एक मासूम बच्चे की जिंदगी को भी दांव पर लगा दिया। वीडियो में साफ दिख रहा है कि एक व्यक्ति मोटरसाइकिल की पीछली सीट पर बेफिक्र होकर बैठा है, जबकि बाइक की टंकी पर एक नन्हा-सा नाबालिग बच्चा, जिसे शायद सड़क के नियमों की ABCD भी नहीं पता, बाइक चला रहा है। यह नजारा सिर्फ चौंकाने वाला नहीं, बल्कि एक बड़े हादसे का खुला न्योता है, जो उस बच्चे, उस व्यक्ति और सड़क पर चल रहे हर इंसान की जान को खतरे में डाल रहा है।

मस्ती नहीं, यह है सरासर मूर्खता!

आखिर कोई इतना गैर-जिम्मेदार कैसे हो सकता है? एक नाबालिग बच्चे को मोटरसाइकिल की कमान सौंपना और खुद पीछे बैठकर इस खतरनाक हरकत का मजा लेना क्या मस्ती है? नहीं, यह मूर्खता है, जो एक पल में जिंदगियां तबाह कर सकती है। यह घटना भारतीय दंड संहिता की धारा 279 (लापरवाही से वाहन चलाना) और 337 (लापरवाही से चोट पहुंचाना) के साथ-साथ मोटर वाहन अधिनियम का खुला उल्लंघन है। नाबालिग द्वारा वाहन चलाना, बिना हेलमेट और बिना किसी सुरक्षा उपाय के सड़क पर ऐसी हरकत करना न सिर्फ गैरकानूनी है, बल्कि यह समाज के लिए एक डरावनी चेतावनी है। एक छोटी सी गलती न केवल उस बच्चे और व्यक्ति की जान ले सकती थी, बल्कि सड़क पर चल रहे मासूम राहगीरों को भी नुकसान पहुंचा सकती थी।

पुलिस और प्रशासन से गुहार

इस वीडियो ने सोशल मीडिया पर तहलका मचा दिया है। लोग गुस्से में हैं और जोधपुर पुलिस से तुरंत कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। जनता की अपील है कि इस वीडियो की गहन जांच हो और दोषी व्यक्ति के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाए। जोधपुर जैसे शहर में, जहां सड़कों पर भीड़ और यातायात की चुनौतियां पहले से मौजूद हैं, ऐसी लापरवाही को किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जा सकता। पुलिस को चाहिए कि वह सड़कों पर सख्त निगरानी बढ़ाए, सीसीटीवी कैमरों का इस्तेमाल करे, और नियम तोड़ने वालों पर भारी जुर्माना लगाए। यह समय है कि प्रशासन एक मिसाल कायम करे, ताकि कोई और ऐसी खतरनाक हरकत करने से पहले डरे।

जागरूकता की जरूरत 

यह घटना हमें सड़क सुरक्षा के प्रति हमारी लापरवाही पर सोचने के लिए मजबूर करती है। लोग अक्सर "मस्ती" के चक्कर में ऐसी हरकतें करते हैं, जो जानलेवा साबित हो सकती हैं। एक पल की लापरवाही न सिर्फ आपकी जिंदगी, बल्कि आपके परिवार और दूसरों की जिंदगी को भी बर्बाद कर सकती है। यह वीडियो एक सबक है कि सड़क कोई खेल का मैदान नहीं है। हम सबकी जिम्मेदारी है कि हम यातायात नियमों का पालन करें और अपने बच्चों को सिखाएं कि सड़क सुरक्षा कितनी जरूरी है।

जनता से अपील: जिंदगी अनमोल है, इसे यूं न गंवाएं

हेलमेट पहनें: सड़क पर निकलने से पहले हेलमेट जरूर लगाएं। यह आपकी जिंदगी बचा सकता है।

नाबालिग को वाहन न सौंपें: बच्चों को गाड़ी चलाने की इजाजत देना कानूनन अपराध है और जानलेवा भी।

यातायात नियमों का पालन करें: सिग्नल तोड़ना, तेज रफ्तार या गलत तरीके से गाड़ी चलाना हादसों को न्योता देता है।

जागरूकता फैलाएं: अपने परिवार, दोस्तों और बच्चों को सड़क सुरक्षा का महत्व समझाएं।

सोशल मीडिया पर गुस्सा और मांग

सोशल मीडिया पर इस वीडियो को लेकर लोग इसे "मस्ती नहीं, मूर्खता" बता रहे हैं। नेटिजन्स जोधपुर पुलिस से तुरंत एक्शन की मांग कर रहे हैं। लोग चाहते हैं कि ऐसी घटनाएं दोबारा न हों और सड़क सुरक्षा को लेकर सख्त कदम उठाए जाएं। यह वक्त है कि हम सब मिलकर सड़क को सुरक्षित बनाएं। जोधपुर पुलिस को इस मामले में तेजी से कार्रवाई कर एक मिसाल कायम करनी चाहिए।

आइए, संकल्प लें! 

सड़क पर लापरवाही नहीं, जिम्मेदारी दिखाएं। अपनी और दूसरों की जिंदगी को प्राथमिकता दें। क्योंकि एक जिंदगी बचाने का मतलब है, एक परिवार को खुशहाल रखना। जोधपुर की इस घटना को एक सबक बनाएं और सड़क सुरक्षा के लिए जागरूक हों। जिंदगी अनमोल है, इसे मूर्खता में न गंवाएं!