हवाई अड्डे पर 28 किलो सोने की तस्करी नाकाम, दो यात्री गिरफ्तार

हवाई अड्डे की सुरक्षा ने 28 किलो सोने के पेस्ट की तस्करी को नाकाम कर दिया, जो दुबई से आए दो यात्रियों से बरामद किया गया, यह एयरपोर्ट पर अब तक की सबसे बड़ी बरामदगी है।

Jul 23, 2025 - 13:11
हवाई अड्डे पर 28 किलो सोने की तस्करी नाकाम, दो यात्री गिरफ्तार

गुजरात के सूरत इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर रविवार की रात एक सनसनीखेज घटना सामने आई, जब केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (CISF) की सतर्कता टीम ने दुबई से आए दो यात्रियों के पास से लगभग 28 किलोग्राम सोने की तस्करी की कोशिश को नाकाम कर दिया। सूरत एयरपोर्ट के इतिहास में यह अब तक की सबसे बड़ी सोने की बरामदगी बताई जा रही है। इस घटना ने एक बार फिर सुरक्षा एजेंसियों की मुस्तैदी और तस्करों की नई-नई तरकीबों को उजागर किया है।

रात 10 बजे शुरू हुई कार्रवाई

घटना रविवार रात करीब 10 बजे की है, जब एयर इंडिया की फ्लाइट IX-174 दुबई से सूरत पहुंची। CISF की विजिलेंस यूनिट अंतरराष्ट्रीय आगमन क्षेत्र में अपनी नियमित जांच में जुटी थी। इसी दौरान दो यात्रियों की संदिग्ध गतिविधियों ने अधिकारियों का ध्यान खींचा। इन यात्रियों के चलने का तरीका, बातचीत की शैली और सुरक्षा जांच से बचने की कोशिशें CISF अधिकारियों को असामान्य लगीं।

जब इन यात्रियों को रोका गया और उनकी गहन तलाशी ली गई, तो चौंकाने वाला खुलासा हुआ। दोनों ने अपने शरीर के विभिन्न हिस्सों में विशेष तकनीक से सोने के पेस्ट को छिपा रखा था। यह सोना कपड़ों और बॉडी बेल्ट के जरिए इतनी चालाकी से छिपाया गया था कि सामान्य जांच में इसका पता लगाना मुश्किल था। कस्टम अधिकारियों के सहयोग से की गई तलाशी में कुल 28 किलोग्राम सोने का पेस्ट बरामद किया गया, जिसकी कीमत अंतरराष्ट्रीय बाजार में करोड़ों रुपये आंकी जा रही है।

सूरत एयरपोर्ट का सबसे बड़ा खुलासा

सूरत इंटरनेशनल एयरपोर्ट के अधिकारियों के अनुसार, यह अब तक की सबसे बड़ी सोने की बरामदगी है। सूरत, जो अपने हीरा और कपड़ा उद्योग के लिए विश्व विख्यात है, अब तस्करी के नए केंद्र के रूप में भी चर्चा में आ रहा है। हाल के वर्षों में सोने की तस्करी के मामले बढ़े हैं, और तस्कर नई-नई तरकीबें अपनाकर सुरक्षा एजेंसियों को चकमा देने की कोशिश कर रहे हैं। लेकिन CISF और कस्टम विभाग की सतर्कता ने इस बार तस्करों के मंसूबों पर पानी फेर दिया।

मानवीय नजरिया: सतर्कता और जिम्मेदारी का सबक

यह घटना सिर्फ एक तस्करी का मामला नहीं है, बल्कि यह उन सुरक्षा कर्मियों की कहानी भी है जो दिन-रात हमारी सीमाओं और हवाई अड्डों की सुरक्षा में तैनात रहते हैं। रात के 10 बजे, जब ज्यादातर लोग अपने घरों में आराम कर रहे होते हैं, CISF की विजिलेंस टीम अपनी आंखें खुली रखकर हर संदिग्ध गतिविधि पर नजर रखती है। उनकी सूझबूझ और त्वरित कार्रवाई ने न सिर्फ एक बड़े अपराध को रोका, बल्कि देश की आर्थिक सुरक्षा को भी मजबूत किया।

दोनों आरोपियों को हिरासत में ले लिया गया है और कस्टम विभाग ने मामले की गहन जांच शुरू कर दी है। प्रारंभिक पूछताछ में यह सामने आया है कि यह सोना दुबई से भारत लाया गया था, लेकिन इसके पीछे का नेटवर्क और तस्करी का मकसद अभी स्पष्ट नहीं है। अधिकारियों का मानना है कि यह एक बड़े तस्करी रैकेट का हिस्सा हो सकता है, जिसके तार अंतरराष्ट्रीय स्तर पर जुड़े हो सकते हैं।

Yashaswani Journalist at The Khatak .