कंटेनर में छिपाया था सीक्रेट कम्पार्टमेंट, 5.2 करोड़ का गांजा जब्त: ओडिशा से राजस्थान तस्करी, 3 आरोपी धराए
3 अक्टूबर 2025 को जोधपुर ग्रामीण क्षेत्र में नाकाबंदी के दौरान पुलिस को एक संदिग्ध कंटेनर नजर आया, जो ओडिशा के जंगली इलाकों से राजस्थान के बाजारों तक गांजा पहुंचाने के मिशन पर था। वाहन को रोका गया तो चेकिंग में फलों की लोडिंग के नीचे एक छिपा कम्पार्टमेंट मिला, जिसमें 520 किलोग्राम गांजा पैकेटबद्ध होकर ठूंस रखा गया था। आरोपी भागने की कोशिश में थे, लेकिन त्वरित कार्रवाई से उन्हें पकड़ लिया गया। खेप का बाजार मूल्य 5.2 करोड़ रुपये से अधिक आंका गया है
जब्ती और छिपाने का तरीका
जब्त मात्रा: 520 किलोग्राम गांजा (जोधपुर) + अतिरिक्त 25 किलोग्राम (संबंधित गोदाम से), कुल मूल्य 5.2 करोड़ रुपये।छिपाने का तरीका: कंटेनर के फर्श के नीचे वेल्डेड सीक्रेट कम्पार्टमेंट बनाया गया था, जहां आम और केले जैसे फलों के डिब्बों के बीच गांजे के प्लास्टिक पैकेट्स समेटे गए थे। यह नया तरीका तस्करों की चालाकी दर्शाता है, जो चेकपॉइंट्स पर संदेह टालने के लिए इस्तेमाल किया गया।
संबंधित जब्ती: आरोपी के एक साथी के घर से 200 किलोग्राम गांजे के बीज और प्रसंस्करण उपकरण भी बरामद हुए, जो तस्करी चेन का हिस्सा थे।
आरोपी और गिरफ्तारी
गिरफ्तार आरोपी: कंटेनर ड्राइवर राहुल (जोधपुर), खलासी अजय (जयपुर) और मध्यस्थ विक्रम (ओडिशा) को मौके पर गिरफ्तार किया गया। पूछताछ में सामने आया कि वे हर ट्रिप पर 1.5 लाख रुपये कमाते थे।
कानूनी कार्रवाई: NDPS एक्ट की सख्त धाराओं में केस दर्ज। खुलासा हुआ कि खेप ओडिशा के गुप्त फार्म्स से लाई गई थी और राजस्थान के साथ-साथ गुजरात तक वितरित होनी थी। बड़ा सिंडिकेट फरार सदस्यों की धरपकड़ के लिए छापेमारी जारी।
NCB जोधपुर के नेतृत्व में ASP जोधपुर रितु बराड़, DSP ग्रामीण धर्मेंद्र सिंह और थाना प्रभारी मंडोर की टीम ने ऑपरेशन को सफल बनाया। गुप्त सूचना पर आधारित यह नाकाबंदी घंटों चली। ओडिशा पुलिस से भी समन्वय किया गया है।
प्रभाव और आगे की कार्रवाई
यह जब्ती राजस्थान-ओडिशा ड्रग्स कॉरिडोर पर नकेल कसने वाली है। पुलिस ने सीमावर्ती क्षेत्रों में पेट्रोलिंग बढ़ा दी है। विशेषज्ञों का मानना है कि ऐसे ऑपरेशंस से युवाओं को नशे से बचाने में मदद मिलेगी। अपील: ड्रग्स की तस्करी में लिप्त लोगों के खिलाफ जनता भी सतर्क बने!