पत्नी ने प्रेमी संग मिलकर पति को जिंदा जलाया, चार के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज

अंकिता ने अपने प्रेमी अय्यूब और परिवार के साथ मिलकर पति सन्नी को कथित तौर पर हरिद्वार जाते समय अगवा कर जिंदा जला दिया। पुलिस ने चार के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज किया, लेकिन गिरफ्तारी नहीं हुई, जिससे ग्रामीणों में गुस्सा है।

Jul 30, 2025 - 16:25
पत्नी ने प्रेमी संग मिलकर पति को जिंदा जलाया, चार के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज

उत्तर प्रदेश के बागपत जिले से एक ऐसी घटना सामने आई है, जिसने इंसानियत को झकझोर कर रख दिया। यहां एक पत्नी ने अपने प्रेमी और कुछ अन्य लोगों के साथ मिलकर अपने पति को कथित तौर पर जिंदा जला दिया। यह भयावह वारदात तब हुई, जब पति कांवड़ लेने के लिए हरिद्वार जा रहा था। पुलिस ने इस मामले में पत्नी, उसके प्रेमी और दो अन्य लोगों के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। हालांकि, अभी तक किसी की गिरफ्तारी नहीं हो पाई है, जिससे ग्रामीणों में गुस्सा भड़क रहा है।

बागपत जिले के रमाला थाना क्षेत्र के कंडेरा गांव निवासी सन्नी (Sunny) की शादी करीब एक साल पहले गढ़ी कांगरान गांव की अंकिता (Ankita) के साथ हुई थी। परिजनों के मुताबिक, सन्नी और अंकिता के बीच अक्सर झगड़े होते थे। सन्नी के भाई रविंद्र ने बताया कि अंकिता का एक युवक, डॉ. अय्यूब (Dr. Ayub), के साथ प्रेम संबंध था। सन्नी ने कई बार अपनी पत्नी को अय्यूब से फोन पर बात करते हुए पकड़ा और इस बात को लेकर दोनों के बीच विवाद भी हुआ। इसी विवाद ने सन्नी की जान ले ली।

22 जुलाई को सन्नी अपनी बाइक से हरिद्वार कांवड़ लेने के लिए निकला था। जब वह दोघट क्षेत्र के कांवड़ मार्ग पर गढ़ी कांगरान गांव के पास पहुंचा, तो वहां पहले से घात लगाए अंकिता, उसकी सास बेबी, चाचा सुशील और प्रेमी अय्यूब ने उसे रोक लिया। आरोप है कि इन लोगों ने सन्नी को जबरन गांव के अंदर ले जाकर उसकी बेरहमी से पिटाई की और फिर पेट्रोल छिड़ककर उसे जिंदा जला दिया।

अस्पताल में जिंदगी की जंग हारा सन्नी

घटना की सूचना मिलते ही सन्नी के परिजन मौके पर पहुंचे और उसे गंभीर हालत में मेरठ के एक अस्पताल ले गए। हालत बिगड़ने पर उसे दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल रेफर किया गया, जहां 26 जुलाई को इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। सन्नी की मौत ने पूरे गांव में शोक और आक्रोश की लहर दौड़ा दी।

परिजनों का हंगामा, पुलिस पर ढिलाई का आरोप

सन्नी की मौत के बाद उसके परिजन शव लेकर दोघट थाने पहुंचे और धरने पर बैठ गए। उन्होंने आरोपियों की तत्काल गिरफ्तारी की मांग की। सन्नी के पिता वेदपाल ने कहा, "जब तक आरोपियों को गिरफ्तार नहीं किया जाता, हम शव का अंतिम संस्कार नहीं करेंगे।" ग्रामीणों ने भी पुलिस पर ढिलाई बरतने का आरोप लगाया और थाने के बाहर जमकर नारेबाजी की। उनका कहना है कि पुलिस की निष्क्रियता के कारण ही ऐसे अपराधियों के हौसले बुलंद हैं।

पुलिस ने दर्ज किया मुकदमा, जांच जारी

दोघट थाना प्रभारी निरीक्षक बच्चू सिंह ने बताया कि सन्नी के पिता वेदपाल की तहरीर पर अंकिता, अय्यूब, बेबी और सुशील के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 302 (हत्या), 120B (षड्यंत्र), 147/148 (दंगा और हथियारों से लैस होकर हमला) और 307 (हत्या का प्रयास) के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है। पुलिस मामले की जांच में जुटी है, लेकिन अभी तक किसी भी आरोपी की गिरफ्तारी नहीं हो पाई है।

Yashaswani Journalist at The Khatak .