ब्लैकमेल की साजिश ने छीनी मासूम की जिंदगी,12वीं की छात्रा ने घर के टांके में कूदकर दी जान.....

बाड़मेर में एक 12वीं की नाबालिग छात्रा ने एक युवक के ब्लैकमेल और उत्पीड़न से तंग आकर घर के टांके में कूदकर आत्महत्या कर ली। रविवार रात आरोपी युवक ने छात्रा के घर में घुसने की कोशिश की, जिसके बाद डर और दबाव में उसने यह कदम उठाया। सुबह उसका शव टांके में मिला। परिजनों ने पुलिस में POCSO और ब्लैकमेलिंग की धाराओं में केस दर्ज कराया। आरोपी फरार है, पुलिस जांच में जुटी है। यह घटना समाज में बेटियों की सुरक्षा और साइबर ब्लैकमेलिंग के खतरे पर सवाल उठाती है।

Oct 14, 2025 - 09:02
ब्लैकमेल की साजिश ने छीनी मासूम की जिंदगी,12वीं की छात्रा ने घर के टांके में कूदकर दी जान.....

बाड़मेर: राजस्थान के बाड़मेर जिले में एक ऐसी दिल दहला देने वाली घटना ने पूरे इलाके को स्तब्ध कर दिया है, जहां एक नाबालिग छात्रा को एक युवक के लगातार ब्लैकमेल और उत्पीड़न ने इतना तोड़ दिया कि उसने घर के पानी के टांके में कूदकर अपनी जान दे दी। 12वीं कक्षा में पढ़ने वाली यह मासूम लड़की, जो अपने उज्ज्वल भविष्य की ओर कदम बढ़ा रही थी, एक क्रूर साजिश का शिकार हो गई। यह हादसा सोमवार की सुबह सामने आया, जब परिवार ने टांके में उसका शव देखा। पुलिस ने परिजनों की शिकायत पर आरोपी युवक के खिलाफ POCSO एक्ट और ब्लैकमेलिंग की धाराओं में सख्त केस दर्ज कर लिया है, लेकिन अब सवाल उठ रहे हैं कि क्या समय रहते न्याय मिल पाएगा?

घटना की पूरी कथा: रविवार रात की भयावह रात

परिजनों के मुताबिक, यह दर्दनाक घटना रविवार रात को शुरू हुई। छात्रा के पिता ने पुलिस को दी शिकायत में बताया कि उनकी बेटी को पिछले कई महीनों से एक स्थानीय युवक परेशान कर रहा था। यह युवक न केवल उसे जबरदस्ती फोन-मैसेज के जरिए ब्लैकमेल करता था, बल्कि धमकियां देकर उसकी निजता का उल्लंघन करने की कोशिश करता रहता था। रविवार की रात मामला और भयानक हो गया, जब आरोपी युवक ने साहस दिखाते हुए छात्रा के घर में घुसपैठ की कोशिश की। उस वक्त घर पर छात्रा के माता-पिता और भाभी मौजूद थे, जबकि उसका भाई गांव के बाहर किसी जरूरी काम से गया हुआ था।घर में घुसते ही नाबालिग ने चीखना शुरू कर दिया। चीख सुनकर भाभी दौड़कर आईं और आरोपी को देखते ही वह भागने लगा। परिजनों ने उसका पीछा किया, लेकिन अंधेरे और तेज रफ्तार के चलते वह फरार हो गया। छात्रा ने पहले भी कई बार अपने माता-पिता को इस युवक की हरकतों के बारे में बताया था। वह कहती थी कि आरोपी उसे ब्लैकमेल करने के लिए निजी तस्वीरें या बातें इस्तेमाल करने की धमकी देता है, जिससे वह मानसिक रूप से टूट चुकी थी। रात को हुई इस घटना ने छात्रा के दिल में इतना भय पैदा कर दिया कि देर रात उसने घर के अंदर बने पानी के टांके में कूदकर आत्महत्या कर ली।

सोमवार सुबह का दर्दनाक खुलासा

सोमवार सुबह जब परिवार के सदस्य जागे, तो छात्रा अपने कमरे में नजर नहीं आई। पहले तो सबने सोचा कि शायद वह सुबह की सैर पर चली गई होगी, लेकिन घंटों की तलाश के बाद भी जब वह नहीं मिली, तो घर में हड़कंप मच गया। आखिरकार, परिजनों ने घर के अंदरूनी हिस्से की तलाश की, जहां पानी के टांके में उनका कलेजा चीर देने वाला नजारा दिखा। छात्रा का शव टांके के पानी में तैरता हुआ मिला। सदमे में आए परिवार ने तुरंत उसे बाहर निकाला और बाड़मेर के जिला अस्पताल ले गए। वहां डॉक्टरों ने छात्रा को मृत घोषित कर दिया। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में डूबने से मौत की पुष्टि हुई है, जो इस बात की गवाही देती है कि यह एक सोची-समझी आत्महत्या ही थी।परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। पिता ने बताया, "मेरी बेटी पढ़ाई में इतनी तेज थी, 12वीं के बोर्ड एग्जाम की तैयारी कर रही थी। वह डॉक्टर बनने का सपना देखती थी। लेकिन इस लम्पट युवक ने उसका पूरा भविष्य तबाह कर दिया।" भाभी ने भी पुलिस को बताया कि छात्रा अक्सर रोते हुए अपनी व्यथा सुनाती थी, लेकिन डर के मारे कभी पूरी बात शेयर नहीं कर पाई। 

पुलिस कार्रवाई: POCSO और ब्लैकमेलिंग के तहत मुकदमा दर्ज

महिला पुलिस थाने में दर्ज FIR के अनुसार, परिजनों ने आरोपी युवक के खिलाफ POCSO एक्ट (बच्चों के खिलाफ यौन अपराधों की रोकथाम अधिनियम) की विभिन्न धाराओं, आईपीसी की ब्लैकमेलिंग (धारा 384), घर में घुसपैठ (धारा 448) और आत्महत्या के लिए उकसाने (धारा 306) के तहत मामला दर्ज कराया है। एसपी बाड़मेर ने बताया कि आरोपी की तलाश में टीमें लगी हुई हैं और जल्द ही उसे गिरफ्तार कर लिया जाएगा। सीसीटीवी फुटेज और मोबाइल लोकेशन के आधार पर जांच तेज कर दी गई है। साथ ही, छात्रा के फोन और सोशल मीडिया अकाउंट्स की भी छानबीन की जा रही है, ताकि ब्लैकमेल के सबूत मिल सकें।यह घटना बाड़मेर जिले के एक छोटे से इलाके की है, जहां सामाजिक संरचना अभी भी पारंपरिक है। लेकिन आधुनिक तकनीक के दुरुपयोग ने यहां की मासूम बेटियों को निशाना बना लिया है। स्थानीय लोगों का कहना है कि ऐसी घटनाएं बढ़ रही हैं, जहां युवक सोशल मीडिया के जरिए लड़कियों को फंसाते हैं। 

समाज के लिए चेतावनी: ब्लैकमेल का जाल कैसे तोड़ें?

यह दुखद घटना न केवल एक परिवार का नुकसान है, बल्कि पूरे समाज के लिए एक आईना है। विशेषज्ञों का मानना है कि ब्लैकमेल जैसी समस्याओं से निपटने के लिए बच्चों को स्कूल स्तर पर साइबर सिक्योरिटी और सेल्फ-डिफेंस की ट्रेनिंग दी जानी चाहिए। अगर कोई बच्चा परेशान लगे, तो तुरंत काउंसलर या पुलिस से संपर्क करें। हेल्पलाइन नंबर 1098 (चाइल्डलाइन) या 181 (महिला हेल्पलाइन) पर तत्काल मदद उपलब्ध है।