शादी, हनीमून और फिर धोखा: 13 दिन बाद पत्नी ने चुनी प्रेमी की राह
बदायूं में एक नवविवाहिता ने शादी के 13 दिन बाद पति को छोड़ प्रेमी के साथ रहने का फैसला लिया। 17 मई को हुई शादी के बाद वह मायके गई और 10 जून को प्रेमी के साथ चली गई। 16 जून को कोतवाली में युवती ने पति के सामने प्रेमी को चुना, गहने लौटाए और लिखित में प्रेम संबंध की बात कबूल की। पति ने कोई कार्रवाई नहीं की और रिश्ता खत्म कर घर लौट गया। पुलिस ने दोनों पक्षों की सहमति से मामला बंद किया।

एक चौंकाने वाली घटना में, एक नवविवाहिता ने अपने पति को छोड़कर अपने प्रेमी के साथ रहने का फैसला किया। यह मामला तब सामने आया जब 16 जून को पुलिस ने नवविवाहिता को उसके प्रेमी के साथ बरामद किया और दोनों को कोतवाली लाया गया। इस दौरान दोनों परिवारों की मौजूदगी में युवती ने साफ कह दिया कि वह अपने पति के साथ नहीं रहना चाहती और अपने प्रेमी के साथ विवाह करना चाहती है।
जानकारी के अनुसार, युवक और युवती का विवाह 17 मई 2025 को हुआ था। शादी के बाद युवती केवल 13 दिन ससुराल में रही और फिर पहली विदा में अपने मायके चली गई। 10 जून को खबर आई कि वह अपने प्रेमी के साथ चली गई है। इसके बाद 11 जून को युवती के पिता ने बिसौली थाने में उसकी गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई।
पुलिस ने 16 जून को युवती को उसके प्रेमी के साथ बरामद किया। कोतवाली में दोनों पक्षों को बुलाया गया। वहां युवती ने स्पष्ट कर दिया कि वह अपने प्रेमी के साथ रहना चाहती है। उसने अपने सारे गहने उतारकर मायके और ससुराल वालों को सौंप दिए। युवती और उसके प्रेमी ने लिखित में दिया कि उनके बीच प्रेम संबंध हैं और वे साथ रहना चाहते हैं।
इस दौरान युवक की आंखों में आंसू आ गए। उसने बताया कि शादी के बाद रिश्तेदारों की आवाजाही और घर के कामों के चलते वह तुरंत हनीमून पर नहीं जा सका। उसने सोचा था कि पत्नी के मायके से लौटने के बाद वह नैनीताल हनीमून के लिए जाएंगे। लेकिन उसका यह सपना टूट गया। उसने कहा, "भगवान का शुक्र है, मैं राजा रघुवंशी बनने से बच गया। मेरे लिए यही काफी है।" इसके बाद उसने पसीना पोंछते हुए पत्नी को उसके प्रेमी के साथ कोतवाली में छोड़कर घर चला गया।
युवक ने पुलिस को लिखित में दिया कि अब उसका अपनी पत्नी से कोई रिश्ता या वास्ता नहीं है। उसने न तो कोई प्राथमिकी दर्ज कराई और न ही शादी के खर्च की मांग की। इंस्पेक्टर हरेंद्र सिंह ने बताया कि दोनों पक्षों ने किसी भी कानूनी कार्रवाई से इनकार कर दिया और कोई तहरीर नहीं दी। इसलिए दोनों को कोतवाली से जाने दिया गया। अब दोनों परिवार आगे का निर्णय लेंगे।