राजस्थान स्कूल सत्र 2025-26: 134 दिन की छुट्टियों के साथ नया शिविरा पंचांग, पढ़ाई और मस्ती का परफेक्ट बैलेंस!

राजस्थान में स्कूल सत्र 2025-26, 1 जुलाई से शुरू होगा, जिसमें 134 दिन छुट्टियां और 231 दिन पढ़ाई होगी। शिविरा पंचांग में दीपावली, सर्दी, गर्मी की छुट्टियां और स्कूल समय निर्धारित किया गया है।

Jun 30, 2025 - 16:18
राजस्थान स्कूल सत्र 2025-26: 134 दिन की छुट्टियों के साथ नया शिविरा पंचांग, पढ़ाई और मस्ती का परफेक्ट बैलेंस!

राजस्थान में सरकारी स्कूलों का नया शैक्षणिक सत्र 2025-26, 1 जुलाई (मंगलवार) से शुरू होगा। माध्यमिक शिक्षा निदेशक सीताराम जाट ने शिविरा पंचांग (शैक्षिक कैलेंडर) जारी कर दिया है, जिसमें पूरे सत्र के कार्यक्रम और छुट्टियों का विवरण दिया गया है। नए सत्र के 365 दिनों में 134 दिन स्कूलों में छुट्टियां रहेंगी, जबकि 231 दिन पढ़ाई होगी।

प्रमुख छुट्टियों का विवरण

  • दीपावली और मध्यावधि अवकाश: 16 अक्टूबर से 27 अक्टूबर 2025 तक।

  • सर्दी की छुट्टियां: 25 दिसंबर 2025 से 5 जनवरी 2026 तक।

  • गर्मी की छुट्टियां: 17 मई 2026 से 30 जून 2026 तक।

  • रविवार की छुट्टियां: 48 दिन।

  • अन्य छुट्टियां: त्योहार, जयंती और विशेष दिवसों के लिए, जिसमें कुछ छुट्टियां रविवार को पड़ने के कारण समायोजित होंगी। उदाहरण:

    • 2 अक्टूबर 2025 को दशहरा, गांधी जयंती और शास्त्री जयंती एक ही दिन होने से केवल एक दिन की छुट्टी।

    • 6 जुलाई 2025 को मुहर्रम रविवार को होने से अलग छुट्टी नहीं।

  • शैक्षिक सम्मेलन: जिला और राज्य स्तरीय शैक्षिक सम्मेलनों के लिए 4 अतिरिक्त छुट्टियां।

स्कूलों का समय

माध्यमिक शिक्षा निदेशक के अनुसार, स्कूलों का समय मौसम के अनुसार निर्धारित किया गया है:

एक पारी स्कूल

  • गर्मी (1 अप्रैल से 30 सितंबर): सुबह 7:30 बजे से दोपहर 1:00 बजे तक।

  • सर्दी (1 अक्टूबर से 31 मार्च): सुबह 10:00 बजे से शाम 4:00 बजे तक।

दो पारी स्कूल

  • गर्मी (1 अप्रैल से 30 सितंबर):

    • पहली पारी: सुबह 7:00 बजे से दोपहर 12:30 बजे तक (5.5 घंटे)।

    • दूसरी पारी: दोपहर 12:30 बजे से शाम 6:00 बजे तक (5.5 घंटे)।

  • सर्दी (1 अक्टूबर से 31 मार्च):

    • पहली पारी: सुबह 7:30 बजे से दोपहर 12:30 बजे तक (5 घंटे)।

    • दूसरी पारी: दोपहर 12:30 बजे से शाम 5:30 बजे तक (5 घंटे)।

शिविरा पंचांग में पूरे सत्र के शैक्षिक और सह-शैक्षिक गतिविधियों का विवरण शामिल है। यह कैलेंडर स्कूल प्रशासन, शिक्षकों और अभिभावकों के लिए मार्गदर्शक के रूप में काम करेगा। शिक्षा विभाग ने सभी स्कूलों को इस कैलेंडर का कड़ाई से पालन करने के निर्देश दिए हैं।

Yashaswani Journalist at The Khatak .