मिथुन मन्हास BCCI अध्यक्ष पद की रेस में सबसे आगे, 28 सितंबर को होगा ऐलान
मिथुन मन्हास BCCI अध्यक्ष बनने की दौड़ में सबसे आगे हैं, 28 सितंबर को आधिकारिक ऐलान संभावित। 157 फर्स्ट-क्लास मैच खेलने वाले मन्हास पहली बार अनकैप्ड खिलाड़ी के रूप में यह पद संभाल सकते हैं।

भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) के अगले अध्यक्ष के रूप में दिल्ली के पूर्व क्रिकेटर मिथुन मन्हास का नाम सबसे आगे चल रहा है। 45 वर्षीय मन्हास, जिन्होंने भारत के लिए एक भी अंतरराष्ट्रीय मैच नहीं खेला, लेकिन घरेलू क्रिकेट में शानदार प्रदर्शन किया, 28 सितंबर 2025 को मुंबई में होने वाली BCCI की 94वीं वार्षिक आम बैठक (AGM) में निर्विरोध अध्यक्ष चुने जाने की संभावना है। यह पहली बार होगा जब कोई अनकैप्ड खिलाड़ी BCCI का शीर्ष पद संभालेगा।
घरेलू क्रिकेट का भरोसेमंद सितारा
मिथुन मन्हास ने दिल्ली के लिए लंबे समय तक घरेलू क्रिकेट खेला और अपनी कप्तानी में 2007-08 में दिल्ली को रणजी ट्रॉफी का खिताब दिलाया। उन्होंने 157 फर्स्ट-क्लास मैचों में 9,714 रन बनाए, जिसमें 27 शतक शामिल हैं, और उनका औसत 45 से अधिक रहा। इसके अलावा, उन्होंने 130 लिस्ट-ए मैचों में 4,000 से अधिक रन बनाए और 91 टी20 मैच खेले। मन्हास ने इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) में चेन्नई सुपर किंग्स, दिल्ली डेयरडेविल्स, और पुणे वॉरियर्स के लिए भी खेला।
हालांकि मन्हास को अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में मौका नहीं मिला, लेकिन उनकी प्रशासनिक क्षमता और अनुभव ने उन्हें इस प्रतिष्ठित पद के लिए मजबूत दावेदार बनाया। वह वर्तमान में जम्मू-कश्मीर क्रिकेट एसोसिएशन (JKCA) में प्रशासक की भूमिका निभा रहे हैं और दलीप ट्रॉफी में नॉर्थ जोन के लिए कन्वेनर रह चुके हैं। इसके अलावा, वह IPL फ्रेंचाइजी गुजरात टाइटंस के सपोर्ट स्टाफ का हिस्सा भी रहे हैं।
BCCI की बैठक में बनी सहमति
20 सितंबर को नई दिल्ली में BCCI के शीर्ष अधिकारियों और वरिष्ठ प्रशासकों की एक अनौपचारिक बैठक हुई, जिसमें मन्हास के नाम पर सर्वसम्मति बनी। सूत्रों के अनुसार, जम्मू-कश्मीर क्रिकेट एसोसिएशन द्वारा नामांकित मन्हास को किसी भी तरह की चुनौती का सामना नहीं करना पड़ेगा। इस दौड़ में पूर्व भारतीय क्रिकेटर सौरव गांगुली, हरभजन सिंह, किरन मोरे, और रघुराम भट्ट जैसे बड़े नाम भी शामिल थे, लेकिन मन्हास का नाम अचानक सुर्खियों में आया।
BCCI के नियमों के अनुसार, 70 वर्ष की आयु सीमा के कारण वर्तमान अध्यक्ष रोजर बिन्नी को पद छोड़ना पड़ा। बिन्नी ने सौरव गांगुली के बाद 2022 में यह जिम्मेदारी संभाली थी। अब मन्हास के नेतृत्व में BCCI एक नए युग में प्रवेश करने को तैयार है।
अन्य पदों पर भी होगा बदलाव
28 सितंबर को होने वाली AGM में अध्यक्ष के अलावा उपाध्यक्ष, सचिव, संयुक्त सचिव, और कोषाध्यक्ष जैसे पदों के लिए भी चुनाव होंगे। सूत्रों के मुताबिक, देवजीत सैकिया सचिव के रूप में बने रहेंगे, जबकि राजीव शुक्ला को उपाध्यक्ष के रूप में फिर से चुना जा सकता है। कर्नाटक के पूर्व स्पिनर रघुराम भट्ट को कोषाध्यक्ष की जिम्मेदारी मिलने की संभावना है। इसके अलावा, हरभजन सिंह और जयदेव शाह जैसे पूर्व खिलाड़ी भी AGM में हिस्सा लेंगे, और उन्हें अन्य महत्वपूर्ण भूमिकाएँ दी जा सकती हैं।
क्षेत्रीय संतुलन और खिलाड़ी नेतृत्व पर जोर
BCCI के कामकाज में क्षेत्रीय संतुलन हमेशा से महत्वपूर्ण रहा है। मन्हास का चयन इस बात को दर्शाता है कि बोर्ड एक ही क्षेत्र या एसोसिएशन से लगातार दो अध्यक्ष नहीं चाहता। इसके अलावा, यह भी माना जा रहा है कि BCCI खिलाड़ियों को नेतृत्व की भूमिका देने पर जोर दे रहा है, क्योंकि विश्व स्तर पर कई खेल संगठनों में पूर्व खिलाड़ी शीर्ष पदों पर हैं। मन्हास का चयन इस दिशा में एक कदम माना जा रहा है।
मन्हास के सामने होंगी ये चुनौतियाँ
BCCI अध्यक्ष के रूप में मन्हास के सामने कई चुनौतियाँ होंगी। भारतीय क्रिकेट को वैश्विक मंच पर और मजबूत करना, IPL का विस्तार, घरेलू क्रिकेट की गुणवत्ता बढ़ाना, और प्रशासनिक पारदर्शिता जैसे मुद्दे उनके कार्यकाल में महत्वपूर्ण होंगे। इसके अलावा, BCCI के वित्तीय प्रबंधन और अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (ICC) के साथ समन्वय भी उनकी प्राथमिकताओं में शामिल होगा।