मुर्शिदाबाद में BSF जवान की हत्या: सहकर्मी ने चलाईं 13 गोलियां

14 जून 2025 की रात समशेरगंज में BSF के जवान एस.के. मिश्रा ने सहकर्मी रतन लाल सिंह को राइफल से 13 गोलियां मारकर हत्या कर दी। निजी विवाद के चलते हुई घटना से इलाके में दहशत। आरोपी गिरफ्तार, पुलिस और BSF की जांच शुरू।

Jun 15, 2025 - 19:20
मुर्शिदाबाद में BSF जवान की हत्या: सहकर्मी ने चलाईं 13 गोलियां

पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद जिले के समशेरगंज इलाके में शनिवार (14 जून, 2025) देर रात एक चौंकाने वाली घटना सामने आई, जहां सीमा सुरक्षा बल (BSF) के एक जवान ने अपने ही सहकर्मी की राइफल से गोली मारकर हत्या कर दी। इस घटना ने पूरे इलाके में सनसनी फैला दी। मृतक जवान की पहचान रतन लाल सिंह (38 वर्ष) के रूप में हुई, जबकि आरोपी जवान एस.के. मिश्रा को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। दोनों BSF की 119 बटालियन में तैनात थे।

पुलिस और BSF सूत्रों के अनुसार, समशेरगंज में ड्यूटी के दौरान दोनों जवानों के बीच किसी बात को लेकर विवाद हो गया। यह विवाद इतना बढ़ गया कि एस.के. मिश्रा ने अपनी सर्विस राइफल से रतन लाल सिंह पर 13 राउंड गोलियां चला दीं। इनमें से पांच गोलियां रतन लाल के सीने में लगीं, जिससे उनकी मौके पर ही मौत हो गई। इस हमले की क्रूरता ने सभी को स्तब्ध कर दिया।

तत्काल कार्रवाई और जांच शुरू

घटना की सूचना मिलते ही BSF और स्थानीय पुलिस तुरंत मौके पर पहुंची। आरोपी जवान एस.के. मिश्रा को हिरासत में ले लिया गया और उसकी राइफल जब्त कर ली गई। प्रारंभिक जांच में पता चला कि दोनों जवानों के बीच निजी विवाद था, जिसने इस दुखद घटना को जन्म दिया। पुलिस ने हत्या का मामला दर्ज कर लिया है, जबकि BSF ने भी आंतरिक जांच शुरू कर दी है ताकि घटना के सटीक कारणों का पता लगाया जा सके।

स्थानीय लोगों में दहशत का माहौल

इस घटना के बाद समशेरगंज और आसपास के इलाकों में तनाव और डर का माहौल है। स्थानीय लोगों ने बताया कि देर रात इतनी बड़ी संख्या में गोलियां चलने से पूरे क्षेत्र में दहशत फैल गई। BSF के एक वरिष्ठ अधिकारी ने इस घटना को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए कहा कि मामले की गहन जांच की जा रही है और दोषी को बख्शा नहीं जाएगा।

सख्त कार्रवाई की मांग

रतन लाल सिंह के परिजनों और सहकर्मियों ने आरोपी जवान के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की मांग की है। रतन लाल के परिवार को इस दुखद घटना की सूचना दे दी गई है और उनका शव पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा गया है। इस घटना ने BSF के जवानों के बीच अनुशासन और आपसी संबंधों पर भी सवाल खड़े कर दिए हैं।

Yashaswani Journalist at The Khatak .