12वीं की छात्रा का शव कोटा के होटल में, आत्महत्या या साजिश?

कोटा, 12 अक्टूबर 2025: बारां की 12वीं कक्षा की छात्रा प्रीति का शव कोटा के नयापुरा क्षेत्र के एक होटल में पंखे से लटकता मिला। शनिवार को स्कूल जाने निकली प्रीति के परिजनों ने हत्या का शक जताया, क्योंकि वह अकेले कोटा कैसे पहुंची और होटल का किराया 400 रुपये किसने जमा किया, यह रहस्य है। पुलिस ने आत्महत्या और हत्या दोनों दृष्टिकोण से जांच शुरू की। होटल के सीसीटीवी बंद होने से मामला और संदिग्ध। प्रीति के पिता की 8 महीने पहले हादसे में मौत हुई थी। पोस्टमार्टम और फॉरेंसिक जांच से सच्चाई उजागर होने की उम्मीद।

Oct 12, 2025 - 13:55
12वीं की छात्रा का शव कोटा के होटल में, आत्महत्या या साजिश?

कोटा, 12 अक्टूबर 2025: राजस्थान के कोटा शहर में एक बार फिर छात्रा की संदिग्ध मौत ने सनसनी मचा दी है। नयापुरा थाना क्षेत्र के एक सस्ते होटल के कमरे में 12वीं कक्षा की छात्रा प्रीति का शव पंखे के फंदे से लटकता हुआ बरामद हुआ। बारां जिले के केलवाड़ा कस्बे की रहने वाली 17-18 वर्षीय प्रीति के परिजनों ने इसे आत्महत्या बताने से साफ इनकार कर दिया है। उनका दावा है कि यह सुनियोजित हत्या का मामला है, क्योंकि प्रीति शनिवार सुबह घर से सिर्फ स्कूल जाने के लिए निकली थी, न कि कोटा घूमने। पुलिस ने शव को एमबीएस अस्पताल की मोर्चरी में रखवा दिया है, लेकिन फिलहाल कोई सुसाइड नोट या स्पष्ट कारण सामने नहीं आया है। परिजनों की मांग पर निष्पक्ष जांच के आदेश दिए गए हैं, जो इस मामले को और गहरा मोड़ दे सकती है।

घटना का पूरा ब्यौरा

घटना नयापुरा क्षेत्र के एक छोटे से होटल से जुड़ी है, जहां प्रीति अकेले ठहरी हुई थी। होटल संचालक के मुताबिक, युवती ने आधार कार्ड दिखाकर रूम नंबर 112 बुक किया था। रविवार सुबह चेकआउट का समय होने पर स्टाफ ने दरवाजा खटखटाया, लेकिन कोई जवाब नहीं आया। संदेह होने पर रोशनदान से झांकने पर भयावह दृश्य दिखा- प्रीति का शव छत के पंखे से लटका हुआ था। फौरन नयापुरा थाना पुलिस को सूचना दी गई।पुलिस टीम ने मौके पर पहुंचकर दरवाजा तोड़कर अंदर प्रवेश किया। शव को फंदे से उतारकर एमबीएस अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। प्रारंभिक जांच में कमरे से प्रीति का आईकार्ड बरामद हुआ, जो महात्मा गांधी इंग्लिश मीडियम स्कूल से जुड़ा था। आधार कार्ड के अलावा कोई अन्य दस्तावेज या संदिग्ध वस्तु नहीं मिली। होटल में प्रीति अकेले ही रुकी थी, और स्टाफ का कहना है कि वह शनिवार दोपहर पहुंची थी। लेकिन आत्महत्या का कोई स्पष्ट कारण अब तक पुलिस के हाथ नहीं लगा है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार है, जो फंदे के निशान और अन्य चोटों पर रोशनी डाल सकती है।

परिजनों के सवाल: 'स्कूल से कोटा कैसे? 400 रुपये किसने जमा किए?'

मामले में सबसे बड़ा सवाल उठा रहे हैं प्रीति के चाचा रामराज उर्फ रवि। उन्होंने बताया कि शनिवार सुबह करीब 8 बजे प्रीति घर से निकली थी, सिर्फ स्कूल जाने के लिए। उसके पास बस का किराया भी नहीं था, फिर कोटा कैसे पहुंच गई? उसके जेब में मिले पैसे तो घर के ही थे, लेकिन होटल में रूम बुकिंग के लिए जमा किए गए 400 रुपये आखिर किसने करवाए? चाचा ने कहा, "हमारी भतीजी पढ़ाई में तेज थी, कोई परेशानी नहीं थी। यह हत्या ही लगती है। होटल के सीसीटीवी कैमरे भी बंद पड़े हैं, जो संदेह को और गहरा करता है।"परिजनों का आरोप है कि प्रीति को किसी ने बहला-फुसलाकर या जबरदस्ती कोटा बुलाया होगा। चाचा ने प्रशासन से अपील की है कि सीसीटीवी फुटेज की जांच हो, बस यात्रियों के बयान लिए जाएं और होटल स्टाफ से सख्ती से पूछताछ की जाए। उन्होंने कहा, "प्रीति निर्दोष थी, दोषियों को सजा दिलानी है।" परिवार ने शव का पोस्टमार्टम कराने से पहले पूरी जांच की मांग की है।

पारिवारिक पृष्ठभूमि: पिता की मौत ने तोड़ा था सहारा

प्रीति का परिवार केलवाड़ा कस्बे में साधारण जीवन जीता है। वह महात्मा गांधी इंग्लिश मीडियम स्कूल में 12वीं कक्षा की छात्रा थी और पढ़ाई में अव्वल नंबरों पर रहती थी। चाचा के अनुसार, प्रीति के पिता की आठ महीने पहले एक सड़क हादसे में दर्दनाक मौत हो गई थी। तब से परिवार आर्थिक और भावनात्मक रूप से टूट चुका था। मां और छोटे भाई-बहनों के साथ रहने वाली प्रीति घर का सहारा बनी हुई थी। चाचा ने बताया, "पिता की मौत के बाद वह और मजबूत हो गई थी। कभी उदास नहीं दिखी। ऐसे में आत्महत्या का सवाल ही नहीं उठता।"परिजन रविवार दोपहर कोटा पहुंचे और अस्पताल में शव के पास रोते-बिलखते नजर आए। उन्होंने स्थानीय प्रशासन से तत्काल एफआईआर दर्ज करने और विशेष जांच टीम गठित करने की मांग की है।

पुलिस की कार्रवाई: जांच के दायरे में होटल और आसपास के लोग

नयापुरा थाना प्रभारी ने बताया कि मामला संदिग्ध लग रहा है, इसलिए हत्या और आत्महत्या दोनों एंगल से जांच चल रही है। होटल संचालक और स्टाफ के बयान दर्ज किए जा चुके हैं। कमरे की फॉरेंसिक जांच के लिए टीम बुलाई गई है। प्रीति के मोबाइल फोन की कॉल डिटेल्स और लोकेशन ट्रेस की जा रही हैं। बस स्टैंड के सीसीटीवी और आसपास के लोगों से पूछताछ का सिलसिला शुरू हो गया है। एसपी ने कहा, "परिजनों के आरोप गंभीर हैं। अगर हत्या साबित हुई तो दोषियों को कड़ी सजा दी जाएगी।"कोटा में छात्राओं की संदिग्ध मौतों का यह मामला शहर की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े कर रहा है। नयापुरा जैसे इलाकों में सस्ते होटलों की संख्या बढ़ रही है, जहां बिना सत्यापन के रूम बुक हो जाते हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि ऐसे मामलों में तत्काल साइबर फॉरेंसिक और मनोवैज्ञानिक जांच जरूरी है। फिलहाल, प्रीति के परिवार को प्रशासन ने सहायता का भरोसा दिया है।