झुंझुनूं में प्रकृति का प्रकोप: अवैध खनन से ताश के पत्तों सा ढह गया पहाड़, वायरल वीडियो ने मचाई सनसनी

झुंझुनूं के चिड़ावा तहसील के नारी गांव में भारी बारिश और 12 साल से चल रहे अवैध खनन के कारण एक पहाड़ी का बड़ा हिस्सा ताश के पत्तों की तरह ढह गया। 28 सेकंड में हुए इस हादसे में तेज धमाका और धूल का गुबार उठा, जिसका वीडियो वायरल हो गया। ग्रामीणों ने खनन माफिया पर आरोप लगाया और प्रशासन से कार्रवाई की मांग की। पास के स्कूल में दरारें आईं, लेकिन कोई जनहानि नहीं हुई।

Jul 23, 2025 - 23:54
Jul 24, 2025 - 07:08
झुंझुनूं में प्रकृति का प्रकोप: अवैध खनन से ताश के पत्तों सा ढह गया पहाड़, वायरल वीडियो ने मचाई सनसनी

राजस्थान के झुंझुनूं जिले के चिड़ावा तहसील के नारी गांव में 23 जुलाई 2025 की सुबह एक दिल दहला देने वाली घटना घटी, जब भारी बारिश और अवैध खनन के कारण एक पहाड़ी का बड़ा हिस्सा अचानक भरभराकर ढह गया। यह घटना इतनी भयावह थी कि महज 28 सेकंड में पूरा पहाड़ी हिस्सा ताश के पत्तों की तरह बिखर गया, जिससे तेज धमाका हुआ और आसमान में धूल का गुबार छा गया। इस घटना का वीडियो स्थानीय लोगों ने कैमरे में कैद कर लिया, जो अब सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है, और ग्रामीणों में दहशत का माहौल पैदा कर रहा है।

घटना का विवरण:

घटना सुबह करीब 5 बजे के बाद हुई, जब भारी बारिश के बीच नारी गांव की पहाड़ी में अचानक हलचल शुरू हुई। ग्रामीणों ने पहले ही पहाड़ी में मूवमेंट देखकर सतर्कता बरत ली और दूर इकट्ठा हो गए। तभी पहाड़ी का एक हिस्सा अचानक ढह गया, जिससे तेज आवाज के साथ धूल का गुबार उठा। गनीमत रही कि इस हादसे में कोई जनहानि नहीं हुई, लेकिन पास ही स्थित एक सरकारी स्कूल में दरारें देखी गई हैं, जिससे ग्रामीणों में और अधिक भय व्याप्त है। 

अवैध खनन का आरोप:

ग्रामीणों ने इस घटना के लिए अवैध खनन को जिम्मेदार ठहराया है। उनका कहना है कि पिछले 12 सालों से नारी गांव में रात के समय चोरी-छिपे अवैध खनन हो रहा है, जिसके कारण पहाड़ी में दरारें पड़ गई हैं। खनन माफिया रात में भारी ब्लास्टिंग करते हैं, जिससे तेज आवाजें आती हैं और लोग ठीक से सो भी नहीं पाते। ग्रामीणों ने बताया कि खनन विभाग ने इस पहाड़ी को लीज पर दे रखा है, लेकिन अवैध खनन पर कोई रोक नहीं लगाई गई। कई बार शिकायत करने के बावजूद प्रशासन ने कोई ठोस कार्रवाई नहीं की, जिससे ग्रामीणों में आक्रोश है।

प्रशासन का रुख:

घटना की सूचना मिलते ही चिड़ावा तहसीलदार कमलदीप पूनिया, पटवारी तमन्ना, जिला परिषद सदस्य नरेंद्र, और सरपंच प्रतिनिधि आशीष सहित अन्य अधिकारी मौके पर पहुंचे और स्थिति का जायजा लिया। ग्रामीणों ने प्रशासन से अवैध खनन पर तत्काल रोक लगाने और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है। ग्रामीणों ने चेतावनी दी है कि यदि अवैध खनन को रोका नहीं गया, तो वे आंदोलन करने को मजबूर होंगे। 

पर्यावरण और सुरक्षा पर खतरा:

यह घटना अवैध खनन के खतरनाक परिणामों को उजागर करती है। पहाड़ी के खोखले होने से न केवल पर्यावरण को नुकसान पहुंच रहा है, बल्कि आसपास के गांवों और स्कूलों की सुरक्षा भी खतरे में है। भारी बारिश ने इस समस्या को और गंभीर कर दिया, क्योंकि पानी ने पहले से कमजोर पहाड़ी को और अस्थिर कर दिया।

सोशल मीडिया पर प्रतिक्रियाएं:

सोशल मीडिया पर वायरल इस वीडियो ने लोगों का ध्यान खींचा है। कई यूजर्स ने इसे अवैध खनन और प्रशासन की लापरवाही का परिणाम बताया है। एक यूजर ने लिखा, "आम आदमी का लालच और प्रशासन की चुप्पी ने इस खूबसूरत पहाड़ी को तबाह कर दिया।

नारी गांव की यह घटना एक चेतावनी है कि अवैध खनन और पर्यावरण के साथ खिलवाड़ के गंभीर परिणाम हो सकते हैं। प्रशासन को तत्काल इस मामले में हस्तक्षेप कर अवैध खनन पर रोक लगानी होगी, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोका जा सके। ग्रामीणों की मांग है कि दोषियों पर सख्त कार्रवाई हो और पहाड़ी की सुरक्षा के लिए ठोस कदम उठाए जाएं।