हनी ट्रैप की बढ़ती वारदातें, 73 वर्षीय रिटायर्ड सचिव को महिला ने फ्लैट पर बुलाकर फ़साया.
मुरादाबाद में 73 वर्षीय रिटायर्ड सहकारिता सचिव रूप किशोर शर्मा को एक महिला ने व्हाट्सएप पर दोस्ती का झांसा देकर हनी ट्रैप में फंसाया। सिविल लाइंस के एक फ्लैट में बुलाकर उनके वीडियो बनाए गए और 10 लाख रुपये की रंगदारी मांगी गई। 50 हजार रुपये लेने के बाद आरोपियों ने उन्हें उनकी कार में बंधक बनाकर ठाकुरद्वारा ले जाने की कोशिश की। पुलिस ने घेराबंदी कर दो महिलाओं, महक उर्फ फरीदा (38), रानी (28), और उनके साथियों राहुल शर्मा (30) व राधेश्याम (30) को गिरफ्तार किया। 40 हजार रुपये और चार मोबाइल बरामद हुए। दो अन्य आरोपी, अमन और सोनू शर्मा, फरार हैं। यह घटना देश में बढ़ते हनी ट्रैप मामलों को दर्शाती है।

मुरादाबाद के सिविल लाइंस क्षेत्र में एक सनसनीखेज हनी ट्रैप मामले का पर्दाफाश हुआ है, जिसमें एक 72 वर्षीय रिटायर्ड सहकारिता सचिव को जाल में फंसाकर 10 लाख रुपये की रंगदारी मांगी गई। इस मामले में पुलिस ने दो महिलाओं सहित चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है, जबकि दो अन्य आरोपी फरार हैं। इस घटना ने शहर में हड़कंप मचा दिया है।
क्या है पूरा मामला?
ठाकुरद्वारा निवासी 72 वर्षीय रूप किशोर शर्मा, जो सहकारिता विभाग से सचिव पद से रिटायर्ड हैं और वर्तमान में ट्रांसपोर्ट का व्यवसाय करते हैं, को एक हनी ट्रैप गैंग ने अपना निशाना बनाया। पांच दिन पहले एक महिला ने व्हाट्सएप के जरिए उनसे संपर्क किया और दोस्ती का झांसा देकर बातचीत शुरू की। धीरे-धीरे बातचीत वीडियो कॉल तक पहुंची। मंगलवार की शाम इस महिला ने रूप किशोर को मुरादाबाद के सिविल लाइंस क्षेत्र में दीन दयाल नगर कॉलोनी के एक फ्लैट में मिलने के लिए बुलाया।
फ्लैट में हुआ हनी ट्रैप
रूप किशोर जब फ्लैट पर पहुंचे, तो वहां पहले से मौजूद महिला ने उन्हें एक कमरे में ले गई। तभी दूसरी महिला और चार पुरुष, जो पहले से कमरे में छिपे थे, बाहर आए। जैसे ही रूप किशोर कमरे से बाहर निकले, आरोपियों ने उनका वीडियो बना लिया। इसके बाद गैंग ने उन्हें धमकाया कि अगर 10 लाख रुपये नहीं दिए, तो यह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया जाएगा और उन्हें जेल भेज दिया जाएगा। डर के मारे रूप किशोर ने मौके पर ही 50 हजार रुपये दे दिए, लेकिन बाकी रकम के लिए उन्हें और समय चाहिए था।
अपहरण और रंगदारी की धमकी
आरोपियों को रूप किशोर पर भरोसा नहीं हुआ। उन्होंने पीड़ित को उनकी ही कार में बंधक बना लिया और बाकी रकम वसूलने के लिए उन्हें ठाकुरद्वारा ले जाने लगे। इस दौरान रास्ते में सिविल लाइंस के चक्का पुल पर कांवड़ यात्रा के लिए तैनात पुलिसकर्मियों को देखकर रूप किशोर ने शोर मचाया। उनकी आवाज सुनकर पुलिस ने तुरंत कार्रवाई की और घेराबंदी कर कार को रोक लिया।
पुलिस ने चार आरोपियों को दबोचा
पुलिस ने कार से चार आरोपियों को गिरफ्तार किया, जिनकी पहचान नागफनी के दीवान का बाजार निवासी महक उर्फ फरीदा (38), गुलाब का बाग निवासी रानी (28), मझोला के एकता कॉलोनी निवासी राहुल शर्मा (30), और मूंढापांडे के चंदनपुर इशापुर निवासी राधेश्याम (30) के रूप में हुई। इनके पास से पुलिस ने 40 हजार रुपये नकद और चार मोबाइल फोन बरामद किए। पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि उनके दो अन्य साथी, अमन और सोनू शर्मा, दूसरी कार में सवार थे और मौके से फरार हो गए।
आरोपियों का आपराधिक इतिहास
पुलिस जांच में सामने आया कि गिरफ्तार महिला महक उर्फ फरीदा का आपराधिक इतिहास रहा है। वह पहले अपने प्रेमी के साथ मिलकर अपने पिता की हत्या के मामले में जेल जा चुकी है। वहीं, राहुल शर्मा पर गैंगस्टर और आर्म्स एक्ट सहित आठ गंभीर मामले दर्ज हैं, और राधेश्याम पर भी सात आपराधिक मुकदमे दर्ज हैं।
पुलिस की कार्रवाई
एसपी सिटी कुमार रण विजय सिंह ने बताया कि यह गैंग सोशल मीडिया के जरिए लोगों को अपने जाल में फंसाता था और फिर ब्लैकमेल कर मोटी रकम वसूलता था। गिरफ्तार चारों आरोपियों को बुधवार शाम को कोर्ट में पेश किया गया, जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया। फरार आरोपियों अमन और सोनू शर्मा की तलाश के लिए पुलिस छापेमारी कर रही है।
लोगों के लिए सलाह
पुलिस ने लोगों से अपील की है कि वे सोशल मीडिया पर अनजान लोगों से दोस्ती करने और उनकी बातों में आने से बचें। इस तरह के हनी ट्रैप गैंग अक्सर भोले-भाले लोगों को निशाना बनाते हैं और उन्हें ब्लैकमेल कर मोटी रकम वसूलते हैं।