"हर घर जल, हर गांव जल: सीकर में जल जीवन मिशन और अमृत-2 योजना की प्रगति पर कड़ा रुख
जयपुर, 23 मई 2025: सीकर में जनस्वास्थ्य अभियांत्रिकी एवं भूजल विभाग मंत्री श्री कन्हैयालाल ने जल जीवन मिशन और अमृत-2 योजना की समीक्षा की। उन्होंने हर घर तक स्वच्छ पेयजल पहुंचाने, प्रभावी मॉनिटरिंग, और जल की कमी वाले क्षेत्रों (दांतारामगढ़, फतेहपुर, धोद, खंडेला) में त्वरित कार्रवाई के निर्देश दिए। ठेकेदारों की लापरवाही पर ब्लैक लिस्ट करने, विधानसभावार गांवों की सूची तैयार करने, और आपणी योजना की प्रगति रिपोर्ट 15 दिनों में प्रस्तुत करने का आदेश दिया। ग्रीष्मकालीन आकस्मिक योजना के लिए पर्याप्त धनराशि आवंटित की गई। जिला कलेक्टर को सख्त मॉनिटरिंग और जनप्रतिनिधियों के साथ समन्वय के लिए समीक्षा बैठक आयोजित करने को कहा गया।

जयपुर, 23 मई 2025: सीकर कलेक्ट्रेट सभागार में शुक्रवार को जनस्वास्थ्य अभियांत्रिकी एवं भूजल मंत्री श्री कन्हैयालाल ने जल जीवन मिशन और अमृत-2 योजना की प्रगति की गहन समीक्षा की। इस मौके पर उन्होंने अधिकारियों को हर घर तक स्वच्छ पेयजल पहुंचाने के लिए कड़े कदम उठाने और प्रभावी निगरानी सुनिश्चित करने का निर्देश दिया। बैठक में जिले के जनप्रतिनिधियों ने जल आपूर्ति की समस्याओं को उठाया, जिसके त्वरित समाधान के लिए ठोस रणनीति बनाई गई।
मंत्री ने अधीक्षण अभियंता, सीकर को निर्देश दिया कि वे विधानसभावार उन गांवों की सूची तैयार करें, जहां अभी तक जल आपूर्ति शुरू नहीं हुई है। इस सूची को उपखंड मजिस्ट्रेट और जनप्रतिनिधियों के साथ साझा कर समन्वय से समस्याओं का जल्द समाधान करने को कहा गया। खासतौर पर दांतारामगढ़, फतेहपुर, धोद और खंडेला जैसे जल संकटग्रस्त क्षेत्रों में त्वरित कार्रवाई और कड़ी मॉनिटरिंग पर जोर दिया गया। जिला कलेक्टर श्री मुकुल शर्मा को जल जीवन मिशन के कार्यों की सख्त निगरानी और लापरवाही पर कठोर कार्रवाई करने का निर्देश मिला।
श्री कन्हैयालाल ने जल जीवन मिशन को यशस्वी प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी की दूरदर्शी योजना बताया, जिसका लक्ष्य अगले 30 वर्षों तक हर घर में नल से स्वच्छ जल उपलब्ध कराना है। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री श्री भजनलाल शर्मा के मार्गदर्शन में ग्रीष्मकालीन आकस्मिक योजनाओं के लिए पर्याप्त धनराशि आवंटित की गई है। लापरवाही बरतने वाले ठेकेदारों के खिलाफ सख्त रुख अपनाते हुए उन्हें ब्लैक लिस्ट करने की चेतावनी दी गई। साथ ही, लक्ष्मणगढ़ और फतेहपुर में आपणी योजना के तहत जल आपूर्ति की प्रगति रिपोर्ट 15 दिनों में प्रस्तुत करने, उच्च गुणवत्ता की पाइप का उपयोग करने, पाइपलाइन बिछाने के बाद सीसी कार्य पूरा करने और ट्यूबवेल की गहराई बढ़ाने के लिए अतिरिक्त पाइप के प्रस्ताव तैयार करने के निर्देश दिए गए।
अमृत-2 योजना की प्रगति की समीक्षा के साथ-साथ राज्य सरकार की बजट घोषणाओं पर भी चर्चा हुई। जनप्रतिनिधियों की मौजूदगी में उठाई गई समस्याओं के समाधान के लिए जिला कलेक्टर ने मुख्य अभियंता को अगले सप्ताह एक और समीक्षा बैठक आयोजित करने का निर्देश दिया, जिसमें जल जीवन मिशन और अमृत-2 से जुड़ी समस्याओं का निपटारा किया जाएगा।
यह बैठक सीकर में जल आपूर्ति को मजबूत करने और हर घर तक स्वच्छ जल पहुंचाने के संकल्प को दर्शाती है। मंत्री के कड़े निर्देश और सरकार की प्रतिबद्धता से स्पष्ट है कि जल जीवन मिशन के लक्ष्यों को समयबद्ध तरीके से हासिल करने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ी जाएगी।