10 हजार के इनामी ड्रग तस्कर सफी खान जेल से प्रोडक्शन वारंट पर गिरफ्तार
बाड़मेर ग्रामीण थाना पुलिस ने एनडीपीएस एक्ट के तहत 18 महीने से फरार 10 हजार के इनामी बदमाश सफी खान को बालोतरा जेल से प्रोडक्शन वारंट पर गिरफ्तार किया। वह जिला पुलिस की टॉप-10 बदमाशों की सूची में शामिल था और मादक पदार्थ तस्करी में लिप्त था।

बाड़मेर जिले की ग्रामीण थाना पुलिस ने एक बड़ी कार्रवाई को अंजाम देते हुए मादक पदार्थ तस्करी के मामले में फरार चल रहे 10 हजार रुपये के इनामी बदमाश सफी खान को गिरफ्तार किया है। यह कार्रवाई प्रोडक्शन वारंट के तहत बालोतरा जेल से की गई, जहां आरोपी पहले से बंद था। 18 महीने से फरारी काट रहे इस कुख्यात तस्कर के खिलाफ एनडीपीएस एक्ट के तहत तीन मामले दर्ज हैं, और वह जिला पुलिस की टॉप-10 बदमाशों की सूची में शामिल था। इस गिरफ्तारी से पुलिस को मादक पदार्थों की अवैध खरीद-फरोख्त के नेटवर्क को तोड़ने में महत्वपूर्ण सुराग मिलने की उम्मीद है।
लंबे समय से पुलिस की रडार पर था सफी खान
जिला पुलिस अधीक्षक (एसपी) नरेंद्र सिंह मीना ने बताया कि सफी खान पुत्र रहमान खान, निवासी सिधियो की ढाणी, पचपदरा, बालोतरा, लंबे समय से पुलिस की नजरों में था। उसकी गिरफ्तारी के लिए 10 हजार रुपये का इनाम घोषित किया गया था। एसपी मीना के अनुसार, "आरोपी के खिलाफ बाड़मेर ग्रामीण थाने में एक, पचपदरा थाने में एक और कल्याणपुर थाने में एक मामला एनडीपीएस एक्ट के तहत दर्ज है। वह जिला स्तर पर टॉप-10 बदमाशों की सूची में शामिल था, और उसकी गिरफ्तारी पुलिस के लिए बड़ी उपलब्धि है।"
पुलिस ने साल 2024 में अवैध मादक पदार्थों के खिलाफ अभियान चलाते हुए बड़ी मात्रा में डोडा-पोस्त जब्त किया था। इस कार्रवाई के दौरान सफी खान का नाम सामने आया था, लेकिन वह तब से फरार था। हाल ही में बालोतरा पुलिस ने उसे एक अन्य मामले में गिरफ्तार कर जेल भेजा था, जिसके बाद ग्रामीण थाना पुलिस ने प्रोडक्शन वारंट के जरिए उसे हिरासत में लिया।
मादक पदार्थों का नेटवर्क तोड़ने की कोशिश
पुलिस अब सफी खान से पूछताछ कर रही है ताकि मादक पदार्थों की खरीद-फरोख्त के नेटवर्क का खुलासा हो सके। पुलिस को शक है कि सफी खान बाड़मेर और आसपास के इलाकों में ड्रग सप्लाई का बड़ा सरगना हो सकता है। पूछताछ में पुलिस यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि वह मादक पदार्थ कहां से लाता था और उसका नेटवर्क कितना बड़ा है। इस गिरफ्तारी से नशे के अवैध कारोबार पर लगाम लगाने में मदद मिलने की उम्मीद है।