बाड़मेर में बेटियों की सुरक्षा के लिए सर्व समाज की हुंकार: एकजुटता से उठी न्याय की मांग

बाड़मेर में बेटियों के खिलाफ बढ़ते अपराधों के विरोध में सर्व समाज ने प्रदर्शन कर ज्ञापन सौंपा, पुलिस से निष्पक्ष कार्रवाई और मुलजिमों की गिरफ्तारी की मांग की। सामाजिक सौहार्द को खतरा बताते हुए धरने की चेतावनी दी गई।

Aug 6, 2025 - 18:40
बाड़मेर में बेटियों की सुरक्षा के लिए सर्व समाज की हुंकार: एकजुटता से उठी न्याय की मांग

राजस्थान के बाड़मेर जिले में नाबालिग बालिकाओं के अपहरण और शोषण की बढ़ती घटनाओं के खिलाफ सर्व समाज एकजुट होकर सड़कों पर उतर आया। बुधवार को सैकड़ों लोग जिला कलेक्ट्रेट पहुंचे और शांतिपूर्ण प्रदर्शन के साथ जिला प्रशासन व पुलिस अधीक्षक को ज्ञापन सौंपकर अपराधियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की मांग की। इस प्रदर्शन से पहले राय कॉलोनी स्थित जांगिड़ पंचायत भवन में अखिल जांगिड़ ब्राह्मण जिला सभा के नेतृत्व में एक महत्वपूर्ण बैठक हुई, जिसमें जिले भर से विभिन्न समुदायों के प्रतिनिधि और गणमान्य नागरिक शामिल हुए।

निंदनीय घटनाओं पर भारी आक्रोश

बैठक में हाल ही में जिले के गोलिया (जेतमाल) और धनाऊ क्षेत्रों में सुथार समाज के परिवारों के साथ हुई निंदनीय और पीड़ादायक घटनाओं की कड़े शब्दों में निंदा की गई। जांगिड़ ब्राह्मण जिला सभा के जिलाध्यक्ष निंबाराम जांगिड़ भियाड़ ने कहा, "ये घटनाएं न केवल पीड़ित परिवारों के लिए, बल्कि पूरे समाज के लिए दुखद और शर्मनाक हैं। ऐसी घटनाएं सामाजिक सौहार्द और भाईचारे को नुकसान पहुंचाती हैं, जो किसी भी सभ्य समाज के लिए स्वीकार्य नहीं है।" उन्होंने समाज के सभी वर्गों से एकजुट होकर ऐसी घटनाओं के खिलाफ आवाज उठाने की अपील की।

नाबालिग बालिकाओं को निशाना बनाने वाली गैंग

बैठक में बताया गया कि जिले में कुछ असामाजिक तत्व संगठित गिरोह बनाकर नाबालिग बालिकाओं को निशाना बना रहे हैं। ये तत्व सुनियोजित तरीके से बालिकाओं को बहलाते-फुसलाते हैं, उन्हें ब्लैकमेल करते हैं और उनका शारीरिक व मानसिक शोषण करते हैं। कई मामलों में ये गैंग नाबालिग लड़कियों को शादी का दबाव बनाकर या अपहरण करके उनके साथ जबरदस्ती आर्य समाज के नाम पर कागजात तैयार कर लेते हैं। इसके बाद परिजनों से भारी राशि की उगाही की कोशिश की जाती है, और विरोध करने पर जान-माल की धमकियां दी जाती हैं।

जांगिड़ पंचायत के अध्यक्ष प्रभुदयाल धीर ने कहा, "यह हम सबकी जिम्मेदारी है कि हम अपने परिवारों को इन असामाजिक तत्वों से बचाएं और ऐसी घटनाओं की तुरंत जानकारी पुलिस को दें। पुलिस प्रशासन को इन मामलों में गंभीरता से कार्रवाई करनी चाहिए, ताकि समाज में भय का माहौल खत्म हो।"

ज्ञापन सौंपकर दी धरने की चेतावनी

बैठक के बाद सर्व समाज के सैकड़ों लोग जिला कलेक्ट्रेट पहुंचे और शांतिपूर्ण प्रदर्शन किया। उन्होंने मुख्यमंत्री के नाम एक ज्ञापन जिला प्रशासन और पुलिस अधीक्षक को सौंपा। ज्ञापन में गुड़ामालानी और धनाऊ पुलिस थानों में दर्ज गुमशुदगी की रिपोर्टों पर निष्पक्ष और त्वरित कार्रवाई की मांग की गई। साथ ही, इस अवैध गैंग के खिलाफ सख्त कार्रवाई और मुलजिमों की गिरफ्तारी की मांग उठाई गई।

ज्ञापन में यह भी उल्लेख किया गया कि पुलिस द्वारा अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई है, जिससे समाज में रोष बढ़ रहा है। सर्व समाज ने चेतावनी दी कि यदि पीड़ित परिवारों को जल्द न्याय नहीं मिला और मुलजिमों को गिरफ्तार नहीं किया गया, तो जिला मुख्यालय पर धरना दिया जाएगा, जिसकी पूरी जिम्मेदारी प्रशासन की होगी।

सामाजिक सौहार्द के लिए खतरा

बैठक में उपस्थित प्रतिनिधियों ने एक स्वर में कहा कि ऐसी घटनाएं सामाजिक सौहार्द और आपसी भाईचारे के लिए गंभीर खतरा हैं। इन असामाजिक तत्वों के खिलाफ कठोर कार्रवाई न होने से अपराधियों के हौसले बुलंद हो रहे हैं, और समाज में भय का माहौल बन रहा है। उन्होंने प्रशासन से मांग की कि नाबालिग बालिकाओं के खिलाफ अपराधों को रोकने के लिए प्रभावी कदम उठाए जाएं, ताकि परिवार सुरक्षित महसूस कर सकें।

ये रहे मौजूद

बैठक में जांगिड़ पंचायत के अध्यक्ष प्रभुदयाल धीर, जांगिड़ ब्राह्मण मारवाड़ सभा के अध्यक्ष हरीश जांगिड़ मारुड़ी, जांगिड़ ब्राह्मण जिला सभा के जिलाध्यक्ष निंबाराम जांगिड़ भियाड़, केशाराम सुथार धोरीमना, गोपाल सिंह राजपुरोहित, लूणसिंह झाला, हनुमान सैन, प्रो. पांचाराम चौधरी, भाखरसिंह सोनड़ी, रूपसिंह राठौड़ चौहटन, मगाराम नैण धोरिमना, गणेश बिजाणी, रहीम खान छिपा, बांकाराम जांगिड़, नाथूराम जांगिड़, मानाराम, गणेश कुमार, रावताराम, डॉ. हरीश जांगिड़, मोहनलाल सुथार, डूंगराराम गेंपाल, भीमाराम, राणाराम, दीपक कुमार, गुमानाराम जैसलमेर, हरीश जांगिड़ गादान, भैराराम, जगमाल राम, उमाकांत धानेरा, पोपटलाल डीसा, भल्लाराम चोयल, पन्नालाल जांगिड़ सहित सैकड़ों की संख्या में सर्व समाज के अध्यक्ष, प्रतिनिधि और गणमान्य नागरिक मौजूद रहे।

इस प्रदर्शन और ज्ञापन के जरिए बाड़मेर के सर्व समाज ने एकजुटता का संदेश दिया है। समाज के सभी वर्गों ने एक स्वर में बेटियों की सुरक्षा के लिए कठोर कदम उठाने की मांग की है। यह प्रदर्शन न केवल पीड़ित परिवारों के प्रति समर्थन का प्रतीक है, बल्कि समाज में बढ़ रहे अपराधों के खिलाफ एक चेतावनी भी है। स्थानीय लोगों का कहना है कि अगर प्रशासन ने समय रहते कार्रवाई नहीं की, तो भविष्य में और बड़े आंदोलन हो सकते हैं।

Yashaswani Journalist at The Khatak .