पुलिस ने 1.77 किलो अफीम और 2.3 किलो डोडा पोस्त जब्त किया, तस्करों के खिलाफ NDPS एक्ट में मामला दर्ज

पुलिस ने मादक पदार्थ तस्करी के रैकेट का भंडाफोड़ कर तीन तस्करों को गिरफ्तार किया, जिनके पास से 1.77 किलो अफीम और 2.3 किलो डोडा पोस्त जब्त किया गया। NDPS एक्ट के तहत मामला दर्ज, जांच जारी।

Aug 6, 2025 - 14:25
पुलिस ने 1.77 किलो अफीम और 2.3 किलो डोडा पोस्त जब्त किया, तस्करों के खिलाफ NDPS एक्ट में मामला दर्ज

राजस्थान के हनुमानगढ़ जिले में फेफाना थाना पुलिस ने सीआईडी क्राइम ब्रांच के सहयोग से मादक पदार्थों की तस्करी के एक बड़े रैकेट का पर्दाफाश किया है। पुलिस ने तीन तस्करों को गिरफ्तार कर उनके कब्जे से लाखों रुपये कीमत की 1 किलो 770 ग्राम अफीम और 2 किलो 300 ग्राम डोडा पोस्त बरामद किया है। यह कार्रवाई मध्य प्रदेश से राजस्थान में मादक पदार्थों की तस्करी की गुप्त सूचना के आधार पर की गई।

गिरफ्तार तस्करों की पहचान

पुलिस ने जिन तीन तस्करों को गिरफ्तार किया, उनकी पहचान गोविंद कुमार (31), निवासी कोलीखेड़ा, तहसील पिड़ावा, जिला झालावाड़; दिलीप कुमार (35), निवासी सरकनिया, तहसील पंचपहाड़, जिला झालावाड़; और कालूराम (25), निवासी पीपलीया मोहम्मद, तहसील गरोठ, जिला मंदसौर, मध्य प्रदेश के रूप में हुई है। ये सभी तस्कर मध्य प्रदेश के विभिन्न क्षेत्रों से ताल्लुक रखते हैं और राजस्थान में मादक पदार्थों की तस्करी में शामिल थे।

कैसे हुआ तस्करी का खुलासा

सीआईडी क्राइम ब्रांच पुलिस मुख्यालय को सूचना मिली थी कि मध्य प्रदेश से राजस्थान में भारी मात्रा में मादक पदार्थों की तस्करी हो रही है। इस सूचना की पुष्टि के बाद फेफाना थाना पुलिस को कार्रवाई के लिए निर्देशित किया गया। पुलिस ने नोहर-फेफाना मार्ग पर नाकाबंदी की और एक स्लीपर बस पर नजर रखी, जो नोहर से फेफाना की ओर आ रही थी।

नाकाबंदी के दौरान पुलिस ने देखा कि बस से तीन लोग अचानक उतरकर भागने की कोशिश कर रहे थे। संदिग्ध गतिविधियों को देखते हुए पुलिस ने तुरंत उन्हें दबोच लिया। तलाशी लेने पर उनके पास से भारी मात्रा में मादक पदार्थ बरामद हुए।

पुलिस ने तलाशी के दौरान गोविंद कुमार के कब्जे से 260 ग्राम अफीम और 2 किलो 300 ग्राम डोडा पोस्त बरामद किया। कालूराम के पास से 530 ग्राम अफीम और दिलीप कुमार के पास से 980 ग्राम अफीम के साथ-साथ 45 ग्राम खसखस (पोस्त के बीज) जब्त किए गए। इन मादक पदार्थों की कीमत बाजार में लाखों रुपये आंकी गई है।

कानूनी कार्रवाई और आगे की जांच

पुलिस ने तीनों तस्करों के खिलाफ नारकोटिक्स ड्रग्स एंड साइकोट्रोपिक सब्सटेंस (NDPS) एक्ट के तहत मामला दर्ज कर लिया है। जांच शुरू हो चुकी है और पुलिस अब इस तस्करी नेटवर्क से जुड़े अन्य लोगों की तलाश में जुट गई है। पुलिस को शक है कि यह एक बड़े अंतरराज्यीय तस्करी रैकेट का हिस्सा हो सकता है, जिसके तार मध्य प्रदेश और राजस्थान के कई जिलों से जुड़े हो सकते हैं।

इस कार्रवाई में सीआईडी क्राइम ब्रांच के पुलिस निरीक्षक रामसिंह नाथावत और उप निरीक्षक प्रताप सिंह के नेतृत्व में कई अधिकारियों और कर्मचारियों ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। कॉन्स्टेबल सोहन देव और सत्येंद्र शर्मा का तकनीकी सहयोग भी इस ऑपरेशन की सफलता में अहम रहा।

Yashaswani Journalist at The Khatak .