राजस्थान में NIA का लॉरेंस गैंग पर बड़ा प्रहार: श्रीगंगानगर, दौसा और हनुमानगढ़ में 13 से ज्यादा ठिकानों पर छापेमारी.
राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने राजस्थान के श्रीगंगानगर, दौसा और हनुमानगढ़ में लॉरेंस बिश्नोई गैंग के 13 से ज्यादा ठिकानों पर छापेमारी की। आतंकी फंडिंग, हवाला नेटवर्क और अवैध हथियारों की तस्करी के आरोपों में यह कार्रवाई हुई। श्रीगंगानगर में विदेशी पिस्टल और कारतूस बरामदगी के बाद गैंग के नेटवर्क का खुलासा हुआ। दौसा में संदिग्ध शिवम की तलाश जारी है। यह गैंग के आपराधिक साम्राज्य पर NIA की अब तक की सबसे बड़ी चोट है।

राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने राजस्थान के श्रीगंगानगर, दौसा और हनुमानगढ़ जिलों में कुख्यात लॉरेंस बिश्नोई गैंग के खिलाफ शुक्रवार (8 अगस्त 2025) को ताबड़तोड़ छापेमारी की। इस कार्रवाई में 13 से अधिक ठिकानों को निशाना बनाया गया, जिसमें आतंकी फंडिंग, अवैध हथियारों की सप्लाई और विदेशी हवाला नेटवर्क से जुड़े गंभीर आरोपों की जांच की जा रही है। यह ऑपरेशन गैंग के आपराधिक नेटवर्क को ध्वस्त करने और सीमा पार तस्करी के रैकेट को तोड़ने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है।
श्रीगंगानगर में विदेशी हथियारों का जखीरा
श्रीगंगानगर में NIA ने 13 ठिकानों पर गहन तलाशी अभियान चलाया। इस कार्रवाई की शुरुआत तब हुई, जब करीब 20 दिन पहले स्थानीय सदर थाना पुलिस ने चार युवकों को एक विदेशी पिस्टल और 14 कारतूस के साथ गिरफ्तार किया था। इन युवकों को लॉरेंस गैंग के एक सक्रिय सदस्य ने शहर के एक बड़े बीज व्यापारी के यहां फायरिंग करने के लिए हथियार मुहैया कराए थे। पूछताछ में सामने आया कि यह गैंग न केवल हथियार तस्करी में लिप्त है, बल्कि आतंकी गतिविधियों के लिए फंडिंग और हवाला नेटवर्क के जरिए विदेशों से धन प्राप्त करने में भी शामिल है। NIA की टीमें रावला मंडी थाना क्षेत्र के 9 पीएसडी गांव में पहुंचीं, जहां जेल में बंद एक आरोपी साहिल के घर की तलाशी ली गई। साहिल के परिवार से गहन पूछताछ की गई, और संदिग्ध सामग्री की जांच की जा रही है। इसके अलावा, हनुमानगढ़ के संगरिया इलाके में भी गैंग से जुड़े एक ठिकाने पर सुबह-सुबह छापेमारी की गई।
दौसा में लगातार दूसरी कार्रवाई
दौसा जिले के महुवा थाना क्षेत्र में सांथा गांव में NIA ने गैंग के एक संदिग्ध शिवम की तलाश में छापा मारा। डिप्टी एसपी एचए पटेल के नेतृत्व में पहुंची टीम को शिवम नहीं मिला, लेकिन उसके पिता हरिफल मीणा से पूछताछ की गई। शिवम पर हवाला नेटवर्क के जरिए गैंग को फंडिंग मुहैया कराने का शक है। यह दौसा में 20 दिनों के भीतर NIA की दूसरी बड़ी कार्रवाई है। इससे पहले, मेहंदीपुर बालाजी कस्बे की कई धर्मशालाओं में छापेमारी की गई थी, जहां गैंग के एक बदमाश ने मथुरा-वृंदावन और मेहंदीपुर बालाजी जैसे धार्मिक स्थलों पर छिपकर फरारी काटी थी। इस बदमाश को जबरन वसूली, धमकी और हथियार तस्करी के आरोप में हिरासत में लिया गया था।
गैंग का आपराधिक साम्राज्य
लॉरेंस बिश्नोई गैंग का नाम हाल के वर्षों में कई हाई-प्रोफाइल आपराधिक मामलों में सामने आया है, जिसमें पंजाबी सिंगर सिद्धू मूसेवाला की हत्या और अन्य उगाही व हिंसक घटनाएं शामिल हैं। NIA की जांच से पता चला है कि यह गैंग न केवल भारत में, बल्कि विदेशों में भी अपने नेटवर्क को फैला रहा है। हवाला के जरिए विदेशों से फंडिंग, अवैध हथियारों की तस्करी, और नशीले पदार्थों का व्यापार इस गैंग की गतिविधियों का मुख्य हिस्सा है। गैंग के सदस्य धार्मिक स्थलों का इस्तेमाल छिपने के लिए करते हैं, जिससे जांच एजेंसियों के लिए इन्हें पकड़ना और भी चुनौतीपूर्ण हो जाता है।
NIA की रणनीति और अगले कदम
NIA की यह कार्रवाई लॉरेंस गैंग और इसके सहयोगियों के खिलाफ लंबे समय से चल रही जांच का हिस्सा है। एजेंसी ने पंजाब, हरियाणा और राजस्थान के सीमावर्ती इलाकों में गैंग के ट्रांजिट पॉइंट्स और कनेक्शनों की रेकी की थी। सूत्रों के अनुसार, इस ऑपरेशन में कई संदिग्धों को हिरासत में लिया गया है, और हथियारों के साथ-साथ आपत्तिजनक दस्तावेज और डिजिटल डिवाइस भी बरामद किए गए हैं। NIA का फोकस अब इस नेटवर्क के अंतरराष्ट्रीय कनेक्शनों, खासकर पाकिस्तान और कनाडा में बैठे हैंडलर्स को उजागर करने पर है।
छापेमारी लॉरेंस बिश्नोई गैंग के आपराधिक साम्राज्य को ध्वस्त करने की दिशा में NIA की एक और बड़ी पहल है। श्रीगंगानगर, दौसा और हनुमानगढ़ में हुई इस कार्रवाई ने गैंग के हथियार तस्करी, आतंकी फंडिंग और हवाला नेटवर्क पर गहरी चोट पहुंचाई है। आने वाले दिनों में NIA की जांच और गहन होने की संभावना है, जिससे इस गैंग के पूरे नेटवर्क का पर्दाफाश हो सकता है।